आखिर मौका देखकर राहुल ने अपने दिल की बात भावना से कह ही दी। राहुल कॉलेज का सबसे हैण्डसम लड़का था। उसके कॉलेज की ही नहीं बल्कि दूसरे कॉलेज की लड़कियाँ भी उस पर मरती थीं। ऊपर से वह अमीर बाप का बेटा था। कोई भी लड़की उसे मना नहीं करती लेकिन भावना ने बड़े ही सरल लहजे में राहुल को मना कर दिया कि वो अभी पढ़ने आई है और अभी इन बातों की उम्र भी नहीं है। भावना 11वी में पढ़ती थी। राहुल उससे एक साल सीनियर था। भावना कॉलेज की सबसे सुंदर लड़की थी। वो जितनी सुन्दर थी पढ़ाई में उतनी ही तेज। 10 वी में उसके बहुत अच्छे नम्बर आये थे। उसका ध्यान केवल पढ़ाई में रहता था।
एक साल बीत चुका था। 12 वी में उसकी कक्षा में नये लड़के का प्रवेश (एडमिशन) हुआ, किट्टू नाम था उसका। पढ़ाई के कारण भावना का कभी ध्यान ही नहीं गया कि क्लास में कोई नया लड़का आया है। किट्टू की नॉटी से अच्छी दोस्ती हो गई थी। एक दिन नॉटी अपने हाथों से किट्टू के बाल काढ़ रहा था, तभी भावना की नजर किट्टू पर पड़ी। उसने आज पहली बार किट्टू को देखा था। कितना भोला चेहरा था उसका, वो बिल्कुल किसी गिलहरी की तरह मासूम लग रहा था। भावना छुप-छुपकर किसी न किसी बहाने से किट्टू को देखती। इस बात पर नॉटी का भी ध्यान गया कि भावना उनकी तरफ देखती है। नॉटी को लगा भावना उसे पसन्द करती है। कुछ दिन बाद नॉटी ने अकेले में भावना को एक गुलाब का फूल दे दिया। उसकी यह हरकत भावना को बहुत बुरी लगी और उसने नॉटी को चांटा मार दिया। नॉटी को समझ नहीं आया कि यह कैसा प्यार है।