बिहार से पास इंजीनियर डॉक्टरों के लिए खुशखबरी है। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार इन युवकों को बिना EXAM लिए नौकरी देगी। अंकों के आधार पर चयन कर युवकों को बहाल किया जाएगा।
ताजा अपडेट के अनुसारउप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों से उत्तीर्ण छात्रों को बहाली में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। जब तक नियमित बहाली नहीं हो जाती, तब तक संविदा अफसर व कर्मचारियों की सेवा बहाल रहेगी और नियमित बहाली में इनको प्राथमिकता दी जाएगी।
शनिवार को डॉ. विश्वेश्वरैया की 75वीं जयंती पर अभियंता भवन में आयोजित समारोह में श्री मोदी ने कहा कि राज्य में डॉक्टरों व इंजीनियरों की भारी कमी है। बीपीएससी पर नियुक्ति का काफी दबाव था। इसलिए राज्य तकनीकी आयोग का गठन किया गया है, ताकि डॉक्टर व इंजीनियरों की शीघ्र बहाली हो सके। बिना लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के ही डॉक्टर व इंजीनियर की बहाली होगी। कहा कि राज्य सरकार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोल रही है।
मोदी ने कहा कि अत्यधिक बोझ के कारण रिक्तियों की अधियाचना भेजने के बावजूद बीपीएससी को नियुक्ति करने में कई-कई साल लग जा रहे हैं, इसीलिए सरकार ने पुलिस, विश्वविद्यालय शिक्षकों की बहालियों के लिए अलग-अलग आयोगों सहित सहायक अभियंताओं, पशु चिकित्सा पदाधिकारियों व चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए ‘ बिहार तकनीकी सेवा आयोग’ का गठन किया है। पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य, जल संसाधन व लघु जल संसाधन विभाग में इंजीनियर के करीब 7 हजार पद रिक्त हैं। संविदा पर मात्र 2 हजार लोगों को इसलिए नियुक्त किया गया है क्योंकि नियमित बहाली में काफी समय लग रहा था।
बिना EXAM के इंजीनियर-डॉक्टरों को मिलेगी नौकरी, नीतीश सरकार देगी बिहारी युवकों को 50% आरक्षण