शशांक अभी भी सौम्या का हाथ अपने हाथ में लिये हुए था ...
और सौम्या ने भी शशांक के हाथों को टाइटली पकड़ा हुआ था .... वो उसके हाथ छोड़ना नहीं चाहती थी .. क्योंकि अभी भी उसे डर लग रहा था (ꏿ﹏ꏿ;) .कि कहीं अगर हम छोड़ दिए तो ... शायद हम गिर जाएंगे ...यही सोच कर शशांक का हाथ उसने पूरे टाइम तक पकड़ा हुआ था ... जब तक वो ग्लास ब्रिज पर थे . .
अब सब लोग वहां पर कुछ देर तक घूमते हैं
वहां का नजारा बहुत सुंदर लग रहा था और रिमझिम रिमझिम🌧️ बारिश भी हो रही थी तो मौसम और सुहाना लग रहा था🏞️
रिमझिम बरसात में
पिया हो साथ में
हाथों में हाथ डाले हम
भीगे पूरी बरसात में
बीच-बीच में आदि ... शशांक के तरफ देख रहा था🙁 शायद आदि बहुत देर से शशांक से कुछ कहना चाह रहा था लेकिन शशांक देखकर भी आदि को नजरअंदाज कर दे रहा था ....क्योंकि वह जानता था कि आदि क्या कहने वाला है😄 इस समय उसके दिमाग में बैठा👿 शैतान उछल उछल कर बाहर आना चाह रहा था 😂
शशांक तो उसकी एक-एक हरकत से वाकिफ था क्योंकि वह बचपन से ही फ्रेंड है🤗😄
अब सब लोग वहां से पांडू पोखर जाने का प्लान करते हैं और फिर वहां जाते हैं
यहां का नजारा और भी सुंदर था चारों तरफ पेड़ पौधे पहाड़ और झाड़ियां ...यहाँ सब दिख रही थी और बीच में यह पोखर और भी प्यारा लग रहा था ।
यहां कुछ देर तक घूम कर ये लोग वापस अपने रूम पर आ जाते है क्योंकि अब शाम हो गई थी ।🌅
यहां आकर वो लोग खाना खाकर सो😴😴😴😴😴 जाते हैं ये कहकर कि कल हम गर्म कुंड चलेंगे अब जब यहां आए हैं तो वो भी देख कर चलेंगे ।
अगले दिन सुबह 7:30 बजे

सब लोग उठ कर नहा धो लेते हैं और नाश्ता करके गर्म कुंड देखने चले जाते हैं ।
जब वह लोग अंदर गए तो साकेत ने वहां जाते ही🙆🏻♀️ सीधा पानी में हाथ लगा दिया 😅।
उसको नहीं पता था कि पानी गर्म है । 😄
जब उसको पानी गर्म लगा तो ...उसने आश्चर्य 😳से बोला ...अरे ! यह पानी तो बहुत गर्म है 🙄ऐसे कैसे हो सकता है 🤔पानी कैसे गर्म निकल रहा है 🙁
अनिका और प्रिया दोनों ने उसको एक - एक चपथ लगाया और बोला🙂 अरे🤦🏻♀️ बुद्धू यहां का 💁🏻♀️पानी गर्म ही होता है 🤨
इसलिए तो इसका नाम गर्म कुन्ड पड़ा है . . .और इसको सूर्य कुंड बोलते हैं लोग समझे ।🙂
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सूर्य कुंड
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तब सब जने वहा गर्म कुंड नहाकर कुछ देर त वहां घुमते रहे ।
वहाँ पर एक वृद्ध साधु को देखे .. तो प्राची बोली चालो ना हम यहाँ आये है तो , कुछ जान भी लेते है . . इसके बारे में कि ..आखिर ये पानी गर्म क्यों है ? और बनवाया किसने है ?
और वो भी इतना सुंदर .......
प्राची के बात से सब सहमत हो जाते है . .और चल देते है . . . साधु बाबा के पास , वहाँ जाकर सबसे पहले सबने बारी -बारी से बाबा जी का चरण स्पर्श 🙏🏻करते है
उन्होंने सबको आयुष्मान भव 👐🏻, यशस्वी भव👐🏻 और कल्याण भव 👐🏻का आशीर्वाद दिया और तब उन सब ने गर्म कुंड के बारे में पुछते है कि बाबा जी यहा का पानी गर्म क्यों है और ये कुंड बनवाया किसने है ?
तो बाबा जी शुरू से बताना शुरू करते है और सुनाने लगते है गर्म कुंड की कहानी ...कहते है

पौराकाणिक कथाओं के अनुसार भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र राजा बसु ने राजगीर के ब्रह्मकुंड परिसर में एक यज्ञ का आयोजन कराया था। इसी दौरान यहां आए देवी-देवताओं को एक ही कुंड में स्नान करने में परेशानी होने लगी। तभी ब्रह्मा ने यहां 22 कुंड और 52 जलधाराओं कानिर्माणकराया था

यहां गुफाओं से आता है कुंड में गर्म पानी
बताया जाता है कि कुंड में सप्तकर्णी गुफाओं से गर्म पानी आता है। यहां वैभारगिरी पर्वत पर भेलवाडोव तालाब है, उसी होकर गर्म पानी इन कुंडों तक पहुंचता है। इस पर्वत में कई तरह के रसायन जैसे सोडियम,गंधक, सल्फर हैं, जिस कारण यहां से निकलने वाला पानी गर्म होता है।
सब यहां के बारे में जान कर खुश हो जाते है और आपस में कहते है चलों यहाँ आकर गर्म कुंड के बारे में तो पता चला ।
अब सब लोग वापस अपने शहर आ जाते है साकेत के कार से प्राची और प्रिया बाहर आते है तो वही शशांक के कार से अनिका और सौम्या बाहर जाने के लिए गेट खोलती है तो शशांक बोलता है । अम्म .... जी मै आप दोनों को आपके घर तक छोड़ दे रहा हूँ । तो अनिका और सौम्या कहती है . . .नहीं - नहीं इसकी कोई जरूरत नहीं है हमारा घर यही पास में ही है . . .हम टैक्सी ले लेंगे । आप जाइये इस चिम्पांजी को छोड़ दिजिए इसके घर यह कहकर अनिका हंसने लग जाती है
😃😃😀😆😁

कुछ दिनों बात कॉलेज भी खुल जाता है और सब अपने - अपने पढ़ाई में busy हो जाते है
शशांक भी अपने काम में busy हो जाता है
समय बितता गया और देखते - देखते final exam भी नजदीक आ जाता है और सब लोग मन लगा के खुब पढ़ाई करते है और अब exam का date भी आ जाता है और सब exam qualify कर लेते है ।

जिस दिन रिजल्ट आया उस दिन प्राची ,प्रीया ,अनिका , आदि और साकेत मिल कर एक पार्टी करते है जिसमें इनलोगों ने सौम्या को invite किया था । सबने खुब मस्ती करी थी क्योंकि ये शायद इनलोगों का आखिरी दिन था जो कि एक साथ थे ।
इनलोगों ने ये पार्टी ये सोच कर रखा था कि पता नहीं हम फिर मिलेंगे या नहीं एक साथ ।
सही भी सोचा इनलोगों ने क्योंकि .....
जब एक बार सब दोस्त
एक दूसरे से अलग हो जाते है ,
तो फिर मुस्किल हो जाता है ,
एक साथ सारे दोस्तो का मिलना ।😔
अब सब लोग अपने अपने काम में busy हो गये ।
बाते तो होती थी पर सिर्फ फोन से ही ।
क्रमश:✍🏻 .......