shabd-logo

मेरे जीवनसाथी 14

19 अगस्त 2022

14 बार देखा गया 14


सौम्या ..अनिका की यह बात सुनकर ,अपनी आंखें बड़ी- बड़ी करके ,उसकी तरफ देखते हुए कहती है । क .. क ..क्या ? तू पागल - वागल तो नहीं हो गई है ! जो ऐसे बिना सर - पैर की बातें कर रही हो ।अरे हम दोस्त हैं सिर्फ दोस्त । एक बहुत ही अच्छे दोस्त , समझी।
(अनिका ..सौम्या की बात सुनकर मन में कहती है । अच्छी दोस्ती से ही प्यार की शुरुआत होती है मेरी जान । तुम नहीं समझोगी यह बात अभी । )
फिर सौम्या कहती है - और तुझे पता है ना हमारे यहां की कैसी परंपरा है । हम जिस कास्ट के हैं उसी में शादी करनी होती है । उसमें भी यह ध्यान दिया जाता है कि , गोत्र एक ना हो लड़का और लड़की के कास्ट का और यह भी देखा जाता है कि लड़का और लड़की के मामा का गोत्र अलग है या एक है । अगर एक हो गया तो शादी चाहे कितनी अच्छी क्यों ना हो । लेकिन शादी नहीं होती है फिर वाहां । फिर सौम्या ..अनिका से कहती है - यार बहुत नखरे हैं शादी करने में । इसलिए तुम इन सब चीजों से दूर ही रहना । मेरा मतलब है प्यार - व्यार के चक्कर में मत पड़ना तुम।
अनिका मुंह बनाते हुए कहती है -हां यह बात तो है ।यह सब तो देखा ही जाता है शादी करने से पहले हमारे यहां ।
तभी सौम्या की नजर घड़ी पर पड़ती है और वह एकाएक उठ खड़ी होती है और कहती है । अनिका अब मैं चलती हूं देखो ! 5:20 pm. हो गया है । फिर मिलते हैं कभी । फिर सौम्या ...अनिका से कहीं - अरे कभी तुम भी मेरे घर आ जाया करो यार ।तुम तो मेरे घर का रास्ता ही भूल गई हो ।
      अनिका -हंसते हुए कहती है अरे रास्ता हम कहां भूले हैं अब तो तुम भूलने वाली हो मेरे घर का रास्ता और अपने घर का रास्ता भी शायद ।
सौम्या को अनिका ये बात समझ नहीं आती है और वह उससे कहती है ।
    सौम्या -हम कुछ समझे नहीं ?
    अनिका -समय आने पर सब समझ आ जाएगा तुम्हें । समझी मेरी जान ,नहीं - नहीं मेरी नासमझ बच्ची ।यह कहकर अनिका हंसने लगती है ।
    सौम्या -ओके मेरी दादी मां मत बताओ हमें ।सौम्या ने यह बात अपने को मुँह टेढा करते हुए का ।😏फिर उसने कहा :- अच्छा तो अब हम चलते  हैं अपनी दुआओं में याद रखीएगा । ठीक है करो मुस्कुरा देती है और फिर अनिका से पूछती है अनिका आंटी कहां है ? उनसे भी मिल लेते हैं । वरना वो अगली बार मुझे फिर अपने घर में नहीं आने देगी ।😄😄
तो ये सुनकर अपना दाँत दिखाते हुए अनिका उसको ( सौम्या को ) अपने साथ लेकर राखी जी के कमरे में जाती है । फिर सौम्या राखी जी से मिलकर अपने घर चली आई । यह वादा करके ( राखी जी से ) उनसे की वह फिर जल्दी ही अनिका के घर आएगी ।

