अनिका दांत दिखाते हुए दोनों से बोली — 😁 तुम दोनों का तो यहीं काम हैं । दूसरे की जिंदगी में क्या चल रहा है यह पता लगाना । कभी खुद के जिंदगी में भी झांक लिया करो । ..
कुछ देर तक चारो सहेलीयों में नोक - झोक चलती रही । तभी प्रीया को बाहर से पटाखों और गाने की आवाज सुनाई दी । इस समय शशांक के दोस्त डास कर रहे है . . . ये बात कोई भी कह सकता था "आज मेरे यार की शादी है " सॉग सुनकर ।
बाहर शशांक का एक दोस्त इस शेर की लिपसिंग के साथ - साथ एक्शन भी कर रहा था ।
अमीर से होती है , गरीब से होती है ,
दूर से होती है , करीब से होती है ,
मगर जहाँ भी होती है ऐ मेरे दोस्तो ,
शादियाँ तो नसीब से होती हैं ,
शशांक सारे दोस्त इस शेर को सुनकर एक साथ जोर से चिल्ला कर कहते है — हु ऽ ऽ अऽ ऽ हुअऽ ऽ हुअ ऽ ऽ
आज मेरे यार की शादी है ,
आज मेरे यार की शादी है ,
लगता है जैसे सारे संसार की शादी है ,
आज मेरे यार की शादी है ,
बाहर शशांक के दोस्त धमाल मचाए हुए थे । उसके पूरे दोस्त डांस में एकदम मगन थे । पूरे बराती और घराती की नजर दूल्हें और उसके डांस कर रहे दोस्तों पर थी । डांस का भूत सब के सर पर सवार था । सब मस्ति में झूम रहे थे । बस दो लोगों की नजर डांस करने के दौरान भी बैचैनी से किसी को ढूंढ़ रही थी । उनकी नजर बार - बार ऊपर उठ जा रही थी । एक की नजर अपनी दुल्हन को देखने के लिए मचल - मचल कर ऊपर की ओर उठ रही थी , तो दूसरे की नजर अपने प्यार की दीदार के लिए उठ जा रही थी । एक खुश हो रहा था कि वो कुछ देर में अपनी दुल्हन को बहुत करीब से देखेगा ... जी भर के । तो दूसरा खुश होने के साथ - साथ डर भी रहा था ।
वक़्त है खूबसूरत , बड़ा शुभ लगन मुहूर्त ,
देखो क्या खूब जमी है , दूल्हे की भोली सूरत ,
दूल्हे की भोली सूरत ,
ख़ुशी से झूमे है मन , मिला सजनी को साजन ,
कैसे संजोग मिले हैं , चोली से बंध गया दामन ,
चोली से बंध गया दामन ,
ओ सुन मेरे दिलजानी ,
शुरू अब होने लगी है , नयी तेरी जिंदगानी ,
इधर प्राची और प्रिया बाहर जाने के लिए मचलने लगी ।
दोनों शशांक और उसके दोस्तों का डांस मिस नहीं करना चाहती थी ।
ख़ुशी से क्यूँ इतराए , आहा
आज तू हमें नचाये ,
वक़्त वो आने वाला , ओ हो ,
दुल्हनिया तुझे नचाये ,
दुल्हनिया तुझे नचाये ,
किसी के सपनों के सोलह सिंगार की शादी है,
आज मेरे यार की शादी है.....
प्रिया फॉरन प्राची और अनिका का हाथ पकड़ी बाहर ले जाने के लिए । प्राची तो जाने लगी , लेकिन अनिका अपने जगह से बिल्कुल भी नहीं हिली । अनिका को ऐसे करते देखकर प्राची और प्रिया दोनों ही हैरान थी । वो ये सोचने लगी की आखीर इसे हुआ क्या है ? फिर प्रिया अनिका से थोड़ा चिढ़ते हुए अपनी आइब्रो और आँख सिकोड़ते हुए पूछी — तुम ठीक तो होना , ऐसे क्यों कर रही हो ? क्या किसी ने तुम्हें कुछ कहा है ? जो ऐसे मुंह लटका के खड़ी हो ? जब तुम्हें बाहर जाना ही नहीं था , तो आखिर इतना टाइम क्यों बर्बाद की तैयार होने में ? ज्यादा नाटक मत करो और अब चलो , नहीं तो हमें तुम्हें खींच कर ले जाना पड़ेगा । अब सोच लो , तुम्हें किस तरह जाना पसंद हैं ।
अनिका मुंह बनाते हुए सौम्या के तरफ देखी जैसे वो पूछ रही थी कि क्या करू अब मै ?
