shabd-logo

मेरे जीवनसाथी 35

29 अगस्त 2022

19 बार देखा गया 19


      ये सब याद करते हुए शशांक कब अपने घर पहुंचा , उसे पता हीं नहीं चला । वो बस सौम्या के ख्यालों में खोया हुआ था और मुस्कुरा रहा था ।

  तीन दिन बाद

    आज शशांक सौम्या के घर आया था , उसे आज भाभी ( प्रगति जी )  से  कुछ बात करनी थी । जब उसने प्रगति जी को बातया की वो यहां क्यों आया हैं , तो प्रगति जी उसकी बात सुनकर बहुत खुश हुई और मुस्कुराते हुए उन्होंने कहां — मुझे इस बात से खुशी हुई कि आपने हमारे लिए इतना कुछ सोचा लेकिन सौम्या के भैया को ये बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगेगी । वो बहुत स्वभिमानि है ।  फिर प्रगति जी ने मुस्कुराते हुए कहा — हम बहुत खुश हैं कि आपसे हमारी सौम्या की शादी हो रहीं है और वो बहुत खुशनसीब है कि आप उसके होने वाले पति हो । आपने इतना सोचा हमारे लिए और सौम्या के लिए यहीं बहुत बड़ी बात है . , क्योंकिं इस दुनियां में आप जैसे लोग विरले ही मिलते हैं और मलते भी उन्हीं को है जो भाग्यशाली होते है . . . जैसे में हमें ही देख लिजिए 😊😊☺️ । 
   शशांक यह सुनकर प्रगति जी से बोलता है—  भाभी ये कह कर आप मुझे शर्मिंदा नहीं करों ।  खुशनसीब आप नहीं .... मैं हूं ! जो मुझे सौम्या मिली और आप जैसे अच्छे इंसान मिले । आपके अच्छी परवरिश के वजह से ही सौम्या इतनी अच्छी है और आप लोगों से प्यार भी करती हैं  और वो इतना प्यार करती है कि ... वो कुछ भी कर सकती है आप दोनों को खुश रखने के लिए । फिर शशांक ने कुछ रुक कर बोलना शुरू किया — मुझे पता है कि वह अब तक क्यों  शादी नहीं करना चाह रही थी मुझसे ।  इसलिए मैंने यह फैसला किया ताकि दोनों परिवार खुश रहे और सौम्या भी हंसते हुए शादी कर ले मुझसे ।
कुछ रुक कर फिर शशांक ने थोड़ा गंभीर होकर प्रगति जी से बोला — भाभी आप नहीं जानती हो कि वो मेरे लिए क्या है ? ! मैं उसे कभी खोना नहीं चाहता हूं ।  ... सौम्या कोहिनूर है कोहिनूर ... वो बहुत कीमती हैं मेरे लिए ।
     ये सब बात पिलर के पीछे खड़ी सौम्या सुन रहीं थी । दरअस्ल सौम्या नीचे प्रगति जी के पास आ रही थी और वो इस बात से अंजान थी कि शशांक उसके घर आया है । वो दोनों की बातें सुनकर वही पिलर के पीछे खड़ी हो गई , ताकि वो दोनों की बातें सुन सके । शशांक की बात सुनकर सौम्या की आंखें भर आई थी । आज उसके हृदय में शशांक के लिए प्यार और इज्जत दोनों ही और भी बढ़ गया था । वह बस चुपचाप से शाम को चुप के देखे जा रही थी और उसके साथ किए हुए व्यवहार को याद कर - कर के खुद को कोस रही थी । सौम्या के लिए शशांक किसी देवदूत से कम नहीं लग रहा था । वो उससे मिलना चाह रही थी और उससे क्षमा माँगना चाह रही थी उसके साथ कठोर व्यवहार करने पर , लेकिन नहीं मिल सकी । क्योंकि तब तक शशांक वहां से चला गया था । शशांक ... सौम्या के घर से निकलते ही आदि को कॉल किया और मुंह लटकाते हुए कहा — कहा यार आदि भाभी नहीं मानी .... । वो बोल रहीं हैं कि भैया को अच्छा नहीं लगेगा .... । 
   फिर एक लम्बी सांस छोड़ते हुए शशांक ने आदि से कहां — खैर कोई नहीं ... अब वही करना होगा जो हमने ऑप्शन में रखा था .... और यह कहकर उसने कॉल कट कर दिया । फिर शशांक वहां से अपने घर चला गया ।