एक माह बाद

                सौम्या के घर एक पंडित जी आए हुए थे और वो सौम्या के भैया हर्षवर्धन सिंह  से किसी लड़के के बारे में बात कर रहे थे ,सौम्या के लिए ।वह कह रहे थे की यह जो मैं शादी आपको बता रहा हूं । यह बहुत ही अच्छा है सौम्या के लिए ,इसके कुंडली में जो  दशा चल रही हैं ,इसमें इसके विवाह के प्रबल लक्षण दिख रहे हैं ,इस लग्न में तो सौम्या की शादी हो जानी चाहिए।लेकिन एक बात है आपको पता करना होगा कि ,अभी लड़के की शादी हुई है या नहीं क्योंकि  मेरे पास 1 साल पहले मिस्टर सूर्यवंशी आए थे , अपनी लड़के की कुंडली दिखाने के लिए और उन्होंने यह भी कहा था मुझसे की आपकी नजर में कोई लड़की हो तो हमें बताइएगा ।मुझे  एक सुंदर ,सुशील और संस्कारी बहू चाहिए ।
       पंडित जी से हर्षवर्धन जी लड़के वाले का पता पूछे  , तो पंडित जी हर्षवर्धन जी को पता बता  दिए और दो दिन बाद लड़के वाले के यहाँ पंडित जी के साथ         हर्षवर्धन जी गये । उन्हें वहाँ  कुछ अच्छा लगा तो ,वो पंडित जी से बोले कि - आप लड़का के पिता से कहिए , कि मुझे यह शादी अच्छी लग रहीं है अपने बहन के लिए । तो पंडित जी लड़के के पिता मिस्टर राघवेन्द्र सिंह सूर्यवंशी से कहे कि यह शादी मिस्टर कौशिक को पसंद हैं । आप अपनी राय बताइये आपको लड़की कैसी लगी ? आपके बेटे के लायक है ये ? मिस्टर कौशिक पूछ रहे है ।
           मिस्टर सूर्यवंशी - (मिस्टर कौशिक से कहते है ) जी ... मुझे तो लड़की बहुत पसंद आयी है और मेरी पत्नी को भी , लेकिन हम एक बार देखना चाहते है लड़की को सामने से ... अगर आपको कोई ऐतराज नहीं हो तो हम अगले शुक्रवार को वहां आ जायेंगे और मेरा बेटा भी देखेगा लड़की को । क्योंकि उसे ही तो शादी करनी है , जिंदगी भर उसीको ही रहना है तो उसकी पसंद भी जरूरी है ।
         मिस्टर कौशिक (मिस्टर सूर्यवंशी से कहे ) - ठीक है , हमें कोई ऐतराज नहीं हैं , आप बड़े है ,आपको जो सही लगें और इसमें तो दोनों की रजामंदी भी बहुत जरूरी  हैं , आप बिल्कुल सही कह रहे हैं । फिर उन्होंने कहा अंकल आपको मेरी बहन को पसंद आयी , ये सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई हैं । आप नहीं जानते हो कि मैं अपनी सौम्या के शादी को लेकर कितना चिंतित हूँ । आपके एक हाँ से मेरा आधा चिंता छू मंतर हो गया है ।( ये कह कर हर्षवर्धन जी मुस्कुरा दिये )
          मिस्टर सूर्यवंशी ( मिस्टर कौशिक से ) -अरे बेटा ! चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है । लड़कियां अपने साथ अपना भाग्य भी लाती है । वैसे ही तुम्हारी बहन के भाग्य में जो होगा । वह मिल ही जाएगा उसे । तुम ज्यादा चिंता मत करो । फोटो में तो बहुत प्यारी लग रही है ।तुम बस चिंता मत करो बेटा। हम अगले शुक्रवार को आ रहे हैं उसे देखने ।
          मिस्टर कौशिक - (खुश होते हुए )ओके अंकल आप आइए हमारे यहाँ । आपका स्वागत है हमारे घर ।
और फिर कुछ देर बात कर के पंडित जी और मिस्टर कौशिक वापस अपने घर आ जाते हैं और यह खुशखबरी अपने घरवालों को  सुनाते हैं , की हमारी सौम्या उन्हें पसंद आ गई है । वो लोग अगले शुक्रवार को हमारी सौम्या को देखने आएंगे ।यह बात सुनकर सौम्या की मां अक्षरा जी और उसकी भाभी प्रगति जी दोनों बहुत खुश हुई और आने वाले अगले शुक्रवार का बेसब्री से इंतजार करने लगी । सब लोग बहुत खुश थे घर में . , बस सौम्या थोड़ी  उदास सी लग रही थी ।उसके दिमाग में बस बार-बार यही बात घूम रही थी ,की ये लोग मेरे भैया से भारी दहेज की मांग करेंगे और मेरे भैया मेरी खुशी के लिए कुछ भी करके , उन्हें दहेज देने के लिए तैयार हो जाएंगे । लेकिन मैं ऐसा नहीं होने देना चाहती हूं , कि मेरे भाइया मेरी वजह से इतना परेशान हो ।

अगले शुक्रवार को

आज सौम्या के घर में सब लोग बहुत बिजी थे , सिवाय सौम्या के ,क्योंकि आज सौम्या को देखने के लिए लड़के वाले आने वाले हैं । 


