पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को हुआ. शाम को 5 बजके 5 मिनट पर. इसके कुछ मिनट बाद ही लोगों के हाथ एक फोटो लग गई, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी तीन चार डॉक्टरों के साथ खड़े होकर बात कर रहे हैं. बातचीत करते हुए हंसते दिख रहे हैं. बस यही बात पकड़ ली सोशल मीडिया के सूरमाओ ने कि नरेंद्र मोदी हंस कैसे दिए. हंसने में आपत्ति ये बता के जताई जा रही थी कि ये फोटो एम्स की है और अटल बिहारी वाजपेयी के खत्म होने के बाद नरेंद्र मोदी किस तरह से हंस रहे हैं. कितने असंवेदनशील हैं देश के पीएम. अपने ही नेता की मौत पर मुस्कुरा रहे हैं. वैसे तो इसके हजारों शेयर हैं, मगर एक नमूना देख समझें इसे कैसे शेयर किया जा रहा है –
सोशल मीडिया पर तो ये फोटो शेयर हो ही रही थी कि एक कांग्रेस नेता हैं बृजेश कलप्पा. उन्होंने भी ये फोटो 17 अगस्त को शेयर कर दी. तंज कसते हुए लिखा – दुख से ग्रस्त पीएम नरेंद्र मोदी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की मौत पर दिल्ली के एम्स अस्पताल में शोक प्रकट करते हुए. देखें पोस्ट-
अब इस पोस्ट पर तमाम लोग भयानक तरीके से नाराज हो गए. कांग्रेस नेता पर आरोप लगाने लगे कि ये फोटो पुरानी है. एम्स की नहीं है. इसे केरल के कोल्लम की अप्रैल 2016 की फोटो बताया जाने लगा. दो ट्विटर यूजर रिषी बाग्री और अंकुर सिंह ने इस बात का दावा किया. दोनों को ही पीएम नरेंद्र मोदी फॉलो करते हैं. देखें इनके पोस्ट –
सच क्या है?
कुल मिलाकर अब इस बात की पड़ताल की जरूरत थी कि ये फोटो आखिर है कहां की. केरल की या एम्स की. तो इसे पता लगाने के लिए 16 अगस्त का वो वीडियो ढूंढा, जिसमें नरेंद्र मोदी एम्स में जाते हुए दिख रहे हैं. देखें इस वीडियो को –
https://youtu.be/WEZvZAQRBz8
इसमें देखने को मिला कि नरेंद्र मोदी फुल स्लीव का कुर्ता पहने हुए हैं. एकदम वैसा ही जैसा वायरल तस्वीर में दिख रहा है. इसके अलावा ऑल्ट न्यूज के मुताबिक जो गार्ड पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एम्स के बाहर कार से उतरते-चढ़ते वक्त दिख रहे हैं, वो ही उनके साथ वायरल फोटो में दिख रहे हैं. इतना काफी है ये बताने के लिए कि ये वायरल तस्वीर है 16 अगस्त 2018 की ही. देखें उनके गार्ड्स की फोटो –
जिन्हें इतने से भी भरोसा न हो, उनके लिए बता दें कि वायरल फोटो में जो एक डॉक्टर पीएम के बगल में खड़े दिखाई दे रहे हैं, वो डॉ. शिव कुमार चौधरी हैं. वो एम्स में कार्डियोथोरैकिक सर्जरी के प्रफेसर हैं.
इसके अलावा जो लोग इस तस्वीर को केरल की फोटो बता रहे हैं. अप्रैल 2016 की तस्वीर बता रहे हैं, उनके लिए तबकी तस्वीर भी हम ढूंढ लाए हैं. इसमें पीएम मोदी हाफ स्लीव का कुर्ता पहने दिख रहे हैं नाकि वायरल फोटो की तरह फुल कुर्ता. देखें –
तो ये तो पुष्ट हो गया कि ये तस्वीर एम्स की ही है, जहां पीएम नरेंद्र मोदी अटल बिहारी वाजपेयी की तबीयत का हालचाल लेने पहुंचे थे. अब जो झूठ फैलाया जा रहा है वो ये है कि ये फोटो अटल जी के देहांत के बाद की है और पीएम मुस्कुरा रहे हैं. जबकि ये बात एकदम गलत है. वो इसलिए क्योंकि मोदी एम्स से करीब 2 बजके 45 मिनट पर निकल लिए थे. वहीं अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 5:05 मिनट पर हुआ. यानी उनके जाने के करीब 2 घंटे 20 मिनट बाद. बाकि सच कहें तो ये फालतू की बहस है कि फलाने उनकी मौत पर हंस रहे थे, ढिकाने उनकी मौत पर हंस रहे थे. एक आध ऐसी तस्वीर के सहारे दरअसल सोशल मीडिया पर अपना पॉलिटिकल अजेंडा आगे बढ़ाते हैं. इसी के चक्कर में आम लोग भी फंस जाते हैं और वो भी इन तस्वीरों को शेयर करने लगते हैं. बिना कुछ सोचे-समझे जोकि गलत है. इससे बचना चाहिए.