पिछले साल की तरह इस बार भी बिहार के अनिल अग्रवाल और संप्रदा सिंह ने संपत्ति के मामले में अंबानी को पीछे छोड़ दिया है। बताया जाता है कि फोर्ब्स ने वर्ष 2018 की रीचेस्ट हंड्रेड पर्सन की सूची जारी कर दी है। इसके अनुसार बिहार के बिहार के अनिल अग्रवाल को 37वां स्थान मिला है। वहीं संप्रदा सिंह को 46वां स्थान मिला है। वहीं इस लिस्ट में अनिल अंबानी को 68वां स्थान मिला है।
कौन हैं अनिल अग्रवाल : बिजनेस टायकून की लिस्ट में शामिल वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अनिल बिहार से हैं। कबाड़ के धंधे से छोटा व्यापार शुरू करके माइंस और मेटल के सबसे बड़े कारोबारी बनने तक के सफर में उन्हाेंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। आज ये 14000 करोड़ से ज्यादा के मालिक हैं। उनकी कंपनियां भारत में जस्ते, तांबे व एल्युमिनियम की सबसे बड़ी उत्पादक हैं।
पटना में जन्मे और पले-बढ़े अनिल ने मिलर हायर सेकंडरी स्कूल से पढ़ाई की, लेकिन महज 15 साल की उम्र में अपने पिता के बिजनेस के लिए स्कूल छोड़ दिया और पहले पुणे और फिर मुंबई आ गए थे। उन्होंने अपना कॅरिअर स्क्रैप डीलर के तौर पर शुरू किया और आज देश के टॉप बिजनेसमैन की लिस्ट में शुमार हैं। वे धातु और तेल एवं गैस के कारोबार से जुड़े हैं। अनिल ने 1970 में स्क्रैप मेटल का काम शुरू किया। 1976 में शैमशर स्टेर्लिंग कार्पोरेशन को खरीदा।
कौन है संप्रदा सिंह : 91 साल के संप्रदा सिंह का जन्म बिहार के जहानाबाद जिले के मोदनगंज प्रखंड के ओकरी गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। वहां के लोग बताते हैं कि आखिरी बार वह अपने गांव 2004 में आए थे। लेकिन अब ओकरी स्थित घर में कोई नहीं रहता, वहां ताला लटका हुआ है। लोग बताते हैं कि संप्रदा सिंह बिहार आते भी हैं तो वे अपने पटना स्थित घर में ही ठहरते हैं। सालों से इस घर में कोई नहीं आया।
लेकिन एक ऐसा भी समय था जब 3.3 बिलियन डॉलर (21 हजार 486 करोड़ रुपए) के मालिक संप्रदा सिंह पढ़ लिखकर खेती करने अपने गांव आए तो वहां के लोगों ने उनका खूब मजाक उड़ाया जिसके बाद वे मुंबई चले गए और फिर वापस नहीं लौटे।