सौम्या भी अनिका को देखकर समझ जाती है कि वो क्या पूछना चाह रही है , तो वो उसकों बाहर जाने के लिए अपनी पलके झपका कर इशारों में ही कह देती है , कि तुम जाओं बाहर इनके साथ ।
अनिका भी सौम्या के इशारों को समझ कर अपना मूंह बिगाड़ते हुए वहां से प्रिया और प्राची के साथ बाहर आ गई ।
तारे तोड़ तोड़ के लाऊं , तेरे सहरे को सजाऊं ,
फूल राहों में बिछाऊं , मैं प्यार के ,
आज लूंगा मैं बलाएँ , दूंगा दिल से दुआएं ,
डाल गले में बाहें अब यार के ,
एक चमन से देखो आज बहार की शादी है ,
लगता है जैसे सारे संसार की शादी है ,
आज मेरे यार की शादी है ......
बाहर अभी भी समा बंधी हुई थी । प्राची और प्रिया दोनों अनिका को खींचते हुए छत पे ले आयी । प्राची और प्रिया थोड़ा आगे थी अनिका से , तीनों की नजर शशांक और उसके दोस्तों पर जमी हुई थी । प्राची और प्रिया शंशाक के दोस्तों के डांस में नुस्खा निकालने लगी । दोनों एक दूसरे से कह रही थी — अरे उसको देखों कैसे बंदर के जैसे उछल रहा हैं और इस रेड सूट वाले को तो देखों कैसे डांस कर रहा हैं । 😁😁 ये तो अपना बाल ही ठीक करने में लगा हैं । 😄😃
अनिका इन दोनों के पिछे खड़ा होकर आदि को देख रही थी । वो आज उसे बहुत सुंदर लग रहा था । बैल्क और वाइट ड्रेस में । आज आदि उसे वहां आये सभी लड़कों में सबसे हैंडसम लग रहा था ।
अनिका बड़े प्यार से उसे देख रही थी । तभी आदि डांस करते हुए ऊपर देखा । अनिका और आदि की नजर जब मिली , तो अनिका का कलेजा एक ही बार जोर से धक से करके रुक गया , उसका चेरहा गर्म हो कर लाल पड़ गया । अनिका आदि की नजरो से बचने के लिए इधर - उधर देखने लगी । यहीं हाल नीचे डांस कर रहे आदि का भी हुआ था । वो अनिका को आज ऐसे देखकर , उससे अपनी नजरे नहीं हटा पा रहा था । उसकी भी धड़कने तेज हो गई थी । वो अपने दोस्तो से हट कर एक कोने में खड़ा हो गया और अनिका को देखने लगा ।
बैक ग्रॉउंड सॉग
फिर ना ऐसी रात आयेगी
यूँ हमें जो साथ लायेगी
फिर ना ऐसी रात आयेगी
यूँ हमें जो साथ लायेगी
नज़दीक से रात भर
देख लूँ मैं तुम्हें
जाने ना दूँ इस दफा
रोक लूँ मैं तुम्हें
तुम सामने सच में हो
या कोई ख्वाब है
खुद पे नहीं है यकीन
पूछ लूँ मैं तुम्हें
फिर ज़ुबान पे एक मर्तबा
आज दिल की बात आयेगी
फिर ना ऐसी रात आयेगी
यूँ हमें जो साथ लायेगी
क्या ये मुमकिन है कभी
तुम मेरे हो पाओगे
मैं ये बाहें खोल दूंगा
तुम गले लग जाओगे
जिस तरहा उम्मीद से
देखता हूँ मैं तुम्हें
तुम मुझे भी उस नज़र से
देखने लग जाओगे
क्रमशः