पटना: बिहार की सियासत में जहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव को अगले सीएम के रूप में देखा जा रहा है. वहीं देश भर में प्रख्यात और उनके परिवार के राज ज्योतिष पंडित शंकर चरण त्रिपाठी की भविष्यवाणी सीधे इसके उलट है. इन दिनों जहां तेजस्वी की पॉलिटिक्स में बहुत ही तेजी से पकड़ का लोग लोहा मान रहे हैं. तो वहीं ज्योतिष शंकर चरण त्रिपाठी की भविष्यवाणी ने इन सभी से उलट सबको टेंशन में डाल दिया है.
उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि तेजप्रताप के मुकुट पहनाने से वे मुख्यमंत्री नहीं बन जायेंगे. तेजस्वी “22” के फेरे में हैं, जो बहुत मुश्किल समय होता है. तभी तो उनके मन में रावण जैसा अहंकार आ गया है. डर है कि कहीं रावण जैसी ही हालत लालू-राब़ड़ी परिवार के राजकुमार की भी ना हो जाये.
ये वही शंकर चरण त्रिपाठी हैं जिनके ज्योतिष ज्ञान के मुरीद लालू यादव हैं. मुरीद ऐसे कि पंडित त्रिपाठी को राजद का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया . उम्मीद थी कि त्रिपाठी बाबा ऐसे मंत्र पढ़ेंगे कि लालू जेल जाने से बच जायेंगे. लेकिन लालू जेल चले गये फिर त्रिपाठी जी की पूछ भी घट गयी. त्रिपाठी जी इन दिनों पटना में ही रह रहे हैं. आज जब वे मीडिया से मुखातिब हुए तो तेजस्वी की ग्रह-दशा में दोष निकाल दिया. पंडित त्रिपाठी की भविष्यवाणी सही है तो लालू का कुनबा वाकई मुश्किल में है.
पंडित त्रिपाठी मान रहे हैं कि तेजस्वी यादव 22 के फेरे में हैं. ये नंबर उनके लिए ठीक नहीं है. त्रिपाठी जी ने काल की गणना कर ली है . तभी लग रहा है कि लालू परिवार के लिए परिस्थिति सही नहीं जा रही है. लालू यादव के परिवार और पार्टी में जो कुछ भी हो रहा है वह भी इसकी पुष्टि कर रहा है. बाबा ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा कि नीतीश कुमार अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बन सकते. नीतीश कुमार का अगली बार भी मुख्यमंत्री बनने का प्रबल योग है.
पंडित शंकर चरण त्रिपाठी बताते हैं कि वे आरजेडी के स्थापना दिवस समारोह में गये थे. साफ साफ दिखा कि तेजस्वी आत्ममुग्ध हो चुके हैं. जनता की कोई परवाह नहीं है. आम लोग खाने के दाने को तरस रहे हैं और तेजस्वी सोने-चांदी का मुकुट पहन रहे हैं. मुकुट पहनाने वाले भी कौन तो तेजप्रताप यादव. तेजप्रताप यादव जो कह रहे हैं वो दुनिया जानती है. मंच पर मुकुट पहनाने से ना तो तेजप्रताप-तेजस्वी का मतभेद खत्म हो गया और ना ही उनका मुख्यमंत्री बनना तय हो गया.
राजद के स्थापना दिवस समारोह के जिस मंच पर तेजस्वी को मुकुट पहनाया गया, वहां ना तो लालू प्रसाद थे और ना ही राबड़ी देवी. जब माता-पिता ना हो तो कैसा अभिषेक. मां-बाप के बगैर अभिषेक अशुभ ही होता है. मुकुट पहनने और अपना गुणगान सुनने की तेजस्वी को ऐसी हड़बड़ी थी कि उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं की भी जुबान बंद करा दी. मंच पर सिर्फ उसे ही बोलने का मौका मिला जो तेजस्वी की चरण वंदना कर सकते थे .
पंडित त्रिपाठी की आज नाराजगी ऐसी थी कि उन्होंने तेजस्वी-तेजप्रताप के व्यवहार की तुलना रावण से कर दी. उन्होंने कहा कि रावण जैसा घमंड ही लालू-राबड़ी के बेटों में आ गयी है. उन्हें डर इस बात का सता रहा है कि लालू प्रसाद यादव के वारिसों का हाल रावण जैसा ही न हो जाये।
शंकर चरण त्रिपाठी के मुताबिक लालू यादव परिवार की चिंता में ही बीमार हो गये हैं. लालू तो योद्धा हैं उन्हें कोर्ट और जेल से क्या डर लगेगा. लेकिन परिवार में सब ठीक नहीं है तभी वे लगातार बीमार होते जा रहे हैं और बीमारी ठीक नहीं हो रही है.
Source: News To Bihar
लालू के ज्योतिषी ने तेजस्वी पर की बड़ी भविष्यवाणी, बताया-रावण जैसा अहंकारी