दुनिया के सबसे बड़े और खतरनाक आतंकीसंगठन आईएसआईएस भले ही इराक़ में खात्मे की कगार पर हो लेकिन यह आज भी अपने नेटवर्क के ज़रिये पूरी दुनिया में पहुच रखता है। अब एक चार्जशीट में कथित आतंकवादीयो से जुड़े बयान सामने आए है जिसमे कथित आतंकवादी पीएम मोदी को निशाना बनाने की बात कर रहे है।
जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात की एटीएस ने हाल ही में अंकलेश्वर कोर्ट में एक चार्जशीट दाखिल की है जिसमे आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से जुड़े काठी आतंकवादी के बयान दर्ज है। इन कथित संदिग्ध आतंकियों के पास से सेलफोन और पेन ड्राइव बरामद हुई थी जिसमे पीएम मोदी को निशाना बनाने वाली बातो का पता चला था।
रिपोर्ट के अनुसार इन संदिघ आतंकियों का नाम उबैद मिर्ज़ा और कासिम स्तिमबरवाला है। उबैद जहा वकालत की प्रक्टिस करता था वही कासिम अंकलेश्वर के सरदार पटेल अस्पताल और ह्रदय रोग संसथान में मार्च 2017 तक बतौर लैब टेकनिशियन काम करता था। दोनों सूरत के रहने वाले बताए जा रहे है।
रिपोर्ट के अनुसार कासिम की गिरफ्तारी उसके नौकरी छोड़ने के 21 दिन बाद हुई है। एटीएस अधिकारियो ने बताया कि वह जमैका जाना चाहता था, जहां से वह विवादित धर्म प्रचारक शेख अब्दुल्ला अल फैसल के साथ जिहादी मिशन से जुड़ना चाहता था। उनके अनुसार आइएस के कुछ आतंकी अब गवाह बन चुके है और यह जानकारी उन्ही के हवाले से दी जा रही है। कासिम ने जमैका के हेल्थकेयर लिमिटेड में नौकरी के लिए आवेदन दिया था। चार्जशीट के अनुसार 10 सितंबर 2016 को रात 11.24 बजे उबैद ने सन्देश भेजा कि अगर पक्का पिस्टल खरीदनी हो तब मै उसके साथ संपर्क साधने की कोशिश करूंगा। एटीएस के अनुसार कासिम किसके साथ डील करने वाला था इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
चार्ज शीट के अनुसार उबैद को सोशल मीडिया पर एक फरारी नामक शख्स ने रात 11.28 बजे एक शख्स ने संपर्क किया। उसने कहा, ‘हां, मोदी को स्नाइपर राइफल से मार दो।’ आइएस के संदिग्ध आतंकी जो गवाह बन गए है वह सोशल मीडिया ग्रुप से ताल्लुक रखते थे जिसका नाम ‘अंसार उल तौहीद’ था। रिपोर्ट के अनुसार एटीएस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने आतंकी संदेशो के प्रचार के आरोपी गवाहों के बयान धारा 164 के तहत दर्ज कर लिए है।