कुछ दिन बाद

शशांक और सौम्या के घर में शादी की तैयारियां शुरू हो गई थी । दोनों घर में काफी चहल-पहल थी ।
       आज सौम्या के घर शशांक के यहां से  मेहंदी आने वाली हैं , जिसे सौम्या के हाथों में लगाया जायेगा । सौम्या के घर में आज बहुत सारे मेहमान आये हुए थे । कुछ देर में अनिका अपने फ्रेंडस  के साथ आ गयी । अनिका आते ही सबको काम पर लगा दि और ख़ुद भी करने लगी । काम के दौरान अनिका कभी साकेत पर चिल्लाती तो कभी प्रिया पर और कह रहीं थी प्राची को देखों कितना अच्छा से और मन लगा कर सारे काम कर रहीं । जल्दी - जल्दी हाथ चलाओ तुम लोग । दोपहर 2:00 बजे सब लोग आने वाले हैं मेहंदी और संगीत के लिए और तुम लोग कछुए की तरह काम कर रहे हो । जल्दी करो ..... । एक वो गधा आदि हैं . . . उसे आज यहां होना चाहिए था तो काम के डर से भाग गया शशांक के यहां ... सूअर कहीं का एक नंबर का काम चोर है । 😡
ऐसे ही लड़ते झगड़ते हैं सारे काम खत्म हो गए । अब सब लोग रेडी होने लगे मेहंदी के लिए । पूरे हॉल को बहुत अच्छे से सजाया गया था । सारे लोग मेहंदी के लिए हरे कपड़े पहने हुए थे । कुछ देर बाद शशांक के यहां के लोग भी आ गए मेहंदी लेकर । शशांक आज ग्रीन कलर का कुर्ता और वाइट पजामा पहना हुआ था और उसका चश्मा भी ग्रीन कलर का था ।  आदि और शशांक के पापा भी ग्रीन और वाइट कलर का कुर्ता पजामा पहने हुए थे । आज आदि भी बहुत सुंदर लग रहा था । शशांक की मां और उनके साथ आई हुई औरतें भी ग्रीन कलर की साड़ी पहनी हुई थी ।  थोड़ी देर में सौम्या को अनिका , प्रिया और प्राची लेकर हॉल में आ गई । वो तीनों भी ग्रीन सूट में कमाल की लग रही थी । सौम्या आज ग्रीन और क्रीम कलर की लहंगा पहनी हुई थी , बालों को फ्रेंच जुड़ा बना कर उसको फूलों से बहुत अच्छे से सजाया गया था । आँख में डार्क काजल और माथे पर ग्रीन और क्रिम कलर की बिंदियां लगी हुई थी । गले का हार , मांग टीका ' कान का झूमका , ब्रेसलेट और पायल सब ग्रीन और क्रीम कलर के फूलों से बनी हुई थी जिसे पहन कर सौम्या आज और भी सुंदर लग रही थी । शशांक तो बस उसे एक टक निहारे जा रहा था । उसे ये होश नहीं था कि लोग उसे ऐसे करते देख कर क्या कहेंगे । आदि भी अनिका को देखने में बिजी था । वो  आज कैसे भी करके आनिका को  दिल की बात बताना चाहता था ।
     खैर थोड़ी देर में मेहंदी की रसम शुरू हो गई । सबसे पहले सौम्या के हाथ में शशांक की मां मेहंदी लगाई । फिर बाकी के लोग हल्का हल्का उसके उंगली पर लगा दिये । फिर उसके बाद मेंहदी लगाने वाली लड़कीयों ने सौम्या को और बाकी  के औरतों को मेंहदी लगाने लगी । अनिका अभी फ्रि बैठी थी और मेंहदी के गाने पर बैठें - बैंठे हाथ को और कंधे को घुमाकर तो कभी उचका कर डांस कर रही थी । कुछ देर तक ऐसे ही करते रही फिर उठी और गाना चेंज की .... और आदि का हाथ पकड़ कर उसे खिचते हुए बीच हॉल में ले आयी । 

सॉग प्ले हो गया ....

