कहते हैं जो काम हजार शब्द नहीं कह सकते वो चुप्पी कह जाती है. जो बात बहुत सारी बातें नहीं कर सकतीं वो एक तस्वीर कह देती है. जो बवाल चार पैराग्राफ नहीं कर सकते वो एक ग्राफ करा देता है. बीजेपी ने ट्विटर पर एक ग्राफ पोस्ट किया और हल्ला मच गया. जितने गणितज्ञ रात भर में पैदा हुए उतने 70 साल में नहीं पैदा हुए थे. ये एक और उपलब्धि है मोदी सरकार की. दो ग्राफ एक में मिक्स करके अपने हिसाब से बनाने वाले गणितज्ञ कम अर्थशास्त्री को सलामी देनी बनती है.
आंकड़ों को मिक्सी मशीन में डालकर जो चटनी बनी है उसके हिसाब से पेट्रोल प्राइस 28 परसेंट कम हो चुका है. अगर इसी स्पीड से मोदी जी पेट्रोल घटाते रहे तो अगले कुछ दिनों में पेट्रोल फ्री मिलने लगेगा. कुछ दिन और रुके तो सरकार आपको जबरदस्ती गाड़ी खरीदने पर मजबूर कर देगी. उनका तर्क होगा कि हमारे यहां पेट्रोल नालियों में बहकर बरबाद हो रहा है. नालियां हमारी गैस और चाय बनाने के लिए हैं. उनमें पेट्रोल बहने लगेगा तो पूरा एनर्जी सिस्टम चरमरा जाएगा. इसलिए आप गाड़ी खरीदिए और नालियों से सारा पेट्रोल निकालकर उनमें भरिए और चलाइए.
अभी पेट्रोल महंगा है तो लोग दीवाने हो रहे हैं. उनको टट्टी करके धोना भी पेट्रोल से ही है. सुबह नाश्ते में भी दूध की जगह पेट्रोल पीना चाहते हैं. अरे भई कुछ दिन ऑफिस स्कूल साइकिल से चले जाओ. पर्यावरण सलामत रहेगा तो तुम सलामत रहोगे. अभी जब फ्री हो जाएगा तो पी लेना जितना मन करे. न पी पा रहे हो तो ग्लूकोज की बोतल में भरकर चढ़वा लेना. थोड़ा तो इंतजार करो यार. जल्दी का काम कस्टमर का होता है, वोटर को धैर्य से काम लेना चाहिए. सरकार से हिसाब लेने को अभी साढ़े पांच साल पड़े हैं.
लंतरानी बहुत हो गई. इस ग्राफ से हमें मिला क्या वो देख लेते हैं.
1. हमको एक आइडिया मिला कि दो आंकड़ों को एक ग्राफ में पेश करके कैसे अपनी बेइज्जती करा सकते हैं.
2. देश को नए गणितज्ञ मिले. अब हॉलीवुड वाले चाहे जितने श्रीनिवास रामानुजन लेकर उनकी बायोपिक बना सकते हैं.
3. सरकार पर भरोसा मजबूत हुआ. मैटर चाहे जितना सीरियस हो जाए लेकिन वो मजाक करने में पीछे नहीं रहती.
Satire: This graph tweeted by BJP with caption Truth of hike in petrol prices is not photoshopped