गणतंत्र दिवस हैं, राष्ट्रीय पर्व हमारा
आज के दिन संविधान लागू हुआ हमारा
जनता का जनता के लिए जनता द्वारा
शासन हों, ऐसा संविधान बना हैं हमारा।
सबके लिए स्वतन्त्रता और समान अधिकार हों
सबको समान न्याय मिले ऐसा विधान हैं हमारा
सामाजिक एकता, अखंडता, और सम्प्रभूता
लोकतंत्रात्मक गणराज्य,पंथ निरपेक्ष देश हमारा।
सात मौलिक अधिकार, नीति निदेशक तत्व इसमेँ
संघ, राज्य, के नीति निर्धारण, दस मूल कर्तव्य इसमे
विश्व के सभी संविधानो का अच्छा सार ज्ञान समाया
भारत के कानून विज्ञ अम्बेडकर जी ने प्रारूप बनाया।
संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 भाग, 12 अनुसूचियां
क्षेत्र भाषा, जाति, धर्म, का ना हों भेद, ये हैं विविधतायें
कुछ कठोर, कुछ लचीला, कुछ संघीय कुछ एकात्मक
लोकतंत्र और गणतंत्र का समिश्रण, आत्मा संसदात्मक।
विश्व का सबसे बड़ा संविधान, इसमेँ नियमों का प्रावधान
भीमराव अम्बेडकर, राजेंद्र प्रसाद, नेहरू जी का योगदान
व्यवस्थापिका कार्यपालिका और न्यायपालिका का विधान
लोकतंत्र की अदभुत व्यवस्था, जनता जनार्दन हैं महान।
हरीश कंडवाल मनखी की कलम से.