माना के हमने प्यार को धीरे धीरे बढ़ाया हैं
लेकिन तुम ये जान लो, इंतेज़ार हुआ ख़त्म
अब इश्क़ मोहब्बत मिलन का मौसम आया है


चुनरी ले आओ, आहा
कंगन पहनाओ, आहा
गजरा माँगवाओ, कजरा लगवाओ

मेरे हाथों पे चमका दो मेहंदी का रंग
पहली रात
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग

गाना शुरू होते ही हॉल में तालियां बजने लगी । सब की नजरे आदि और अनिका पर टिकि हुई थी । 

लम्हें भर की हैं मज़बूरी
उनसे मिलन में कुछ है दूरी
जी भर के हम प्यार करेंगे
धीरे धीरे चोरी चोरी

झुमका मॅंगवाओ, आहा
बिंदिया चमकाओ, आहा
चूड़ी खनखाओ, पायल पहनाओ

मेरे हाथों पे चमका दो मेहंदी का रंग
पहली रात
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग

    अनिका आदि के फिलिंग्स से बेखर उसके साथ डांस किये जा रहीं थी । वहीं आदि के दिमाग में बस ऊपर वाली लाइन बार बार  याद आ रही थी । वो आज सच में अनिका को बता देना चाहता था ।

थोड़े भोले थोड़े दीवाने
थोड़े शैतान मेरे हमजोली
इश्क़ में नैना पागल होंगे
खेलेंगे जब हम आँख मिचोली

ये वाली लाइन सुनकर सौम्या को शशांक की बातें  और उसका उसके साथ जबरदस्ती करना  याद आ गया और मुस्काराते हुए शशांक को  प्यार भरी नजरों से देखने लगी फिर शरमा कर नजरे झुका ली क्योंकि शशांक भी उसी को देख रहा था और मुस्कुरा रहा था । 

गुलशन महकाओ, आहा
थोड़ा शोर मचाओ, आहा
सजना मन भाए मुझे ऐसे सजाओ

मेरे हाथों पे चमका दो मेहंदी का रंग
पहली रात
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग
पहली रात आई मेरे पिया जी के संग

फिर एक के बाद एक कई सारे गाने पर लोगों ने डांस किया । लास्ट में अनिका ने सौम्या और शशांक को और मैं लेकर आई डांस के लिए , साथ में आदि , प्रिया , प्राची और साकेत भी थे । 
  
    अनिका खुद सॉन्ग सिलेक्ट कि और वहां से दांत दिखाते हुए इन लोगों के पास आ गई । जैसे सॉन्ग प्ले हुआ और सौम्या ने लिरिक्स सुना तू अनिका से बोली यार अन्नु ये क्या हैं यहां भाई - भाभी और अंकल - आंटी भी तु कोई और सॉग प्ले कर । शशांक को तु नहीं जानती हैं वो उल्टी सीधी हरकते करने लगेंगे । इनमें बिल्कुल भी शरम नहीं हैं । 
    अनिका दाँत दिखाते हुए — नहीं बिल्कुल भी नहीं । इतने दिनों से तुम उस बेलारे को तड़पा रहीं थी अब उसकी बारी है 😀😜 और ये सॉग तो उसपर फिट बैठता है । ये बजेगा और हमसब डांस करेंगे । 

वहीं शशांक को ये सॉग बहुत पसंद आया  और वो सौम्या के तरफ इशारा कर करके डांस करने लगा । 

हे रानी प्रियानी प्रितानी प्रोरोबानी, तू रु तू रु तू रु..
हे त्रिया त्रिया प्रिया प्रिया शिगोरो नोगोरो पुरु पु रु पु रु..
हे क्रिशोम्बो मुकोम्बो मृयानी ई ई..
थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है


थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है
ओ जूली ओ शीला ओ रानो जमालो
कोई हमको रोको, कोई तो संभालो
कहीं हम गिर न पड़ें

थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है
ओ जूली ओ शीला ओ रानो जमालो
कोई हमको रोको कोई तो संभालो
कहीं हम गिर न पड़ें

थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है

मैं भी जानूँ पीना तो बुरी बात है
कैसे न पियूँ प्यासी ये रात है

मैं भी जानूँ पीना तो बुरी बात है
कैसे न पियूँ प्यासी ये रात है
ऊपर से हसीनों का हसीं साथ है

सौम्या शशांक के ऐसे डांस करते हुए देख शरमा रही थी । वो बस चाह रहीं थी कि कब ये सॉग खत्म हो जाएं और वहीं शशांक सबसे बेखबर लागातार सौम्या के कभी गाल को कभी बाल को तो कभी उसके हाथ पकड़ के उसके साथ डांस किये जा रहा था । 

ओ जूली ओ शीला ओ रानो जमालो
हमें गोरी-गोरी बाहों में उठा लो
कहीं हम गिर न पड़ें

थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है

मेरा है ज़माने से अलग रास्ता
मुझे भला दुनिया से क्या वास्ता

मेरा है ज़माने से अलग रास्ता
मुझे भला दुनिया से क्या वास्ता
हमसे खफा क्यूँ लोग हैं क्या पता
ओ जूली ओ शीला ओ रानो जमालो
हमें दुश्मनों की नज़र से बचा लो
कहीं हम गिर न पड़ें

इधर आदि का भी कुछ ऐसा ही हाल था । वो तो अनिका के साथ डांस कम उसे देख ज्यादा रहा था । इसलिए अनिका ने कई बार उसे अपने पैर से तो कभी कोहनी से मार - मार के डांस के लिए बोल रही थी ।

थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है

अरे मर गए भाई

ज़ू ज़ू..ज़ू ज़ू..ज़ू ज़ू..

थोड़ा-थोड़ा दिल पे है जवानी का नशा
उसपे फिर नशा है ये तेरे प्यार का

थोड़ा-थोड़ा दिल पे है जवानी का नशा
उसपे फिर नशा है ये तेरे प्यार का
तौबा ये नशे में नशा मिल गया

शराबी शराबी निगाहें न डालो
हमारे जवां दिल को यूँ न उछालो
कहीं हम गिर न पड़ें

आदि डांस करते - करते ही अनिका से बोला की मुझे तुमसे एक बहुत जरूरी बात करनी है । 

थोड़ी सी जो पी ली है
चोरी तो नहीं की है
ओ पूनो मेरी जाँ ये गुस्सा दबा लो
हमें दो सहारा गले से लगा लो
कहीं हम गिर न पड़ें

अरे, हम तो गिर पड़े
ही ही ही ही


कुछ देर बाद इस सॉग के साथ ही आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया ।  सब लोग अपने अपने घर चले गये । इधर अभी भी हर्षवर्धन जी दहेज के पैसों को लेकर चिंतित थे । 

क्रमश : ........ . . . . . .

44
रचनाएँ
मेरे जीवन साथी👩‍❤️‍💋‍👨
5.0
ये मेरी पहली कहानी है अगर कुछ गलती हो गई हो तो जरूर बताइएगा आप लोग और अगर अच्छा लिखा होगा मैने तो ये भी बताइयेगा Plz🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🤗🤗 ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★             इस कहानी में आप दहेज देने वाले पति को देखेंगे । लड़का लड़की वालों के ऊपर ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ने देगा और अपने माता - पिता को दहेज नहीं लेने को भी नहीं कहेगा क्योंकि हमारे यहाँ तो यह एक जीवन का अभिन्न अंग बन गया है । खास कर मीडिल क्लाश के लोगों में दहेज लेना अधिक सम्मान की बात होती है । तो यहाँ लड़का बीच का रास्ता अपना लेता है । जिससे ना ही उसके माता - पिता को बुरा लगेगा और ना ही लड़की वालों के ऊपर अधिक भार पड़ने देगा । इससे दोनों परिवार में खुशी भी बनी रहेगी और संबंध भी अच्छा रहेगा । ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★          खैर हम चलते है अपनी कहानी की ओर                                
1