क्रमशः .....✍🏻

44
रचनाएँ
मेरे जीवन साथी👩‍❤️‍💋‍👨
5.0
ये मेरी पहली कहानी है अगर कुछ गलती हो गई हो तो जरूर बताइएगा आप लोग और अगर अच्छा लिखा होगा मैने तो ये भी बताइयेगा Plz🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🤗🤗 ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★             इस कहानी में आप दहेज देने वाले पति को देखेंगे । लड़का लड़की वालों के ऊपर ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ने देगा और अपने माता - पिता को दहेज नहीं लेने को भी नहीं कहेगा क्योंकि हमारे यहाँ तो यह एक जीवन का अभिन्न अंग बन गया है । खास कर मीडिल क्लाश के लोगों में दहेज लेना अधिक सम्मान की बात होती है । तो यहाँ लड़का बीच का रास्ता अपना लेता है । जिससे ना ही उसके माता - पिता को बुरा लगेगा और ना ही लड़की वालों के ऊपर अधिक भार पड़ने देगा । इससे दोनों परिवार में खुशी भी बनी रहेगी और संबंध भी अच्छा रहेगा । ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★          खैर हम चलते है अपनी कहानी की ओर                                
1

मेरे जीवनसाथी भाग 1

4 जून 2022
4
1
0

अनिका अपने दोस्तों से कही साथ में घुमने जाने को कह रही थी और वो ये भी कह रही थी , कि अगर कोई अपने साथ किसी और को भी लेना चाह रहा होगा ,तो वो लेले। हम जितने अधिक होगें । उतना ही मजा 🤗आयेगा । साथ में ख

2

मेरे जीवनसाथी भाग 2

5 जून 2022
1
1
0

साकेत - ( आदित्य से ) तुम अनिका और सौम्या को लेलो .... और हम ... प्राची और प्रिया को ले लेते है ।🙂आदित्य - okk ... फिर चलो जल्दी से बैठो तुम लोग👨🏻 ( अनिका और सौम्या से कहता है )सौम्या हाँ में सर हि

3

मेरे जीवनसाथी 3

29 जुलाई 2022
1
1
0

शशांक -धीरे से हेलो गाइस हम सब आ गए हैं . . . और यह कह कर वो मुस्कुरा देता है😊इस समय सच में शशांक बहुत खुश नजर आ रहा था शायद यह जगह उसे बहुत अच्छी लग रही थी या फिर कोई और बात थी ...🤔आदित्य -आश

4

मेरे जीवनसाथी 4

2 अगस्त 2022
1
1
0

शशांक अभी भी सौम्या का हाथ अपने हाथ में लिये हुए था ...और सौम्या ने भी शशांक के हाथों को टाइटली पकड़ा हुआ था .... वो उसके हाथ छोड़ना नहीं चाहती थी .. क्योंकि अभी भी उसे डर लग रहा था (ꏿ﹏ꏿ;) .कि क

5

मेरे जीवनसाथी 5

2 अगस्त 2022
1
1
0

3 साल बाद सुबह 9:30 amअक्षरा जी - बेटा जाओं जल्दी । बस छूट जायेगी तुम्हारी । वो अपने प्यारी सी बच्ची को बोल रही थी (अक्षरा जी सौम्या की माँ है । जिनकी जान बसती है अपनी सोमू

6

मेरे जीवनसाथी 6

2 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या जल्दी से घर से निकली और जल्दी जल्दी चलने लगी । वो मन में सोच रही थी कि पता नहीं , आज अचानक से ये लोग 🙄 मेरे लिए लड़का देखने की बात क्यों करने लगये ।उफ्फ क्या सियाप्पा है ये 🙄

7

मेरे जीवनसाथी 7

2 अगस्त 2022
1
2
1

वो लड़का टैक्सी में बैठते ही ड्राइवर से बोला -भैया आप Mahabodhi Mahavidyalaya (B.Ed.), Nalanda ले चलिए । जल्दी लेट हो रहे है हम । यह कहकर वह सौम्या की तरफ उससे पूछने के लिए

8

मेरे जीवनसाथी 8

19 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या उसे वही से आवाज लगाती हैं ।सौम्या - शशांक वहां क्या कर रहे हो आप ? आइये जल्दी चलिए । मेरी सहेलियाँ कब से हमारा वेट कर रही हैं Plz आप जल्दी चलिए।शशांक घबरा जाता है कि कहीं वो यानी (

