"वीर"
हर एक सैनिक वीर होता है
वह सरहद पर रक्षा करता है
हर मौसम में खुद को झोंककर
देश के अस्तित्व को बचाता है
इसीलिए सैनिक वीर कहलाता है।
मेरी नजर में वह भी एक वीर है
जो खेतो में अपने को खपाता है
भरी बरसात में भी हल लगाता है
मौसम, जानवर, आपदा से
अपनी फसल को बचाता है।
वो किसान जो धरती चीरकर
सबके लिए अन्न को उगाता है
लेकिन कभी भी वह अपनी
मेहनताना पूरा नही पाता है।
किसान जो देश को पालता है
खुद भूखा रहकर खेतो में काम करता है
बरसात गर्मी, सर्दियों में वह
खेतों में अन्न को उगाता है।
किसान भी सैनिक की तरह
हम सब की रक्षा करता है
खेतों में पहरेदार बनकर वह
हम सबके लिये अन्न पैदा करता है।
किसान देश का अन्नदाता है
नए बीज का वह जन्मदाता है
भूखों के लिए वही तो विधाता है
इसलिए मनखी की नजर में वीर कहलाता है।
©®@ हरीश कंडवाल "मनखी" की कलम से। 📝✒✒📝📝✒📝