मेरे जीवनसाथी भाग 1

4 जून 2022
4
1
0

अनिका अपने दोस्तों से कही साथ में घुमने जाने को कह रही थी और वो ये भी कह रही थी , कि अगर कोई अपने साथ किसी और को भी लेना चाह रहा होगा ,तो वो लेले। हम जितने अधिक होगें । उतना ही मजा 🤗आयेगा । साथ में ख

2

मेरे जीवनसाथी भाग 2

5 जून 2022
1
1
0

साकेत - ( आदित्य से ) तुम अनिका और सौम्या को लेलो .... और हम ... प्राची और प्रिया को ले लेते है ।🙂आदित्य - okk ... फिर चलो जल्दी से बैठो तुम लोग👨🏻 ( अनिका और सौम्या से कहता है )सौम्या हाँ में सर हि

3

मेरे जीवनसाथी 3

29 जुलाई 2022
1
1
0

शशांक -धीरे से हेलो गाइस हम सब आ गए हैं . . . और यह कह कर वो मुस्कुरा देता है😊इस समय सच में शशांक बहुत खुश नजर आ रहा था शायद यह जगह उसे बहुत अच्छी लग रही थी या फिर कोई और बात थी ...🤔आदित्य -आश

4

मेरे जीवनसाथी 4

2 अगस्त 2022
1
1
0

शशांक अभी भी सौम्या का हाथ अपने हाथ में लिये हुए था ...और सौम्या ने भी शशांक के हाथों को टाइटली पकड़ा हुआ था .... वो उसके हाथ छोड़ना नहीं चाहती थी .. क्योंकि अभी भी उसे डर लग रहा था (ꏿ﹏ꏿ;) .कि क

5

मेरे जीवनसाथी 5

2 अगस्त 2022
1
1
0

3 साल बाद सुबह 9:30 amअक्षरा जी - बेटा जाओं जल्दी । बस छूट जायेगी तुम्हारी । वो अपने प्यारी सी बच्ची को बोल रही थी (अक्षरा जी सौम्या की माँ है । जिनकी जान बसती है अपनी सोमू

6

मेरे जीवनसाथी 6

2 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या जल्दी से घर से निकली और जल्दी जल्दी चलने लगी । वो मन में सोच रही थी कि पता नहीं , आज अचानक से ये लोग 🙄 मेरे लिए लड़का देखने की बात क्यों करने लगये ।उफ्फ क्या सियाप्पा है ये 🙄

7

मेरे जीवनसाथी 7

2 अगस्त 2022
1
2
1

वो लड़का टैक्सी में बैठते ही ड्राइवर से बोला -भैया आप Mahabodhi Mahavidyalaya (B.Ed.), Nalanda ले चलिए । जल्दी लेट हो रहे है हम । यह कहकर वह सौम्या की तरफ उससे पूछने के लिए

8

मेरे जीवनसाथी 8

19 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या उसे वही से आवाज लगाती हैं ।सौम्या - शशांक वहां क्या कर रहे हो आप ? आइये जल्दी चलिए । मेरी सहेलियाँ कब से हमारा वेट कर रही हैं Plz आप जल्दी चलिए।शशांक घबरा जाता है कि कहीं वो यानी (

9

मेरे जीवनसाथी 9

19 अगस्त 2022
0
0
0

फिर शशांक से सौम्या ने अपने सहेलियों का परिचय कराया ।सौम्या - शशांक इन सब से मिलिये । ये चारों मेरी दोस्त हैं ।उसने ( सौम्या ) सबसे पहले अपनी दिल फेंक सहेली का परिचय करवाया ।शशांक ये मेरी दोस्त शाहीन

10

मेरे जीवनसाथी 10

19 अगस्त 2022
0
0
0

इधर सौम्या भी अनिका के घर चली आती है । सौम्या को देखकर अनिका की मम्मी , बहुत खुश हो जाती है , क्योंकि वो अनिका और सौम्या दोनों को ही अपनी बेटी मानती है । कभी-कभी तो अनिका को डाउट भी होने लगता है