9

मेरे जीवनसाथी 9

19 अगस्त 2022
0
0
0

फिर शशांक से सौम्या ने अपने सहेलियों का परिचय कराया ।सौम्या - शशांक इन सब से मिलिये । ये चारों मेरी दोस्त हैं ।उसने ( सौम्या ) सबसे पहले अपनी दिल फेंक सहेली का परिचय करवाया ।शशांक ये मेरी दोस्त शाहीन

10

मेरे जीवनसाथी 10

19 अगस्त 2022
0
0
0

इधर सौम्या भी अनिका के घर चली आती है । सौम्या को देखकर अनिका की मम्मी , बहुत खुश हो जाती है , क्योंकि वो अनिका और सौम्या दोनों को ही अपनी बेटी मानती है । कभी-कभी तो अनिका को डाउट भी होने लगता है

11

मेरे जीवनसाथी 11

19 अगस्त 2022
0
0
0

जब अनिका के काफी देर तक , खड़ा होने के बावजूद भी । इन दोनों में से , किसी ने भी उस पर ध्यान नहीं दिया , तो उसे रहा नहीं गया और तब वो सौम्या और राखी जी पर चिढ़ कर बोलती है ।अनिका - हेलो ....महानुभाव इध

12

मेरे जीवनसाथी 12

19 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका - नहीं तो .. मैंने ऐसा कब कहा ,की तुमको जब काम होता है मेरे से ,तभी तुम मेरे पास आती हो ?सौम्या -मुंह बनाते हुए अनिका से कहती है - तुम इस तरह कह रही हो ,तो मुझे ऐसा ही लगा , मुझे क्या , किसी को

13

मेरे जीवनसाथी 13

19 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका - अब ज्यादा भाव मत खाओं तुम। चलो जल्दी सुनाओं मुझे । गुड न्यूज क्या है ? फिर अनिका गम्भीर स्वर में सौम्या से बोली - तुम ज्यादा मत सोचों इस बारे में । सब ठीक ही होगा और क्या पता तुम्हें ऐसा राजकु

14

मेरे जीवनसाथी 14

19 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या ..अनिका की यह बात सुनकर ,अपनी आंखें बड़ी- बड़ी करके ,उसकी तरफ देखते हुए कहती है । क .. क ..क्या ? तू पागल - वागल तो नहीं हो गई है ! जो ऐसे बिना सर - पैर की बातें कर रही हो ।अरे हम दोस्त हैं सिर

15

मेरे जीवनसाथी 15

19 अगस्त 2022
0
0
0

थोड़ी देर बाद सौम्या को देखने के लिए लड़के वाले आते हैं ,तो सौम्या के भैया सबको अंदर गेस्ट रूम में बड़े आदर से लेकर आते हैं , तभी सौम्या की भाभी प्रगति जी और मां अक्षरा जी आती है ।अक्षरा जी लड़के के म

16

मेरे जीवनसाथी 16

22 अगस्त 2022
0
0
0

प्रगति जी सौम्या से कहती हैं - - - प्रगति जी - अब चलों जल्दी से नीचे ,,, वोलोग तुम्हारा वेट कर रहे है और तुम्हारे होने वाले वो ..... भी ...☺️ प्रगती जी ने तुम्ह

17

मेरे जीवनसाथी 17

22 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या को देखते ही लड़का एकदम से चौक गया , तब उसके हाथ से चाय का कप गिरते - गिरते बचा था , जब से सौम्या नीचे आयी थी , तभी से वो एकटक से उसे ही देखे जा रहा था । वो इस समय यह भूल गया था की अभी उसके साथ

18

मेरे जीवनसाथी 18

22 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या मन में अनिका से बात करते हुए कहती है - तुम अब से इसलिए शशांक नाम नहीं लोगी क्योंकि अब मेरी शादी होने वाली है , वो भी किसी और से ... समझी ,तो Plz अब नाम मत लेना शशांक का , किसी के सामने ।

19

मेरे जीवनसाथी 19

22 अगस्त 2022
0
0
0

प्रगति जी के कहने पर ना चाहते हुए भी सौम्या ... शशांक को अपने साथ अपने रूम में ले जाती है . . . सौम्या को इस समय शशांक पर बहुत गुस्सा आ रहा था ; वो बस यही सोच रही थी ,कि ये इतने पढ़ें लिखे होकर भी दहे

