आज ससुराल से साली का फोन आया
बड़े मधुर स्वर में ससुराल आने का बुलावा आया
साली ने कहा बहुत दिन से नही मुलाकात
आओ बैठकर करे जरा हंसी मज़ाक।।
अगले दिन हम साली को मिलने घर से निकल गये
दो चार चॉकलेट लेकर ससुराल पहुँच गए
ससुराल में सबको दुवा सलाम किया
सासू ने कहा दामाद जी आज कैसे आना हुआ।
साली ने हमको प्यार से चाय पिलाई
जीजा जी आपसे बहुत दिन में आपसे मुलाकात हो पाई
सास ससुर जी टीवी चैनल देखने मे व्यस्त
उधर साली भी फ़ोन में सोशल मीडिया में मस्त।।
अब हर किसी के हाथ मे फोन था
ससुराल में दामाद आया है ये कोई नया नही था
रिश्ते वही थे बस अब विचार बदल गए
जीजा साली अब पहले जैसे नही रह गए।
अब रिश्तों में वो बात नही रही
पहले जैसे वो मुलाकात नही रही
अब तो बुलावा केवल औपचारिक हो गया
क्या करे लोग कहते जमाना अब बदल गया।
हरीश कंडवाल मनखी की कलम से।