11

मेरे जीवनसाथी 11

19 अगस्त 2022
0
0
0

जब अनिका के काफी देर तक , खड़ा होने के बावजूद भी । इन दोनों में से , किसी ने भी उस पर ध्यान नहीं दिया , तो उसे रहा नहीं गया और तब वो सौम्या और राखी जी पर चिढ़ कर बोलती है ।अनिका - हेलो ....महानुभाव इध

12

मेरे जीवनसाथी 12

19 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका - नहीं तो .. मैंने ऐसा कब कहा ,की तुमको जब काम होता है मेरे से ,तभी तुम मेरे पास आती हो ?सौम्या -मुंह बनाते हुए अनिका से कहती है - तुम इस तरह कह रही हो ,तो मुझे ऐसा ही लगा , मुझे क्या , किसी को

13

मेरे जीवनसाथी 13

19 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका - अब ज्यादा भाव मत खाओं तुम। चलो जल्दी सुनाओं मुझे । गुड न्यूज क्या है ? फिर अनिका गम्भीर स्वर में सौम्या से बोली - तुम ज्यादा मत सोचों इस बारे में । सब ठीक ही होगा और क्या पता तुम्हें ऐसा राजकु

14

मेरे जीवनसाथी 14

19 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या ..अनिका की यह बात सुनकर ,अपनी आंखें बड़ी- बड़ी करके ,उसकी तरफ देखते हुए कहती है । क .. क ..क्या ? तू पागल - वागल तो नहीं हो गई है ! जो ऐसे बिना सर - पैर की बातें कर रही हो ।अरे हम दोस्त हैं सिर

15

मेरे जीवनसाथी 15

19 अगस्त 2022
0
0
0

थोड़ी देर बाद सौम्या को देखने के लिए लड़के वाले आते हैं ,तो सौम्या के भैया सबको अंदर गेस्ट रूम में बड़े आदर से लेकर आते हैं , तभी सौम्या की भाभी प्रगति जी और मां अक्षरा जी आती है ।अक्षरा जी लड़के के म

16

मेरे जीवनसाथी 16

22 अगस्त 2022
0
0
0

प्रगति जी सौम्या से कहती हैं - - - प्रगति जी - अब चलों जल्दी से नीचे ,,, वोलोग तुम्हारा वेट कर रहे है और तुम्हारे होने वाले वो ..... भी ...☺️ प्रगती जी ने तुम्ह

17

मेरे जीवनसाथी 17

22 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या को देखते ही लड़का एकदम से चौक गया , तब उसके हाथ से चाय का कप गिरते - गिरते बचा था , जब से सौम्या नीचे आयी थी , तभी से वो एकटक से उसे ही देखे जा रहा था । वो इस समय यह भूल गया था की अभी उसके साथ

18

मेरे जीवनसाथी 18

22 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या मन में अनिका से बात करते हुए कहती है - तुम अब से इसलिए शशांक नाम नहीं लोगी क्योंकि अब मेरी शादी होने वाली है , वो भी किसी और से ... समझी ,तो Plz अब नाम मत लेना शशांक का , किसी के सामने ।

19

मेरे जीवनसाथी 19

22 अगस्त 2022
0
0
0

प्रगति जी के कहने पर ना चाहते हुए भी सौम्या ... शशांक को अपने साथ अपने रूम में ले जाती है . . . सौम्या को इस समय शशांक पर बहुत गुस्सा आ रहा था ; वो बस यही सोच रही थी ,कि ये इतने पढ़ें लिखे होकर भी दहे

20

मेरे जीवनसाथी 20

22 अगस्त 2022
0
1
0

जब शशांक ने सौम्या से बोला कि plz .... मेरी भी सुन लो ना एक बार सौम्या ... , आप क्यों इतना परेशान हो रही हो । भैया है ना .... बात कर लेंगे वह मेरे मम्मी पापा से दहेज के मामले में ।

21

मेरे जीवनसाथी 21

24 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या को अभी खामोश रहना ही अच्छा लगा , तो वो बस मुस्कुरा रही थी और वो भी दिखावे के लिए ।कुछ देर बैठने के बाद सूर्यवंशी परिवार यह कह कर चली गई की हम घर जाकर इस विषय पर सोच - विचार कर के ... 2 दिन में

