न देखा जमाना तो जाना ही क्या, अब तुम्हारे बिना मुस्कुराना ही क्या। राह ले जाती है म
"इन आंखों को तलाश तेरी"……😏😏😏
खम्मामि सव्व जीवेषु मित्रों ! भाद्रपद कृष्ण द्वादशी से भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी त
महामन्त्र प्रणव और अध्यात्म चिकित्सा आज का लेख आरम्भ करें उससे पूर्व सभी को पर
सुबह जल्दी उठकर सोनम ने राज के साथ योगा और फिर चाय साथ में पीते हुए कहा कि लगता है कि इस महीने का
नर हो, न निराश करो मन को
कुछ काम करो, कुछ काम करो
जग में रह कर कुछ नाम करो
यह
कुछ करने के लिये जिद्द ठान लो, और फिर वो जिद्द हकीकत में बदल जायेगी!
डार्क वैब - इंटरनेट की काली दुनियां नमस्कार दोस्तों कैसे है आप सब मेरा विश्वास
इंटरनेट जितना हमारे समाज के लिए अच्छा है , उतना ही बुरा असर डाल रहा है,,। माता पिता बच्चों से दूर