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मेरे जीवनसाथी 34

29 अगस्त 2022

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           तुम ही बताओं ... क्या तुम खुश रह पाओगी उसके दिल को तोड़ कर ? गरीबों की खुशी के साथ अपनी पूरी जिंदगी एक उसके बिना ... ? बताओं .... बोलों ... ?
            सौम्या अनिका की ये बात सुनकर रोते हुए सर को ना में हिला दि और अनिका को टाइट हग कर ली ... और फिर कहीं  — नहीं अब मैं उनके बीना नहीं रह सकती हूं ... ।
मैं सोच भी नहीं सकती हूं खुद को उनके बिना ... ।  जीना चाहती हूं मैं .... , सिर्फ और सिर्फ शशांक के साथ | वो सिर्फ मेरे है और मैं उनकी हूँ । 
     अनिका को सौम्या की ये सब बातें सुनकर हंसी आने लगी थी ।  तो वह उस को खुद  से दूर करते हुए मुस्कुराकर कहीं — वाह यह हुई ना बात .... चलो अब हम चलते हैं बहुत देर हो गई है और मुझे आदि को भी बताना है कि मामला एकदम ठीक है कोई मसला - मसाईल नहीं रहा अब तुमदोनों के बीच में ... और यह कह कर अनिका वहां से नीचे शशांक और आदि के पास आने के लिए उठ गई ।
        इधर आदि परेशान होते हुए शशांक के पास जाता है , लेकिन जब वह देखता है कि शशांक अकेले में ही मुस्कुरा रहा है । तो वह झट से उसके सामने जाकर बैठ जाता है और पूछता है . . कि तुम इस तरह अकेले में स्माइल क्यों कर रहे हो ??  क्या हुआ ?? कुछ बताओ भी मुझे या स्माइल ही करते रहोगें  ? सौम्या मान गई क्या शादी के लिए ?? 
       तो शशांक आदि से बोलता है . . . तुम चुप करोगे तब तो बोलूंगा ना मैं ।  जब से आये हो तब से बोले ही जा रहे हो । 
         आदि — ओह ... ऐसा है क्या ... ? मुझे और अनिका को लगा कि सौम्या ने काम खराब कर दिया होगा । इसी वजह से हम थोड़ा डरे हुए थे । जब वह देखी कि तुम यहां अकेले बैठे हो तो वह सौम्या के रूम में चली गई उसके पास , उससे पूछने कि क्या हुआ हैं ?  
लेकिन अब चलो बताओ ... यह स्माइल क्यों है तुम्हारे चेहरे पर । इस मुस्काराते हुए नूरानी चेहरा का आखिर राज क्या है ??  ... जरा हमें बताने की जहमत करेंगे  जनाब ... । 🤔 बड़ी मेहरबानी होगी आपकी ।
      शशांक उसके ऐसे पूछने पर हँसते हुए कहता है . . . यार मै देख रहा हूँ ... तू अनिका के साथ रह कर उसकी रंग में रंगें जा रहे हो । वो जैसे हर वक्त सौम्या की खिंचाई करते रहती है . . उल जलूल बाते कर करके , तु भी बिल्कुल वैसे ही कर रहे हो ... ।😄
    आदि उसके बात को सुनकर बेशरमी से दाँत दिखाते हुए कहता है — अब क्या ही कर सकते हैं , हूँ तो मैं उसीका तो उसके जैसे ही ना बनूंगा । 😁😁
और अब तू बात मत घूमा । बता ऊपर क्या हुआ ? और इस तरह तुम अकेले - अकेले क्यूं मुस्कुरा रहे हो ?
शशांक — वो इसलिए , क्योंकि मैंने अपना फैसला सौम्या को बता दिया है , कि मुझे शादी करनी है तो सिर्फ उसी से और मैं शादी कर रहा हूं उससे कुछ दिनों में । 
    आदित्य मुस्कुराते हुए — अरे .. अरे .. क्या बात है भाई सौम्या ने तो आपको ढींठ बना दिया है . . . । इससे पहले तो आपने किसी लड़की के साथ ऐसे बात नहीं किए हो । पूरे के पूरे ढूब चुके हो तुम उसके प्यार में , और अब तो हक भी जताने लगे हो उस पर । 
        शंशाक — हां तो नहीं जताना चाहिए क्या ? फिर शशांक ने आदित्य को वह उपन्या दिखाते हुए बोला  — देखो मैं यह उपन्यास उससे जबरदस्ती लेकर आया हूं और साथ में यह भी कह कर आया हूं की मुझे उसी से समझना है " मेरे जीवनसाथी " का अर्थ |☺️
दोनों अभी बात ही कर रहे थे कि अनिका ऊपर से उन लोगों के पास आ गई , और आते ही शशांक के सर पर हाथ रख कर मुस्कुराते हुए कोकांग्रेचुलेशन बोली । तो बदले में शशांक अनिका को देख कर एक प्यारी सी स्माइल दी और फिर उसने अनिका से पूछा कि वो ... मान गयी क्या ... ? मुझे लगा था मुझे बहुत पापड़ बेलने पड़ेंगे ...😀 
      अनिका हंसते हुए — यार वो तो शुरू से ही चाहती थी कि उसकी शादी तुम्हीं से हो .... पर दहेज के वजह से तुमसे शादी करने से भाग रही थी । लेकिन कोई ना ... अब सब सही हो गया है . . . बस अब तुम बारात लाने कि तैयारी शुरू कर दो .. |😀 शशांक अनिका की बात सुनकर बस स्माइल किये जा रहा था । उसको ऐसे मुस्कुराते हुए देख कर आदि उससे बोला — चलो - चलो ऐसे मुस्कुराने से सौम्या तुमको नहीं मिल जायेगी । घर जाकर तैयारियां शुरू करो । शशांक आदि कि बात सुनकर मुस्कुराते हुए कहता है  — हां - हां चल रहा हूं । तुम दोनों तो मेरे पीछे ही पड़ गए हो । 😀 फिर तीनों बाहर आ कर  कार में बैठ जाते हैं । शशांक पहले अनिका उसके घर छोड़ देता हैं और उसके बाद आदि को उसके घर छोड़कर अपने घर के लिए निकल जाता हैं । आदि और अनिका जब तक थे तब तक तो सही था । शाशांक दोनों की बातें सुनते हुए आ रहा था , लेकिन अभी वो बिल्कुल अकेला था तो उसने सॉग प्ले कर दिया । 

