विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत
डॉ शोभा भारद्वाज
राज्य सभा अप्रत्यक्ष रूप से राज्यों की जनता का प्रतिनिधित्व करता है . इसके सदस्यों की संख्या 250 निर्धारित की गयी है 238 सदस्य राज्यों एवं संघ राज्य क्षेत्रो के प्रतिनिधि होते है 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किये जाते हैं यह साहित्य ,विज्ञान ,कला समाजसेवा आदि के क्षेत्र के ख्याति प्राप्त महानुभाव होते हैं. राज्यसभा में गुप्त मतदान नहीं होता .यदि क्रास वोटिंग की जांच करने के लिये प्रत्येक दल के विधायक को मतपेटिका में अपना मत डालने से पूर्व दल के अधिकृत एजेंट को दिखाना पड़ता है.
राज्यसभा एक स्थायी संस्था है और इसका विघटन नहीं होता है, किंतु इसके एक-तिहाई सदस्य प्रत्येक दूसरे वर्ष सेवानिवृत्त होते हैं. सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्ष है .राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए दस सदस्यों की सहमती अनिवार्य है .भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80( 4 ) के अनुसार राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा एकल संक्रमणीय मतदान के आधार पर होता है .इस प्रणाली में मतदाता एक ही वोट देता है लेकिन कई उम्मीदवारों को वरीयता के आधार पर वोट देना पड़ता है अर्थात पहली वरीयता , दूसरी वरीयता तीसरी वरीयता किस उम्मीदवार को दी है एक उम्मीदवार पहली वरीयता के आधार पर विजयी होता है लेकिन वोटों की निश्चित संख्या जरूरी है. राज्यसभा के सदस्यों को लोकसभा के समान शक्तियाँ प्राप्त हैं किसी भी विधेयक को राज्यसभा में तीन वाचनों में से गुजरना पड़ता है लेकिन वित्त विधेयक पर 14 दिन का समय दिया जाता है .
राज्यसभा में माना जाता है प्रबुद्ध जन सदस्य है .देश के उपराष्ट्रप्ति राज्य सभा के सभापति का पद सम्भालते हैं उनके अलावा उपाध्यक्ष का चुनाव किया जाता है .
राज्यसभा में देश की जनता ने तमाशा देखा आश्चर्यजनक हैं कारण पंजाब एवं उत्तर प्रदेश के चुनाव होने वाले हैं आश्चर्य राज्यसभा क्या चुनावों का चुनाव मंच है . य़ह जनता के प्रतिनिधि हैं. मतदाता को अफसोस होता हैं.संसद में कई विचारणीय विषय थे लेकिन राज्यसभा भी लोकसभा की भांति प्रतिदिन हंगामें की भेट चढ़ती देखी गयी सदन के बजाय सदन के बाहर चर्चाएँ अधिक हुई . किसानो के नाम पर अराजकतावादी आचरण किस लिए क्यों ?,संसद टैक्स पेयर के पैसे से चलती हैं .विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र सदन में मेज पर चढ़ कर हंगामा करना रुल बुक को अध्यक्ष जी की कुर्सी की तरफ उछालना शर्मनाक आचरण देश किस दिशा की तरफ यह सांसद ले जा रहें हैं य़ह जनता के प्रतिनिधि हैं. मतदाता इनके कृत्य कई दिनों से देख रहा था अफसोस होता हैं. सदन में हाजरी देना उस दिन का भत्ता पक्का कर लेना उसके बाद हंगामा सदन टेक्स पेयर के पैसे पर चलता है हर सुविधाओं का भोग सांसद करते हैं सदन को चलने न देना क्या प्रजातंत्रिक व्यवस्था में जायज है .
कई दल संसद में हंगामा करना अपनी शान समझते थे लेकिन कांग्रेस देश का पुराना दल काफी समय तक सत्ताधारी रहा है उसका सांसद अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए हंगामा करता अजीब लगा जो हुआ राज्यसभा में हुआ . जनता अपने प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने के लिए भेजती है ऐसा आचरण जो हम देख रहे है हमें इस पर एतराज है . ऐसे कृत्य की केवल निंदा नहीं सजा का भी विधान होना चाहिए .
