Meaning of एक्राग्र चित होनेवाला in Hindi
Meaning of एक्राग्र चित होनेवाला in English
English usage of एक्राग्र चित होनेवाला
Synonyms of ‘एक्राग्र चित होनेवाला’
Antonyms of ‘एक्राग्र चित होनेवाला’
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- मुक्तक
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- हमेशा याद रखो
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- "मुक्तक"
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- दोहा मुक्तक
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- "दोहा"
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- दोहा मुक्तक
- “मुक्तक”
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- समझे सुक्ष्म शरीर को “मन, चित, बुद्धि और अहंकार”
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- मुँहचोर
- है मेरो मनमोहना, आयो नहीं सखी री
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- एक समै जमुना-जल में सब मज्जन हेत
- अंबर फिर फिर क्या करता स्थिर
- मनोव्यथा - 1
- बांछा
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- तू दिगम्बर विश्व है घर
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- कांत कामना
- दर्द!
- वीरवर सौमित्र
- बलभद्र ब्रज यात्रा
- हमारे प्रभु, औगुन चित न धरौ
- *रामायण कथा का एक अंश जिससे हमें सीख मिलती है "एहसास" की*
🙏🏻🙏🏻श्री राम लक्ष्मण व सीता सहित चित्रकूट पर्वत🙏🏻🙏🏻
की ओर जा रहे थे ! राह बहुत पथरीली और
कंटीली थी ! सहसा श्री राम के चरणों में एक
कांटा चुभ गया !
.🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
फलस्वरूप वह रूष्ट या क्रोधित नहीं हुए, बल्कि
हाथ जोड़कर धरती से एक अनुरोध करने लगे !
बोले-"माँ, मेरी एक विनम्र प्रार्थना है तुमसे ! क्या
स्वीकार करोगी ?"
.😊🙏🏻😊🙏🏻😊🙏🏻😊🙏🏻
धरती बोली-"प्रभु प्रार्थना नही, दासी को आज्ञा
दीजिए !"
.🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻
'माँ, मेरी बस यही विनती है कि जब भरत मेरी खोज में
इस पथ से गुज़रे, तो तुम नरम हो जाना ! कुछ पल के
लिए अपने आँचल के ये पत्थर और कांटे छुपा लेना !
मुझे कांटा चुभा सो चुभा ! पर मेरे भरत के पाँव में अघात
मत करना,
श्री राम विनत भाव से बोले !
.🌳🌹🌳🌹🌳🌹🌳🌹
श्री राम को यूँ व्यग्र देखकर धरा दंग रह गई !
पूछा-"भगवन, धृष्टता क्षमा हो ! पर क्या भरत आपसे
अधिक सुकुमार है ? जब आप इतनी सहजता से सब
सहन कर गए, तो क्या कुमार भरत नहीं कर पाँएगें ?
फिर उनको लेकर आपके चित में ऐसी व्याकुलता क्यों ?
.🙏🏻🌷🙏🏻🌷🙏🏻🌷🙏�
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