10 साल के बच्चे के साथ शारीरिक कुकर्म और हत्या के मामले में तीन दोषियों को सरेआम गोली मारकर क्रेन से लटका दिया गया। अरब देशों में शामिल यमन में दी गई इस कठोर और निर्दयी सज़ा का शोर पूरे देश में गूंज रहा है। खबरों की मानें तो पूरा मामला साल 2017 के अक्टूबर महीने का है, जब दस साल का एक बच्चा अपनी दादी मां के घर के लिए निकला था। लेकिन दादी मां के घर पहुंचने से पहले ही बच्चे को अब्दुल जलील (19), गालिब रश्दी (19) और मोहम्मद सैद (27) ने किडनैप कर लिया। बच्चे को किडनैप करने के बाद तीनों ने उसके साथ शारीरिक कुकर्म को अंजाम दिया। इतना ही नहीं तीनों आरोपियों ने बच्चे के साथ कुकर्म के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को कहीं छिपा दिया था।
काफी समय बाद परिजनों को जब बच्चे का अता-पता नहीं चला तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई। बच्चे की गुमशुदगी की जांच कर रहे अधिकारियों को चार दिन बाद उसकी लाश मिली। जिसके बाद अधिकारियों ने बच्चे के हत्यारों की धर-पकड़ के लिए जांच शुरू की और तीनों दोषियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपियों पर कुकर्म और हत्या का आरोप तय किया गया। तीनों आरोपियों को राजधानी सना के एक भीड़-भाड़ वाले चौराहे पर लाया गया और सरेआम 5-5 गोलियां मारी गईं। गोली मारने के बाद तीनों आरोपियों के शवों को एक साथ क्रेन पर लटका दिया गया।
गौरतलब है कि यमन के साथ-साथ अन्य अरब देशों में भी ऐसे जघन्य अपराध करने वाले दोषियों को सरेआम मौत की सज़ा दी जाती है। यहां के कानून के मुताबिक दोषियों को सिर कलम जैसी क्रूर सज़ा भी दी जाती है। बताते चलें कि कुछ ही दिन पहले एक अन्य अरब देश सऊदी अरब में महिला की हत्या के आरोप में दोषी का सिर कलम कर दिया गया था, जिसके बाद उसके शव को बीच चौराहे पर लटका दिया गया था। इन देशों में ऐसी सज़ा देने के पीछे अपराध को रोकने का उद्देश्य होता है, ताकि अपराधी किसी भी अपराध को अंजाम देने से पहले लाख बार सोचें।
Source: Patrika News
10 साल के बच्चे के साथ रेप और हत्या, तीनों आरोपियों को 5-5 गोलियां मारकर क्रेन पर लटकाया गया