घर से चले थे तो ये बात हो गयी

हम्म …

घर से चले थे तो ये बात हो गयी
न जाने क्यूँ उनसे मुलाकात हो गयी
नज़रें ऐसे वो टकरा गयी

के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी …
के हमें आशिकी आ गयी

हो हो हो हो …

इस सॉग को सुनकर उसे सौम्या के साथ बीताये हुए पल याद आने लगें । कैसे वो पहली बार देर रात को सौम्या से झिझकते हुए पानी  लेने गया था । 

बड़ी दीवानी सी रात थी
हुई घनी बरसात थी
हवाओं से उलझी वो झुल्फें
उन्होंने थाम जो ली

तो जुल्फें ऐसे वो बिखरा गयी
के हमें आशिकी आ गयी
आ गयी …

के हमें आशिकी आ गयी

यार की दिकसी भा गयी
भा गयी …
के हमें आशिकी आ गयी

हो हो हो हो …

कैसे सौम्या ग्लास ब्रिज पर जाने से डर रही थी । तब उसने ख़ुद सौम्या का हाथ पकड़ कर जबरदस्ती उसे अपने साथ ले गया था । सौम्या डर के मारे उसका हाथ बहुत जोर से पकड़ रखी थीं और अपनी आंखें भी बंद कर लीं थी , बहुत कहने पर उसने धीरे से अपना एक आँख खोल कर देखी थी कि वो सच्च में ब्रिज पर चल रहीं और अभी तक गिरी नहीं हैं । शशांक को उसकी ये हरकत बहुत अच्छी लगी थी ।

इश्क है सूफी मेरा
इश्क मुक्कमल
ताके सनम को ये आँखें हर पल
यार मिला है क्या करार मिला है
तेरा प्यार मिला तो
हर मुश्किल हुई हल

के हमें आशिकी आ गयी

फिर वो कैसे 4 साल बाद अचानक से टैक्सी में मिले थे ।
सौम्या के बस मिस हो जाने और शशांक की कार खराब हो जाने पर । तब सौम्या ने उसे अच्छा खाशा सुना दिया था और हैरत की ये बात थी कि उसे वो पहचान भी नहीं रही थी । 
      ये सब याद करते हुए शशांक कब अपने घर पहुंचा , उसे पता हीं नहीं चला । वो बस सौम्या के ख्यालों में खोया हुआ था और मुस्कुरा रहा था । 



क्रमशः
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रचनाएँ
मेरे जीवन साथी👩‍❤️‍💋‍👨
5.0
ये मेरी पहली कहानी है अगर कुछ गलती हो गई हो तो जरूर बताइएगा आप लोग और अगर अच्छा लिखा होगा मैने तो ये भी बताइयेगा Plz🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🤗🤗 ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★             इस कहानी में आप दहेज देने वाले पति को देखेंगे । लड़का लड़की वालों के ऊपर ज्यादा बोझ भी नहीं पड़ने देगा और अपने माता - पिता को दहेज नहीं लेने को भी नहीं कहेगा क्योंकि हमारे यहाँ तो यह एक जीवन का अभिन्न अंग बन गया है । खास कर मीडिल क्लाश के लोगों में दहेज लेना अधिक सम्मान की बात होती है । तो यहाँ लड़का बीच का रास्ता अपना लेता है । जिससे ना ही उसके माता - पिता को बुरा लगेगा और ना ही लड़की वालों के ऊपर अधिक भार पड़ने देगा । इससे दोनों परिवार में खुशी भी बनी रहेगी और संबंध भी अच्छा रहेगा । ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★          खैर हम चलते है अपनी कहानी की ओर                                
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प्रगति जी के कहने पर ना चाहते हुए भी सौम्या ... शशांक को अपने साथ अपने रूम में ले जाती है . . . सौम्या को इस समय शशांक पर बहुत गुस्सा आ रहा था ; वो बस यही सोच रही थी ,कि ये इतने पढ़ें लिखे होकर भी दहे

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शशांक — मॉम आप ऐसे क्यों कह रही हो ? मैं तो हमेशा कोई भी काम आराम से ही करता हूं । मिसेज सूर्यवंशी — हां .... देखा है मैंने आज कुछ देर पहले

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कुछ देर बाद तीनों रेस्टोरेंट में आ जाते है और जिस काम के लिए आए होते हैं यहां ; उस पर बात करते हैं । साथ - ही - साथ शशांक — आदि और अनिका से यह भी कहता है कि वो इस बात क

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अनिका — लेकिन इसमें सौम्या की भी तो गलती नही है ना । वो तो अपने भैया को परेशान देख कर ... ये सब कह रही है । तुम शायद नहीं जानते हो लेकिन मै ये जानती हूँ कि हमारे जैसे

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अनिका छत पर पहुंचते ही आदित्य को खुशी के मारे गले लगाते हुए कहने लगी — यार आदि आज तुने मेरा दिल खुश कर दिया है . . . सच कह रही हूं मै । पहली बार तूने कोई काम किया है . . . ज

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शशांक — सौम्या ... उ .. म्म ... तुम भी बहुत अच्छी हो ... बहुत प्यारी हो । ऐसे ही मैं तुम्हारे आगे - पीछे नहीं घुम रहा हूँ .. । तीन साल ... तीन साल हो गया था तुमसे

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29 अगस्त 2022
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शशांक उपन्यास को दिखाते हुए मुस्कुराकर 😊 कहा और कमरे से बाहर आ गया । शशांक के बाहर जाते ही सौम्या धम से अपने बेड पर बैठ गई । उसके आंखों में आंसू आ गए थे शशांक की ऐसी बातें सुनकर ।

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मेरे जीवनसाथी 34

29 अगस्त 2022
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तुम ही बताओं ... क्या तुम खुश रह पाओगी उसके दिल को तोड़ कर ? गरीबों की खुशी के साथ अपनी पूरी जिंदगी एक उसके बिना ... ? बताओं .... बोलों ... ?

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मेरे जीवनसाथी 35

29 अगस्त 2022
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ये सब याद करते हुए शशांक कब अपने घर पहुंचा , उसे पता हीं नहीं चला । वो बस सौम्या के ख्यालों में खोया हुआ था और मुस्कुरा रहा था । तीन दिन बाद आज शशांक सौम्या के

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मेरे जीवनसाथी 36

29 अगस्त 2022
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कुछ देर बाद इस सॉग के साथ ही आज का कार्यक्रम समाप्त हो गया । सब लोग अपने अपने घर चले गये । इधर अभी भी हर्षवर्धन जी दहेज के पैसों को लेकर चिंतित थे , क्योंकि अब तक पैसों का इतंजाम न

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29 अगस्त 2022
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अनिका — हाँ - हाँ नहीं तोड़ूंगी दोस्ती तुमसे । आखिर तुम क्या कहने वाले हो ? ..... देखों ... . . आदि तुम्हें जो भी कहना है । साफ - साफ कहों । यूं बात को घूमा - घूम

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आज इस वक्त अनिका को ये सारी बाते एक के बाद एक याद आने लगी थी , अचानक से आदि के प्रोपज कर देने से । जो कुछ दिन पहले सौम्या ने उससे कहा था । अनिका यहीं सब सोचते - सोचते सो गई ।

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मेरे जीवनसाथी 39

29 अगस्त 2022
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मेरे जीवनसाथी 40

4 सितम्बर 2022
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पार्लर गर्ल अनिका को रेडी करने लगी और सौम्या कमरे से बाहर चली आई ये देखने के लिए की नीचे क्या हो रहा है अभी ? वह ऊपर से ही पिलर के पीछे खड़ा हो कर नीचे हॉल में देख रही थी , क्योंकि सौम्या

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9 मई 2023
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💖💝मेरे जीवनसाथी💝💖 भाग 43 ( शादी स्पेशल )

27 मई 2023
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23 जून 2023
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अब तक आपने पढ़ाशशांक को एक बार के लिए कुछ समझ नहीं आया कि ये क्या कर रहे है 🙁 , अचानक से वो लोग आकर उठा लिए थे उसे 😄 । फिर उसे याद आया कि लोग दुल्हे को ऐसे उठा कर ले जाते है .....😄😄 अब

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