मेरी प्यारी डायरी, दिल्ली कितनी ही बार उजड़ी कितनी ही बार बसायी गई। कई बार इसकी खूबसूरती को रोने की कोशिश हुई यह हर बार पहले से ज्यादा खूबस
भेलवांपदर जो कोंडागांव नगर का महत्वपूर्ण हिस्सा है , अद्भुत और अद्वितीय है ।ऐसा इसलिए किअनेकानेक स्मृतियां हैंयहां मेरी जोजीवन संवारती हैं ।भेलवां वनीय उपजकाजू का प्रतिरूपका बहुतायत होन
नई बीमारी ले आए तेरे शहर से एक खुमारी ले आए तेरे शहर से इश्क है या फरेब है मेरी आंखो मेंहम ये पता लगाएंगे तेरे शहर से
पल दो पल की शायरी , तीन शब्द की डायरी , मेरी पहचान तो नहीं , हिसाब में समय जोड़ जाना , समय का प्रेमी हूं , उड़ जाऊंगा , कल लौट कर जरूर आऊंगा , किताब पढ़ने - लिखने, हो सके तो शब्द जोड़ने सीखने
🌺🌸🌺घाटियों में शहर हमारा सुन्दर ऊटी वहीं पे थी एक सुंदर घटना 🤗 घटी 🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿 जब गोल गोल घूम रहीं थी हमारी गाड़ी घाटी में.. खिड़की खोल हमलोग सुंदर नजारे लग गये थे देखने में.. ऐसे
जीवन के ढलते पड़ाव पर, संघर्षों की आंधी लिए
राजस्थान का सुंदर शहर
राव जोधा का बसाया ये नगर
आबादी जहा की ल
*बुंदेली दोहे-* *बिषय-भडया* *1*
भडू भडयाइ खों फिरे,
लुका लेत जो च
गोवा से आई हो। तू बड़ी नमकीन है, गोवा के समंदर बिच पर नहाई है। अभी कल ही फ्लाईट से द
ममता आज का दिन परेशानियों भरा रहा पर यूं मन को छोटा करने से कोई हल नहीं निकलेग
*आलेख- *थाईलैंड- कुछ रोचक जानकारी* :- *थाईलेंड* म
बुन्देलखण्ड
🌹 जाड़े की सर्द रात थी
किसी अनजान शहर में पहाड़ियों से
घिरा मार्ग था,और था ख़ौफनाक अंधेर
"" मां के गोद से उतरकर ,तेरे आंचल में कदम रखकर चलना सीखा, चलते, गिरते ,उठते हु
भारत का एक ऐसा किला, जहाँ प्रवेश करने वाले को पहले से ही चेतावनी दे दी जाती हो कि सूर्योदय के पहल
निर्जन, विशाल तट, हो खुला आसमान,