जब अनिका के काफी देर तक , खड़ा होने के बावजूद भी । इन दोनों में से , किसी ने भी उस पर ध्यान नहीं दिया , तो उसे रहा नहीं गया और तब वो सौम्या और राखी जी पर चिढ़ कर बोलती है ।
अनिका - हेलो ....महानुभाव इधर में भी हूं यहां ! 🤨इसी घर की सदस्य हैं हम भी । माना कि अतिथि भगवान के समान होते हैं । लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं हुआ ना , कि घर के लोगों को ही भूल जाए ।
अरे हम भी यहाँ ज्यादा दिन नहीं रहेंगे , और हम अब थोड़े दिन के ही मेहमान है यहाँ के ।
और अनिका ने राखी जी से कहाँ - आपने तो कभी मेरा इतना आदर - सत्कार नहीं किया है । जितना कि इस लड़की ( सौम्या ) का कर रहे हो आप ।
अभी अनिका इतना ही कह रही होती है कि सौम्या बीच में ही अनिका से बोली ।
सौम्या - ओ हो मिस अनिका ।आप इता फास्ट निकलोगें । ये हमें नहीं पता था । आपने ना जाने कब , अपनी शादी फिक्स कर ली , और हमें बताया तक नहीं आपने । अब जल्दी से बता दो मुझे और आंटी को भी ।😁अनिका से मस्ती करते हुए । सौम्या ने यह बात उसे ( अनिका ) चिढ़ाने के लिए बोला ।
तो राखी जी ने भी अनिका से मस्ती करते हुए बोला -अरे हां हमें भी तो बताओ । तुने तो बताया ही नहीं हमें ये बात । चलो कोई ना ... अब यह बोझ तो हमारे सर टला , कि तुम्हारे लिए लड़का भी ढूंढना है हमें ।😜😁
अनिका राखी जी से बोलती है - अरे मैं आप ही की बेटी हूं । 🙎🏻♀️
मैं आपसे क्यों छुपाऊँगी कुछ भी ? 🤷🏻♀️ जाइये मै आपसे बात नहीं कर रही हूँ ।
पता नही आप मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहे हो ?🙎🏻♀️
सब इसके (सौम्या ) वजह से हो रहा है ।
यह बात कह कर ,उसने अपना एक हाथ ..सर पर रख लिया ।🤦🏻♀️
अनिका की बात सुनकर । सौम्या और राखी जी खूब हंस रहे थे ।
उनको हंसते देखकर .. आनिका और भी चीढ जाती है 😡 और सौम्या की तरफ लपक कर बोलती है ।
आज तो मैं तुम्हें छोडूंगी नहीं सौम्या की बच्ची । तु रुक जा थोड़े देर में तुमको सबक सिखाती हूँ , कि अनिका से कैसे पेश आते है , और यह कह कर वो ( अनिका ) सौम्या और राखी जी के बीच में धम से आकर बैठ गई ।
सौम्या अपने हंसी को कंट्रोल करते हुए ,🤭 अनिका के तरफ झुक कर , कुछ सुंघते हुए कहती है ।
सौम्या ( अनिका से ) -ओ माय गॉड ! इधर कुछ जल रहा है शायद । जलने की बू आ रही है मुझे ।
राखी जी ..सौम्या के इस बात को समझ कर ।अंदर ही अंदर हंस रही थी🤭🤭 और इधर आनिका ..सौम्या के बात को नहीं समझ पाई थी , क्योंकि .. वह इस समय बहुत चिढ़ि हुई थी , राखी जी पर और सौम्या पर भी ।
अनिका ने सौम्या की बात को नहीं समझते हुए ।तुरंत कहां ...
अनिका -अरे ! हमने तो दूध को गर्म करने के लिए रखा था । लेकिन मुझे याद है🤔 । हमने खुद ही गैस को बंद किया था । वह भी बहुत देर पहले ।
और अनिका यह कहकर । किचन के तरफ उठ कर जाने लगती है ।अभी थोड़ी दूर ही गई होती है , कि उसे तभी कुछ याद आता है ,और वह वापस आकर सौम्या को पीलो से मारने लगती है , और कहने लगती है ।
अनिका - ( सौम्या से ) आज हम तुम्हें नहीं छोड़ेंगे, सौम्या की बच्ची । मैं अभी तुमको बताती हूं ।
तुम हमें बुद्धू बना रही हो उस समय से ।
उस समय हम थोड़े गुस्से में थे . .तो हम नहीं समझ पाए तुम्हारे बात को , और तो और ..तुमने हमको इनडायरेक्ट जलकुकड़ी ही बोल दिया ।
रुको अभी मजा चखाते हैं हम तुमको ।
सौम्या - अरे हम काहे को बोलेंगे तुम्हें जलकुकड़ी 🔥। तुम तो खुद अपने मुंह से बोल रही हो😳 । अब बस भी करो यार कितना मारोगी मुझे🤷🏻♀️ ।
फिर सौम्या ...अनिका को रोकने के लिए बोली - देखो तुम्हारा फेवरेट पीलो है ये । ज्यादा मारोगे तो फट जाएगा ।अरे अब बस भी करो🤷🏻♀️ ...देखो लग रही है मुझे ... आ..उ..च .. ।
अरे ...तुम्हारे अंदर कोई भूत - वूत☠️ घुस गया है क्या ? जो इतनी जोर - जोर से मार रही हो मुझे ।
अनिका -हां घुस गया है । तो ... तुम्हे उससे क्या ?
तुम मेरी मम्मी को मुझसे छीनने की कोशिश करोगी । तो हम तुम्हारा आरती उतारेंगे । बोलो ... तब से देख रहे थे हम तुम्हें , की तुम मेरी मम्मी को मुझसे छीनना चाहती हो ।
सौम्या -अरे नहीं यार .. हम तुम्हीं से मिलने आए थे . . लेकिन दरवाजे पर आंटी मुझसे टकरा गई .और फिर हम दोनों के बीच बातो की लड़ी लग गई ।
अनिका - तुम सच कह रही हो ।
सौम्या - हाँ ! मेरी जलकुकड़ी सहेली ।😜🔥
अनिका ( हंसते हुए ) - चलों फिर तब ठीक है । मुझे लगा कि तुम भुल गयी हो हमें ।
राखी जी तब उन दोनों से कहती हैं , कि तुमदोनों बाते करो। हम कुछ खाने के लिए ला रहे है ।
अनिका ( राखी जी से ) -वाह ये हुई ना बात ।
फिर अनिका . सौम्या को , अपने रूम में लेकर आ गयी ।
अनिका ... कमरे में आते ही , सौम्या से पूछी - चल अब बताओं ! क्या बात है जो यहाँ मेरे पास आयी हो ?
सौम्या - यार अनु ... मै क्या काम से ही आती हूँ , तुम्हारे पास ? और ये कहकर सौम्या ने अपना मुहँ टेढ़ा कर लिया ।😏😏
✍🏻क्रमशः ........