20

मेरे जीवनसाथी 20

22 अगस्त 2022
0
1
0

जब शशांक ने सौम्या से बोला कि plz .... मेरी भी सुन लो ना एक बार सौम्या ... , आप क्यों इतना परेशान हो रही हो । भैया है ना .... बात कर लेंगे वह मेरे मम्मी पापा से दहेज के मामले में ।

21

मेरे जीवनसाथी 21

24 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या को अभी खामोश रहना ही अच्छा लगा , तो वो बस मुस्कुरा रही थी और वो भी दिखावे के लिए ।कुछ देर बैठने के बाद सूर्यवंशी परिवार यह कह कर चली गई की हम घर जाकर इस विषय पर सोच - विचार कर के ... 2 दिन में

22

मेरे जीवनसाथी 22

25 अगस्त 2022
0
1
0

( मिस्टर कौशिक - सौम्या को समझाते है , उसको इतना परेशान देखकर ) -- बेटा .... हर लड़की के घर वाले चाहते है कि उनकी बेटी अपने ससुराल में खुश रहें । उसे वो सरी खुश

23

मेरे जीवनसाथी 23

25 अगस्त 2022
1
2
0

सौम्या को मैं जब भी चिढ़ाती थी तो वो उल्टा मुझे ही खरी - खोटी सुना देती थी ।फिर प्रगति जी अनिका से पूछी की आप लोग वहाँ गए थे तो फोटो - वोटो नहीं लिये थे क्या ?&

24

मेरे जीवनसाथी 24

25 अगस्त 2022
0
1
0

चलों कोई नहीं ... अब ऊपर थोड़ा फुलनदेवी से बात करने के लिए जा रही हूँ भाभी । आप चिंता मत करिए ।मैं उसे समझा दूंगी और ये कहते अनिका मुस्कुराते हुए ऊपर चली गई सौम्या के क

25

मेरे जीवनसाथी 25

25 अगस्त 2022
0
1
0

मैं बहुत खुश नसीब हूँ कि मेरे भाई - भाभी मुझसे इतना प्यार करते है । वो मेरी खुशी के लिए कुछ भी कर सकते हैं । अनिका — सौम्या को रोते हु

26

मेरे जीवनसाथी 26

25 अगस्त 2022
0
1
0

अनिका — अ ... ह ... क्या शशांक तुमसेलड़ाई किया है कभी ... बताओं ? उसने तो कभी ऊंचीआवाज में बात ही नहीं की होगी तुमसे । जबकि वो तुमसे प्यार करता है , तो उसे भी त

27

मेरे जीवनसाथी 27

26 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या उसको (अनिका को ) चिढ़ाते हुए कहती है — अच्छा - अच्छा ठीक है । जाओ भागो यहां से जल्दी । अनिका मुंह बनाकर — हां - हां जा रही हूं । &nbsp

28

मेरे जीवनसाथी 28

26 अगस्त 2022
0
1
0

शशांक — मॉम आप ऐसे क्यों कह रही हो ? मैं तो हमेशा कोई भी काम आराम से ही करता हूं । मिसेज सूर्यवंशी — हां .... देखा है मैंने आज कुछ देर पहले

29

मेरे जीवनसाथी 29

26 अगस्त 2022
0
0
0

कुछ देर बाद तीनों रेस्टोरेंट में आ जाते है और जिस काम के लिए आए होते हैं यहां ; उस पर बात करते हैं । साथ - ही - साथ शशांक — आदि और अनिका से यह भी कहता है कि वो इस बात क

30

मेरे जीवनसाथी 30

26 अगस्त 2022
0
1
0

अनिका — लेकिन इसमें सौम्या की भी तो गलती नही है ना । वो तो अपने भैया को परेशान देख कर ... ये सब कह रही है । तुम शायद नहीं जानते हो लेकिन मै ये जानती हूँ कि हमारे जैसे

31

मेरे जीवनसाथी 31

29 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका छत पर पहुंचते ही आदित्य को खुशी के मारे गले लगाते हुए कहने लगी — यार आदि आज तुने मेरा दिल खुश कर दिया है . . . सच कह रही हूं मै । पहली बार तूने कोई काम किया है . . . ज

32

मेरे जीवनसाथी 32

29 अगस्त 2022
0
0
0

शशांक — सौम्या ... उ .. म्म ... तुम भी बहुत अच्छी हो ... बहुत प्यारी हो । ऐसे ही मैं तुम्हारे आगे - पीछे नहीं घुम रहा हूँ .. । तीन साल ... तीन साल हो गया था तुमसे

