गाँव के मुखिया (प्रधान जी) पेड़ के नीचे बैठे आम चूस रहे थे। पास में ही उनका प्यारा विलायती कुत्ता भी बैठा था, जो हड्डी चूस रहा था। उनसे कुछ दूरी पर एक गरीब 4-5 साल का लड़का बैठा था। उससे कुछ दूरी पर ही एक आवारा कुत्ता लेटा हुआ था। ये दोनों ही नेता जी (प्रधान जी) की तरफ ललचाई नजरों से देख रहे थे। कुछ देर बाद प्रधान जी अपने विलायती कुत्ते को लेकर वहाँ से चले गए।
उनके जाते ही वो लड़का और कुत्ता वहाँ पहुँच गये। अब वो आवारा कुत्ता वहाँ पड़ी हुई हड्डी चूस रहा था और वो गरीब लड़का प्रधान जी की फेंकी हुई आम की गुठली चूस रहा था।