22

मेरे जीवनसाथी 22

25 अगस्त 2022
0
1
0

( मिस्टर कौशिक - सौम्या को समझाते है , उसको इतना परेशान देखकर ) -- बेटा .... हर लड़की के घर वाले चाहते है कि उनकी बेटी अपने ससुराल में खुश रहें । उसे वो सरी खुश

23

मेरे जीवनसाथी 23

25 अगस्त 2022
1
2
0

सौम्या को मैं जब भी चिढ़ाती थी तो वो उल्टा मुझे ही खरी - खोटी सुना देती थी ।फिर प्रगति जी अनिका से पूछी की आप लोग वहाँ गए थे तो फोटो - वोटो नहीं लिये थे क्या ?&

24

मेरे जीवनसाथी 24

25 अगस्त 2022
0
1
0

चलों कोई नहीं ... अब ऊपर थोड़ा फुलनदेवी से बात करने के लिए जा रही हूँ भाभी । आप चिंता मत करिए ।मैं उसे समझा दूंगी और ये कहते अनिका मुस्कुराते हुए ऊपर चली गई सौम्या के क

25

मेरे जीवनसाथी 25

25 अगस्त 2022
0
1
0

मैं बहुत खुश नसीब हूँ कि मेरे भाई - भाभी मुझसे इतना प्यार करते है । वो मेरी खुशी के लिए कुछ भी कर सकते हैं । अनिका — सौम्या को रोते हु

26

मेरे जीवनसाथी 26

25 अगस्त 2022
0
1
0

अनिका — अ ... ह ... क्या शशांक तुमसेलड़ाई किया है कभी ... बताओं ? उसने तो कभी ऊंचीआवाज में बात ही नहीं की होगी तुमसे । जबकि वो तुमसे प्यार करता है , तो उसे भी त

27

मेरे जीवनसाथी 27

26 अगस्त 2022
0
1
0

सौम्या उसको (अनिका को ) चिढ़ाते हुए कहती है — अच्छा - अच्छा ठीक है । जाओ भागो यहां से जल्दी । अनिका मुंह बनाकर — हां - हां जा रही हूं । &nbsp

28

मेरे जीवनसाथी 28

26 अगस्त 2022
0
1
0

शशांक — मॉम आप ऐसे क्यों कह रही हो ? मैं तो हमेशा कोई भी काम आराम से ही करता हूं । मिसेज सूर्यवंशी — हां .... देखा है मैंने आज कुछ देर पहले

29

मेरे जीवनसाथी 29

26 अगस्त 2022
0
0
0

कुछ देर बाद तीनों रेस्टोरेंट में आ जाते है और जिस काम के लिए आए होते हैं यहां ; उस पर बात करते हैं । साथ - ही - साथ शशांक — आदि और अनिका से यह भी कहता है कि वो इस बात क

30

मेरे जीवनसाथी 30

26 अगस्त 2022
0
1
0

अनिका — लेकिन इसमें सौम्या की भी तो गलती नही है ना । वो तो अपने भैया को परेशान देख कर ... ये सब कह रही है । तुम शायद नहीं जानते हो लेकिन मै ये जानती हूँ कि हमारे जैसे

31

मेरे जीवनसाथी 31

29 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका छत पर पहुंचते ही आदित्य को खुशी के मारे गले लगाते हुए कहने लगी — यार आदि आज तुने मेरा दिल खुश कर दिया है . . . सच कह रही हूं मै । पहली बार तूने कोई काम किया है . . . ज

32

मेरे जीवनसाथी 32

29 अगस्त 2022
0
0
0

शशांक — सौम्या ... उ .. म्म ... तुम भी बहुत अच्छी हो ... बहुत प्यारी हो । ऐसे ही मैं तुम्हारे आगे - पीछे नहीं घुम रहा हूँ .. । तीन साल ... तीन साल हो गया था तुमसे

33

मेरे जीवनसाथी 33

29 अगस्त 2022
0
0
0

शशांक उपन्यास को दिखाते हुए मुस्कुराकर 😊 कहा और कमरे से बाहर आ गया । शशांक के बाहर जाते ही सौम्या धम से अपने बेड पर बैठ गई । उसके आंखों में आंसू आ गए थे शशांक की ऐसी बातें सुनकर ।

34

मेरे जीवनसाथी 34

29 अगस्त 2022
0
0
0

तुम ही बताओं ... क्या तुम खुश रह पाओगी उसके दिल को तोड़ कर ? गरीबों की खुशी के साथ अपनी पूरी जिंदगी एक उसके बिना ... ? बताओं .... बोलों ... ?

