बाढ़ हर तरफ हाहाकार मचा हर गली नदी बन गयी हर मैदान बड़ा पोखर घर का आँगन स्विमिंग पूल और जो नदी है उनका रुप भयावह और डरावना लगता उनके करीब कोई जा नही सकता जो जाएगा भी तो मुर्दा होकर स
दुनिया भर की विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में उपवास का महत्व है। आध्यात्मिक, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक उद्देश्यों सहित विभिन्न कारणों से इसका अभ्यास सदियों से किया जाता रहा है। यहां उपवास के महत्व पर प
बालों का झड़ना, जिसे बालों का झड़ना या एलोपेसिया भी कहा जाता है, इसके विभिन्न कारण हो सकते हैं। बालों के झड़ने में योगदान देने वाले कुछ सामान्य कारकों में शामिल हैं: 1. आनुवंशिकी: बालों के झड़ने का
मानव शरीर के लिए दैनिक पोषण संबंधी आवश्यकताएं उम्र, लिंग, वजन, ऊंचाई, शारीरिक गतिविधि स्तर और समग्र स्वास्थ्य जैसे कारकों के आधार पर भिन्न होती हैं। हालाँकि, मैं आपको एक औसत वयस्क के लिए आवश्यक पोषक त
एक बच्चे का प्रथम गुरु माँ जो कोई भाषा नही सिखाती कोई फीस नही लेती कोई समय का पाबंद नही करती जीवन में सीख जाता स्पर्श प्रेम की भाषा जब बड़ा हो जाता पाठशाला में जाता शिक्षक उसे राह दिखाता
भारत एक विविधतापूर्ण और जीवंत देश है जो दुनिया भर से लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह अपने समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक विरासत, आश्चर्यजनक परिदृश्य और आध्यात्मिक अनुभवों के लिए जाना जाता है। भारत मे
एक बहुत ही घना जंगल था। जो हजारों मीलों तक फैला हुआ था। इस जंगल में अनेकों प्रकार के जंगली जानवर और जहरीले प्राणी थे। अत्यन्त ही भयानक परिस्थतियों के कारण उस जंगल में कोई भी मानव अंदर नहीं जाना चाहता
जो सामने बीत रहा है बचपन। नन्हे पौधे में भी पनपेगा यौवन। ताली एक हाथ से नही बजती, पिता का जीवन है इसमे अर्पण। पूरा संसार घर ले आता भूखा रहकर रुखा सुखा खाता एक नन्हे जान की खाति
एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक गरीब परिवार रहता था। वहां के लोग गर्मजोशी और एकता से जुड़े रहते थे। उनका एक बेटा राकेश बहुत ही उत्साही और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पित था। एक दिन गांव में
एक इंसान की हैसियत से आप अपने घर, परिवार, संस्था,व्यवसाय या रूचि के अनुसार दिन भर काम काज में लगते होंगे. अपनी और परिस्थिति कीजरूरत के अनुसार हम हर वक्त कुछ न कुछ करते ही रहते हैं. यहाँ में कुछ ऐसे का
दुर्घटना से देर भली खिलने से पहले फुल नष्ट न हो जाए कली दुर्घटना से देर भली। पटरी रहे समानान्तर सकरी न हो जाए गली दुर्घटना से देर भली। सड़क पर बरते सावधानी कही चढ़ न
मित्रो, सप्रेम व सादर नमस्ते। आशा है आप सभी कुशल व शांत होंगे। यह भाग पिछले अर्थात 7वें भाग से connected है। अत: इन दोनों भागों में निरंतरता होने के कारण इस भाग के लिए पहले, कृपया 7वां भाग
अभी तक के 5 भागों में: कर्मयोग के दो प्रमुख श्लोकों -2/47 व 2/48 पर और राग, द्वेष, आसक्ति शब्दों पर चर्चा की गयी। आपको याद होगा कि कर्म शब्द से पहले –श्लोक 2/47 में कर्म से पहले ‘निर्धारित’; और
आज भोरे जईसन खोली खिड़की देखा कलुआ की होत रही पिटाई,मारत रही पुलिस वाली अम्मा नीचे लेटा रहा कलुआ बनकर चटाई। बोलत रहा कलुआ "अम्मा अब न निकली बाहर कसम महरारू की," अम्मा न मानी बोली "हराम खोर त
देश की पुरानी ससंद में अब तक लोक सभा के सभी कार्यकाल होता रहा है। यह अंग्रेजो के समय बनाई गयी थी। देश आजाद होने के बाद उसे चलाने के लिए कोई व्यवस्था और स्थान नही थी ऐसे में उस समय एक ऐसे कानून की
दिल से पुकारो! मददगार ही मददगार दिखाई देंगे... (𝓐 𝓼𝓽𝓸𝓻𝔂 𝓸𝓯 𝓒𝓪𝓻 𝓟𝓪𝓷𝓬𝓱𝓻) जनवरी 2023 की बात है अपने कुछ दोस्तों के साथ एक सरिस्का ट्रिप से वापस आ रहा था , सुबह 08 बजे निकलते थे और सफर
नोटबंदी का असर भारत के हर नागरिक पर पड़ेगा। किसी पर कम प्रभाव पड़ेगा तो किसी पर अधिक असर पड़ेगा। जो लोग निर्धन वर्ग के लोग है उनके पास तो नही के बराबर 2000 के नोट होंगे उनका इस नोटबंदी से कोई खास लाभ
रिवर्स साइकोलॉजी क्या है? रिवर्स साइकोलॉजी एक मनोविज्ञानिक सिद्धांत है जिसमें मनोवैज्ञानिक विचार और तकनीकों का उपयोग करके व्यक्ति के व्यवहार के पीछे छिपे मन की प्रक्रिया और संवेदनशीलता को समझने का
;कभी-कभी कुछ पल जीवन के रास्ते बदलने के लिए ही बनते हैं ।और हम चाह कर भी उसे मोड़ नहीं पाते इसे "नियति "कहिए या फिर "प्रभु की इच्छा," जो भी हो उस समय हमारा मन मस्तिष्क उसी दिशा की ओर अग्रसर होता
कल शाम को देर से लौटा तो श्रीमती जी ने कहा कि आपको फोन किया था कि सुबह नाश्ते और ऑफिस के लिए सब्जी ले आना, लाये हो तो इधर धोने के लिए रख दो। हमने कहा कि आज हम दूसरे रास्ते से आये है, इसलिए सब्जी नही ल