अनिका — लेकिन इसमें सौम्या की भी तो गलती नही है ना । वो तो अपने भैया को परेशान देख कर ... ये सब कह रही है । तुम शायद नहीं जानते हो लेकिन मै ये जानती हूँ कि हमारे जैसे लोगों के घरो में एक लड़की की शादी को लेकर कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
आदि — यार अन्नु मै भी जानता हूँ ये सब ... लेकिन ... सौम्या को ऐसे भी बात नहीं करनी चाहिए ।
एक बार सिर्फ एक बार सुन लेती की वो उससे क्या कहना चाह रहा हैं ।
अनिका — हम्म ... ऐसे भी नहीं करनी चाहिए उसे । वो बस येसब गुस्से में आकर कर रही हैं , लेकिन वो बुरी नहीं है , दिल की बहुत अच्छी हैं । रुको मैं जाती हूँ उसके पास ... उसको उलझाने किसी काम - वाम में । अनिका ये कहकर अंदर चली आयी । उसके पीछे - पीछे आदि भी चला आया ।
अनिका सौम्या के पीछे से जाकर उसको हग कर ली । अनिका के ऐसे अचानक से हग करने से सौम्या हड़बड़ा गयी । वो जल्दी से अनिका के हाथों को अपने हाथ में ले ली और देखने लगी कि कौन है । सौम्या अनिका के हाथ को पहचान गयी और मुस्कुराक उससे कही ।
सौम्या — अच्छा जी तो ये सब आप ही का किया धरा है । मै तुमको अभी यहाँ देखकर समझ गयी , कि ये आपका प्लान है । शशांक को पहले देख कर तो मै सोच में पड़ गयी थी कि ये ऐसे कैसे मेरे घर आ सकते है , लेकिन अब सब समझ गयी मै ।
अनिका उसके गालों को छूते हुए — हाँ ... डार्लो .. ये मेरा ही किया धरा हैं , लेकिन सच में ये भैया से ही मिलने आये थे । पर अब जब वो इस समय यहाँ नहीं हैं तो इसमें हमारे भावी जीजू की क्या गलती है । 😜 बेचारे तुम्हें अपनी दुल्हन बनाने के लिए क्या - क्या कर रहे है और एक तुम हो कि बस उसे जब देखों तब खरी - खोटी सुनाने लग पड़ जा रही हो । अनिका ये सब बाते एकदम धीमी आवाज में करती है , ताकि शशांक इनकी ये बाते सुन ना ले ; और वहीं शशांक चुप - चाप सोफे पर बैठे हुए दोनों को देख रहा था ।
अनिका ने सौम्या से कहा — आदि भी आया है हमारे साथ |
सौम्या — ओह तो तूने पहले क्यों नहीं बताया ? मैं कुछ बना ही लेती हमारे लिए । मैं भी कितनी गधी हूं । तब से तुम लोगों को खड़ा कर रखा है । बैठने को भी नहीं कहा । मेरे दिमाग में भूसा भरा पड़ा है आज कल तो । तुम इनके साथ बैठो ... मैं कुछ लाती हूं । वैसे क्या पियोगे ? चाय , कॉफी या कुछ ठंडा ?
अनिका — ओय महारानी जी मैं कोई मेहमान नहीं हूं । जो तुम मुझसे ऐसी बातें कर रही हो ।🤨 हाय 🤦🏻♀️तूने तो पल भर में ही मुझे अपना से पराया बना दिया । हाय - हाय अब मैं कहां जाऊं 🤦🏻♀️🤷🏻♀️ । यह तो टोटली पगला गई है ।
सौम्या हंसते हुए — चल जा लड़की ...😄आते ही नौटंकी शुरू कर दी । नौटंकीबाज कहीं की , चल मेरी हेल्प कर दे ।
अनिका — हम्म ... ये हुई ना बात । 😊 शाबास ... चलो भई अब करती हूं तुम्हारी मै हेल्प ।
फिर अनिका ने अपनी आई वींक करते हुए कहा 😉— तुम्हारे सैइया जी के लिए कुछ बनाते हैं हम दोनो मिलकर आज ।
सौम्या अनिका के इस से चिढ़ कर कहती है — देख मुझे गुस्सा मत दिला 🤨। एक तो मेरा दिमाग पहले से ही खराब है . . . तू और मत खराब कर ऐसी बातें कर के । ज्यादा फुदको को मत ... मैं बस कॉफी ही देने वाली हूं अब तो और ये सइया - वइया क्या लगा रखा है ? शादी नहीं हुई है अभी हमारी ।
अनिका — अच्छा - अच्छा ठीक है बाबा । गुस्सा मत हो ! मै जा रही हूं उनलोगों के पास । यहाँ मैं अगर और रुकी ... तो काम खराब हो सकता है । 😄 ये कहते हुए अनिका वहां से भाग गई 🚶🏻♀️ ।
सौम्या कुछ देर बाद कॉफी बना कर लिया और सब को दे दी । चारों कॉफी पीने लगे । इस दरमियान इनके बीच सन्नाटा छाई हुई थी । अनिका ने मौका का फायदा उठाते हुए ... उसने आदि का पैर अपने सैंडल से दबा दिया , ताकि आदि उसके तरफ देखे और अनिका अपना प्लेन बताये कि क्या करना है हमें ?
अनिका का सैंडल जैसे ही आदि ने अपने पैर के ऊपर महसूस किया ... वो फॉरन उसके तरफ देखा अपनी आंखें सिकोड़ते हुए । अनिका ने अपने आखों से इशारा किया कि वो वहाँ से चला जाए ... इन दोनों को अकेला छोड़कर । लेकिन बेचारा आदित्य समझ नहीं पाया उसके आँखों के इशारे को । अनिका उसे अपनी आँखे दिखाते हुए उसको एक msg किया । पहले उसने उसे बहुत से जानवरों के नाम से पुरस्कृत किया । फिर काम की बात लिखी । अबे गधे इन दोनों को अकेला छोड़ दो और मेरे साथ बाहर चलो तुम । मेरा मतलब है तुम छत पर चलो मेरे साथ ।
आदित्य msg पढ़कर उसके तरफ एक बार देखा , फिर वहाँ से ये कहकर उठ गया कि उसे वॉशरूम जाना है और फिर उसने अनिका से कहा — अम्म ऽ ऽ अन्नु चलो तुम बता दो वॉशरूम किधर है ।
अनिका भी बिना समय गवाए झट से उठ खड़ी हुई और आदि को अपने साथ ऊपर ले कर चली गयी |
अनिका छत पर पहुंचते ही आदित्य को खुशी के मारे गले लगाते हुए कहने लगी — यार आदि आज तुने मेरा दिल खुश कर दिया है . . . सच कह रही हूं मै । पहली बार तूने कोई काम किया है . . . जो मुझे बहुत अच्छा लगा । यार तुम बहुत अच्छे हो ।💛💛🧡😍
क्रमश : ★ ★ ★ ★ ★★ ★ ★ ★ ★★ ★ ★ ★ ★