35

मेरे जीवनसाथी 35

29 अगस्त 2022
0
0
0

ये सब याद करते हुए शशांक कब अपने घर पहुंचा , उसे पता हीं नहीं चला । वो बस सौम्या के ख्यालों में खोया हुआ था और मुस्कुरा रहा था । तीन दिन बाद आज शशांक सौम्या के

36

मेरे जीवनसाथी 36

29 अगस्त 2022
0
0
0

कुछ देर बाद इस सॉग के साथ ही आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया । सब लोग अपने अपने घर चले गये । इधर अभी भी हर्षवर्धन जी दहेज के पैसों को लेकर चिंतित थे , क्योंकि अब तक पैसों का इतंजाम न

37

मेरे जीवनसाथी 37

29 अगस्त 2022
0
0
0

अनिका — हाँ - हाँ नहीं तोड़ूंगी दोस्ती तुमसे । आखिर तुम क्या कहने वाले हो ? ..... देखों ... . . आदि तुम्हें जो भी कहना है । साफ - साफ कहों । यूं बात को घूमा - घूम

38

मेरे जीवनसाथी 38

29 अगस्त 2022
0
0
0

आज इस वक्त अनिका को ये सारी बाते एक के बाद एक याद आने लगी थी , अचानक से आदि के प्रोपज कर देने से । जो कुछ दिन पहले सौम्या ने उससे कहा था । अनिका यहीं सब सोचते - सोचते सो गई ।

39

मेरे जीवनसाथी 39

29 अगस्त 2022
0
0
0

सौम्या अनिका को अपने रूम में लेकर गई और उससे पूछी — आज तुम हल्दी में इतनी परेशान क्यों लग रही थी । तो अनिका उससे बोली पहले हम फ्रेश होकर आते हैं तब बात करेंगे । मुझे तुमसे सुबह मे

40

मेरे जीवनसाथी 40

4 सितम्बर 2022
0
0
0

पार्लर गर्ल अनिका को रेडी करने लगी और सौम्या कमरे से बाहर चली आई ये देखने के लिए की नीचे क्या हो रहा है अभी ? वह ऊपर से ही पिलर के पीछे खड़ा हो कर नीचे हॉल में देख रही थी , क्योंकि सौम्या

41

मेरे जीवनसाथी 41

10 सितम्बर 2022
0
0
0

अनिका दांत दिखाते हुए दोनों से बोली — 😁 तुम दोनों का तो यहीं काम हैं । दूसरे की जिंदगी में क्या चल रहा है यह पता लगाना । कभी खुद के

42

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 42 ( शादी स्पेशल )

9 मई 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ाआदि अपने दोस्तो से हट कर एक कोने में खड़ा हो गया और अनिका को देखने लगा । अब आगेअनिका को भी आज थोड़ा अजीब लग रहा था , वो समझ नहीं पा रही थी , कि आदि के देखने से आज उसे ऐसे क्यों हो

43

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 43 ( शादी स्पेशल )

27 मई 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ा— ओ ... हेलो ... दुल्हा ये है तुम लोग नहीं ... भैया इसे ( शशांक के तरफ इशारा करके बोला ) रेडी होने को बोल कर गए है । तुम लोग क्यों इतना उड़ रहे हो । अब आग

44

💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 44 ( शादी स्पेशल )

23 जून 2023
0
0
0

अब तक आपने पढ़ाशशांक को एक बार के लिए कुछ समझ नहीं आया कि ये क्या कर रहे है 🙁 , अचानक से वो लोग आकर उठा लिए थे उसे 😄 । फिर उसे याद आया कि लोग दुल्हे को ऐसे उठा कर ले जाते है .....😄😄 अब

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए