पटना: गुजरात से बिहार और यूपी मजदूरों का पलायन लगातार बढ़ता जा रहा है. अब तक राज्य में हजारों की संख्या में लोग बिहार लौट चुके हैं. गुजरात के साबरकांठा में कथित तौर पर 14 माह की बच्ची से दुष्कर्म के बाद गैर गुजरातियों को वहां से भगाया जा रहा है. इस मामले में हार्दिक पटेल ने बड़ा बयान दिया है.
पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को कहीं से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है. बिहार और यूपी के लोगों के पयायन मामले पर हार्दिक ने कड़ा ऐतराज जताते हुए बिहार की तारीफ की है.
हार्दिक ने की निंदा
हार्दिक ने ट्वीट किया, ‘गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की मैं निंदा करता हूं. अपराधी को कठोर सजा मिले, इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है, लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को गलत नहीं ठहरा सकते. आज गुजरात में 48 IAS और 32 IPS उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं. हम सब एक हैं.
ये अधिकारी यूपी-बिहार के
बता दें कि राज्य के डीजीपी शिवानंद झा बिहार के ही रहने वाले हैं. राज्य के मुख्य सचित जेएन सिंह बिहार भी के हैं. वहीं, गृह सचिव एके तिवारी यूपी के हैं. पुलिस कमिश्नर समेत आईपीएस के अलावा मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत अनेक आईपीएस अधिकारी यूपी-बिहार के होने के बाद भी बिहार और यूपी के लोगों पर हमले हो रहे हैं
क्यों उग्र हुए लोग
मजदूरों पर हमले तब शुरू हुए जब कथित तौर पर 14 माह की एक बच्ची से बलात्कार का मामला सामने आया और आरोप में बिहार के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद से ही गैर गुजरातियों को राज्य से बाहर निकालने के लिए प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया. वहां रह रहे लोगों में मॉब लिचिंग का भी डर बन गया है. लिहाजा जान बचाने के लिए वो गुजरात छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं.
Source: Etv Bihar