33

मेरे जीवनसाथी 33

29 अगस्त 2022
0
0
0

शशांक उपन्यास को दिखाते हुए मुस्कुराकर 😊 कहा और कमरे से बाहर आ गया । शशांक के बाहर जाते ही सौम्या धम से अपने बेड पर बैठ गई । उसके आंखों में आंसू आ गए थे शशांक की ऐसी बातें सुनकर ।

34

मेरे जीवनसाथी 34

29 अगस्त 2022
0
0
0

तुम ही बताओं ... क्या तुम खुश रह पाओगी उसके दिल को तोड़ कर ? गरीबों की खुशी के साथ अपनी पूरी जिंदगी एक उसके बिना ... ? बताओं .... बोलों ... ?

35

मेरे जीवनसाथी 35

29 अगस्त 2022
0
0
0

ये सब याद करते हुए शशांक कब अपने घर पहुंचा , उसे पता हीं नहीं चला । वो बस सौम्या के ख्यालों में खोया हुआ था और मुस्कुरा रहा था । तीन दिन बाद आज शशांक सौम्या के

36

मेरे जीवनसाथी 36

29 अगस्त 2022
0
0
0

कुछ देर बाद इस सॉग के साथ ही आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया । सब लोग अपने अपने घर चले गये । इधर अभी भी हर्षवर्धन जी दहेज के पैसों को लेकर चिंतित थे , क्योंकि अब तक पैसों का इतंजाम न

37

मेरे जीवनसाथी 37

29 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका — हाँ - हाँ नहीं तोड़ूंगी दोस्ती तुमसे । आखिर तुम क्या कहने वाले हो ? ..... देखों ... . . आदि तुम्हें जो भी कहना है । साफ - साफ कहों । यूं बात को घूमा - घूम

38

मेरे जीवनसाथी 38

29 अगस्त 2022
0
0
0

आज इस वक्त अनिका को ये सारी बाते एक के बाद एक याद आने लगी थी , अचानक से आदि के प्रोपज कर देने से । जो कुछ दिन पहले सौम्या ने उससे कहा था । अनिका यहीं सब सोचते - सोचते सो गई ।

39

मेरे जीवनसाथी 39

29 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या अनिका को अपने रूम में लेकर गई और उससे पूछी — आज तुम हल्दी में इतनी परेशान क्यों लग रही थी । तो अनिका उससे बोली पहले हम फ्रेश होकर आते हैं तब बात करेंगे । मुझे तुमसे सुबह मे

40

मेरे जीवनसाथी 40

4 सितम्बर 2022
0
0
0

पार्लर गर्ल अनिका को रेडी करने लगी और सौम्या कमरे से बाहर चली आई ये देखने के लिए की नीचे क्या हो रहा है अभी ? वह ऊपर से ही पिलर के पीछे खड़ा हो कर नीचे हॉल में देख रही थी , क्योंकि सौम्या

41

मेरे जीवनसाथी 41

10 सितम्बर 2022
0
0
0

अनिका दांत दिखाते हुए दोनों से बोली — 😁 तुम दोनों का तो यहीं काम हैं । दूसरे की जिंदगी में क्या चल रहा है यह पता लगाना । कभी खुद के

42

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 42 ( शादी स्पेशल )

9 मई 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ाआदि अपने दोस्तो से हट कर एक कोने में खड़ा हो गया और अनिका को देखने लगा । अब आगेअनिका को भी आज थोड़ा अजीब लग रहा था , वो समझ नहीं पा रही थी , कि आदि के देखने से आज उसे ऐसे क्यों हो

43

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 43 ( शादी स्पेशल )

27 मई 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ा— ओ ... हेलो ... दुल्हा ये है तुम लोग नहीं ... भैया इसे ( शशांक के तरफ इशारा करके बोला ) रेडी होने को बोल कर गए है । तुम लोग क्यों इतना उड़ रहे हो । अब आग

44

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 44 ( शादी स्पेशल )

23 जून 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ाशशांक को एक बार के लिए कुछ समझ नहीं आया कि ये क्या कर रहे है 🙁 , अचानक से वो लोग आकर उठा लिए थे उसे 😄 । फिर उसे याद आया कि लोग दुल्हे को ऐसे उठा कर ले जाते है .....😄😄 अब

---

किताब पढ़िए