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लिखना मेरा शोक है में 30 वर्षों से आकाश वाणी से जुडी हुई हूँ आज का विचार, और वार्ता मे भाग लेती हूँ लेख भेजती हूँऔर विचार रखती हूँ पांचवा स्तम्भ , सूर्या संस्थान द्वारा छपने वाली मैगजीन में मेरे लेख प्रकाशित होते हैं वर्तमान अंकुर अखबार में नितन्तर मेरे लेख छपते हैं जागरण जंगशन और नवभारत टाईम्स ब्लॉग में निरंतर लिखती हूँ अंतर्राष्ट्रीय विषयों और कूटनीति के विषयों में मेरी विशेष रूचि है वैसे राजनीती और किसी महान पुरुष के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालना मेरा प्रमुख उद्देश्य है मैने 10 वर्ष ईरान में उस समय परिवार सहित बिठाये हैं जब ईरान का शाह देश छोड़ कर जा चुके थे इस्लामिक सरकार ने किस तरह ईरान की जनता पर नियन्त्रण किया तथा ईरान इराक युद्ध देखा मैंने भारत पाकिस्तान सम्बन्धों पर पर रिसर्च की है विषय Anglo American Impact on the Indo Pak Relations और कुछ ख़ास नहीं, मुख्य शौक लेक्चर देना है ,लिखना मेरा शोक है में 30 वर्षों से आकाश वाणी से जुडी हुई हूँ आज का विचार, और वार्ता मे भाग लेती हूँ लेख भेजती हूँऔर विचार रखती हूँ पांचवा स्तम्भ , सूर्या संस्थान द्वारा छपने वाली मैगजीन में मेरे लेख प्रकाशित होते हैं वर्तमान अंकुर अखबार में नितन्तर मेरे लेख छपते हैं जागरण जंगशन और नवभारत टाईम्स ब्लॉग में निरंतर लिखती हूँ अंतर्राष्ट्रीय विषयों और कूटनीति के विषयों में मेरी विशेष रूचि है वैसे राजनीती और किसी महान पुरुष के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालना मेरा प्रमुख उद्देश्य है मैने 10 वर्ष ईरान में उस समय परिवार सहित बिठाये हैं जब ईरान का शाह देश छोड़ कर जा चुके थे इस्लामिक सरकार ने किस तरह ईरान की जनता पर नियन्त्रण किया तथा ईरान इराक युद्ध देखा मैंने भारत पाकिस्तान सम्बन्धों पर पर रिसर्च की है विषय Anglo American Impact on the Indo Pak Relations और कुछ ख़ास नहीं, मुख्य शौक लेक्चर देना है ,लिखना मेरा शोक है में 30 वर्षों से आकाश वाणी एवं टीवी चैनलों से से जुडी हुई हूँ आज का विचार, और वार्ता मे भाग लेती हूँ लेख भेजती हूँ और विचार रखती हूँ पांचवा स्तम्भ , सूर्या संस्थान द्वारा छपने वाली मैगजीन में मेरे लेख प्रकाशित होते हैं वर्तमान अंकुर अखबार में नितन्तर मेरे लेख छपते हैं में वरिष्ठ स्तम्भकार हूँ जागरण जंगशन और नवभारत टाईम्स ब्लॉग में निरंतर लिखती हूँ अंतर्राष्ट्रीय विषयों और कूटनीति के विषयों में मेरी विशेष रूचि है वैसे राजनीती और किसी महान पुरुष के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालना मेरा प्रमुख उद्देश्य है मैने 10 वर्ष ईरान में उस समय परिवार सहित बिठाये हैं जब ईरान का शाह देश छोड़ कर जा चुके थे इस्लामिक सरकार ने किस तरह ईरान की जनता पर नियन्त्रण किया तथा ईरान इराक युद्ध देखा मैंने भारत पाकिस्तान सम्बन्धों पर पर रिसर्च की है विषय Anglo American Impact on the Indo Pak Relations और कुछ ख़ास नहीं, मुख्य शौक लेक्चर देना है ,लिखना मेरा शोक है में 30 वर्षों से आकाश वाणी एवं टीवी चैनलों से से जुडी हुई हूँ आज का विचार, और वार्ता मे भाग लेती हूँ लेख भेजती हूँ और विचार रखती हूँ पांचवा स्तम्भ , सूर्या संस्थान द्वारा छपने वाली मैगजीन में मेरे लेख प्रकाशित होते हैं वर्तमान अंकुर अखबार में नितन्तर मेरे लेख छपते हैं में वरिष्ठ स्तम्भकार हूँ जागरण जंगशन और नवभारत टाईम्स ब्लॉग में निरंतर लिखती हूँ अंतर्राष्ट्रीय विषयों और कूटनीति के विषयों में मेरी विशेष रूचि है वैसे राजनीती और किसी महान पुरुष के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालना मेरा प्रमुख उद्देश्य है मैने 10 वर्ष ईरान में उस समय परिवार सहित बिठाये हैं जब ईरान का शाह देश छोड़ कर जा चुके थे इस्लामिक सरकार ने किस तरह ईरान की जनता पर नियन्त्रण किया तथा ईरान इराक युद्ध देखा मैंने भारत पाकिस्तान सम्बन्धों पर पर रिसर्च की है विषय Anglo American Impact on the Indo Pak Relations और कुछ ख़ास नहीं, मुख्य शौक लेक्चर देना है D