सौम्या मन में अनिका से बात करते हुए कहती है - तुम अब से इसलिए शशांक नाम नहीं लोगी क्योंकि अब मेरी शादी होने वाली है , वो भी किसी और से ... समझी ,तो Plz अब नाम मत लेना शशांक का , किसी के सामने । लोग सुनेंगे तो क्या सोचेंगे मेरे बारे में ... यही ना कि शादी किसी और से हो रही हैं और तुम मुझे किसी और के नाम से चिढ़ा रही हो ....😒 Plz यार अनु अब से मत चिढ़ाना .... तुम्हें तो पता है ना कि लोगों को यहाँ तिल को ताड़ बनाने में कितना मजा आता है या ये भी कहलों कि लोगों को सामने वाले की इज्जत का फलूदा बनाने में कितना मजा आता है . . . . . .😒😒 और ऊपर मै लड़की हूं तो .........
सौम्या तो अपने ख्यालों की दुनियाँ में गुम थी और इधर इस दौरान लड़का उसे ही देख रहा था एकटक -अपलक ।
और इस चीज को प्रगती जी ने नोटिस किया था ।
कुछ देर बाद मिस्टर शत्रुमर्दन सिंह सूर्यवंशी .... हर्षवर्धन जी से कहते है :- बेटा हमलोग तो बात करलिए और हम दोनों को सौम्या बहुत आच्छी लगी हैं ; अब दोनों बच्चों को भी बात कर लेने देते है ; इन्हें जो एक - दूसरे से पूछना है या जानना हैं एक - दूसरे के बारे में वो पूछ ले और जान ले ..... तो हर्षवर्धन जी हाँ में सर हिला कर प्रगति जी से कहते है ।
मिस्टर हर्षवर्धन जी - प्रगति .... इनको ( सौम्या और लड़का को ) ले जाओं सौम्या के या अपने रूम में ... जो भी बात करनी है इन्हें वो कर ले ; तो प्रगति जी उठकर उन दोनों के पास आती हैं और धीरे से मुस्कुराते हुए लड़का से कहती है -😊
प्रगति जी - तब चलीए हमारे होने वाले दामाद जी😜 नहीं-नहीं हमारी सौम्या के शशांक जी ....😜😜 सौम्या के साथ अकेले में बात कर लिजिए .... तब से मैं यही देख रही हूँ कि आप जब से यहां आये हो तब से सौम्या को एकटक देखे जा रहे हो और मुस्कुरा रहे हो ; और बात उससे करने के लिए बेचैन हो रहे हो ....क्या हमारी सौम्या आपको इतनी अच्छी लगी की आप मेरे तरफ देखे भी नहीं😒 वैसे मैं भी उतनी बूरी नहीं दिखती हूँ कि कोई मुझे नजर उठा के ना देखे😜😜 आपने मुझे
इग्नोर करके ..आज मेरा दिल तोड दिया है ।😒😜😜😄 प्रगति जी शशांक से मजाक कर रही थी और इधर सौम्या प्रगति जी से शशांक का नाम सुनकर चौक जाती हैं ; क्योंकि सौम्या को अभी तक ये लग रहा था कि ये जो लड़का है वो रियल में शशांक नहीं है ; उसे लग रहा था कि अनिका के बार - बार शशांक के नाम से चिढ़ाने के वजह से उसे ( सौम्या को ) इस लड़के में उसे शशांक दिख रहे है ।
जब सौम्या को ये पता चल जाता हैं ,कि वो किसी और में शशांक को नहीं देख रही है ; बल्कि ख़ुद वो शशांक में ही शशांक को ही देख रही हैं , यह सोच कर वो ख़ुद ही ख़ुद से शरमा जाती हैं ; की थोड़ी देर पहले उसकी भाभी ने कितना मजाक किया हैं शशांक से .... ये याद करके ।
जब प्रगति जी ...सौम्या शरमाते हुए देखती है - - तो वो ( प्रगति जी ) उससे ( सौम्या से ) कहती हैं - - -
प्रगति जी - ये ... लो ... अब तुम क्यों इतना शरमा रही हो ; चलों अब उठो और अपने इन....को ले जाओं अपने रूम में और वहाँ जाकर जितनी बाते करनी है तुम्हें उतना कर लेना या अगर शरमाना भी हो तो शरमा लेना । 😜😄
प्रगति जी की ये बात सुनकर उसके चहरे पे थोड़े देर पहले जो मुस्कुराहट आयी आई थी वो गायब हो जाती हैं ; तब उसने अपने आँखों को छोटी-छोटी करके और अपने दोनों आइब्रोंज को सिकोड़ कर प्रगति जी के तरफ देखती हैं ... ऐसे जैसे वो कह रही है कि मुझे नहीं जाना है कही भी । वही सौम्या के आँखों को देख कर प्रगति जी समझ जाती हैं . . . कि सौम्या नहीं जाना चाहती है शशांक के साथ ; तो वो मुस्कुराकर उसके सर पर और गाल पर प्यार से हाथ रखते हुए धीरे से कहती है :-
प्रगति जी - अरे सोमू जा...ओं... ना , तुम्हें नहीं तो शशांक को तो पूछना होगा ना ... कुछ तुमसे ... Plz चली जाओं ... जिद्द मत करो ... और हाँ वहां जाकर तुम कुछ उल्टा - सिद्धा मत कर देना ... मै ये बात तुमसे इसलिए कह रही हूँ ...क्योंकि पहले से ही तुम्हे इस शादी से प्रोब्लम हैं भारी दहेज को लेकर ... तो Plz तुम ऐसी - वैसी कोई भी हरकत मत करना इस शादी से दूर भागने के लिए ... क्योंकि ये लड़का ... हिरा है हिरा ... चिराग लेकर ढुढ़ने पर भी ऐसा लड़का तुम्हें नही मिलेगा ...
और प्रगति जी फिर सौम्या से कहती है :- मैं जानती हूँ कि तुम्हें मेरी बातों को सुनकर मुझपर तुम्हें बहुत गुस्सा आ रहा होगा .... लेकिन ये सब हम तुम्हारी खुशी के लिए ही कर रहे हैं . . . . मेरी बात मानों तुम ये लड़का तुम्हें बहुत खुश रखेगा ...
तो ये सब बाते सुनकर सौम्या प्रगति जी से कहती है :-
सौम्या - भाभी मैं ऐसी खुशी को लेकर क्या करूगी जिसमें मेरे परिवार की खुशीयों की बलि दी गयी हो ; भाभी क्या आपको ऐसा लगता है कि मैं वहां खुश रह पाऊंगी ... ??? अपने भैया - भाभी को कंगाल बनाकर ????
तो वही सौम्या के मुंह से ऐसी बाते सुनकर प्रगति जी थोड़े गुस्से में बोलती हैं :
प्रगति जी - तुम पागल हो गई हो क्या ?? या अपने दिमाग को कही घास चरने के लिए भेज दि हो ??🤨🤨 तब से मै तुम्हारी बक - बक को सह रही थी ; पर अब बहुत हो गया तुम्हारा .... चुप -चाप शशांक को अपने कमरे में ले कर जाओं ....
क्रमश: - - - - - - - - - - - - - - - -
💛💜💙🧡