दिनाँक : 03.3.2022समय : सुबह 7 बजेप्रिय सखी डायरी,आज तो दिल्ली का मौसम बहुत ही गर्म है। एकदम से तेज धूप है, सर्दियां लगभग चली ही गई हैं।लेकिन यूक्रेन में तो सर्द-गर्मी है। यहां पर नी
अपनी जिंदगी से डिप्रेशन मैं आत्महत्या के विचारों को कैसे बाहर निकालें?मेरे इस पॉडकास्ट को लिंक पर क्लिक करके सुने और अपने दोस्तों में भी भेजें। कैसा लगा जरूर कमेंट बॉक्स में बताइएhttps://anchor.fm/vir
पसरी है गहरी खामोशी, सन्नाटा भी सोया है,क्योंकि रातभर आसमां, शोलों के आंसू रोया है। धुँआ-धुँआ है जिंदगी, चहुंओर शोलों का गुबार छाया है,किसके बहकावे में आकर यूक्रेन तू, पत्थर से टकराया है।जिस नेटो
दिनांक : 01 मार्च 2022समय : शाम 7 बजेप्रिय सखी,सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।यूक्रेन में आज एक भारतीय छात्र की मौत ने मन द्रव
हमने भी सफ़ाई देना छोड़ दिया अब तो नवाब,किसी की गलत फहमी को कोई दूर नहीं कर पाया। —समीम नवाब (Nawab Comfort)
दिनांक : 01 मार्च 2022समय : शाम 7 बजेप्रिय सखी,सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।यूक्रेन में आज एक भारतीय छात्र की मौत ने मन द्रव
नवाब ढूंढ लेता हूं मैं बुरे लोगों में भी कुछ अच्छी बात,पता नहीं क्यों लोगों में कमियां तराशना अच्छा नहीं लगता। —समीम नवाब (Nawab Comfort)
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण पर बयान दिया था और मात्र उस बयान के चलते ही २०१९ बिहार चुनाव में भाजपा को हार का मुँह देखना पड़ा था. हालांकि मोहन भागवत ने कुछ भी ग़लत नहीं कहा था. उनके कहने का अर्थ ये थ
गहरी नींद में डूबकर भविष्य के सुनहरे सपने तो हर कोई देख सकता है, लेकिन जो जागती आंखों में सपना पाल के उसे साकार कर दुनिया को दिखा देता है, ऐसा लाखों में कोई एक मिलता है। ऐसे ही लाखों में एक छैनी-
दिनांक: 28.2.2022समय : रात्रि 9 बजेप्रिय डायरी जी,बेलारूस में आज रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत हुई, पर दोनो की सहमति नहीं बनी। क्योंकि रूस पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। पहले-पहल अकेले नजर आ रहे
दिनाँक : 27.2.2022समय : दोपहर 12 बजेप्रिय डायरी जी,कल मेरी मैरिज एनिवर्सरी थी, जिसके लिए सभी ने शुभकामनाएं दीं। आशुजी ने तो अपनी डायरी में मुझे शुभकामनाएं देने के साथ साथ मेरे लिए एक प्यारी सी कविता भ
" पहनावा का प्रभाव "("टीवी, फिल्मों या औरों को देखकर पहनावा ना बदलें, बल्कि विवेक और संस्कृति की ओर भी ध्यान दें..!!") "एक महिला को सब्जी मण्डी जाना था.उसने जूट का बैग लिया और सड़क
नवाब इस दुनियां में ज़िंदा लाश वही हैं, जो लोग इंसानियत के तरफदार नहीं हैं। एक जानवर भी अपना दर्द समझता है, दूसरे का दर्द जो समझे वही इंसान है। भगवान (God) ने सबसे अच्छा इस दुनिया में इंसान को बनाय
चरखे की ताकत सुना है कि आज यूक्रेन ने भारत से 1947 चरखे खरीदने का ऑर्डर दिया है । इस समाचार से यूक्रेन में खुशी की लहर दौड़ गई है । अब रूस की हार तय लग रही है । यूक्रेन की सड़कों पर लोग नाच रहे हैं
दिनाँक : 25.2.2022समय : रात 9 बजेप्रिय डायरी जी,आज मेरा दिन बहुत ही व्यस्त रहा और इसी व्यस्तता के बीच एक बड़ी खुशी की प्राप्ति भी हुई। किसी भी लेखक के लिए सबसे बड़ी खुशी क्या हो सकती है? निस
कड़ाकी की सर्दी का मौसम था। घनी पहाड़ियों के बीच बसी सपेरों की बस्ती में एक कच्चे मकान में बाबा दीनानाथ अपने बेटे-बहू और इकलौते पोता और उसके एक छोटे से कुत्ते के पिल्ले के साथ दुबका पड़ा था। पिछले
भाग 2 जैसे ही अहमदाबाद की एक अदालत ने 38 आतंकवादियों को फांसी और 11 को उम्र कैद की सजा सुनाई जन्नत में मातम पसर गया । मगर जेल में बहार आ गई । पूरी जेल में उत्सव का माहौल था । सब आतंकवादियों के चे
जागरूक मतदाता की ताकत &nbs
पिछले दो वर्ष से अधिक समय से कोरोना के मारे घर में मुर्गा-मुर्गियों के दबड़े की तरह उसमें दुबक कर रह गए थे। अभी दो चार दिन से मौसम का मिजाज गर्मियाने लगा तो सोचा सुबह-सुबह घूमने-फिरने की शुरुआत की जाय।
सूचना रजिस्टर में से अपनी ड्यूटी अपने निजी रजिस्टर में लिखने के बाद सुप्रिया अग्रवाल मैम एक तरफ बैठकर भुनभुनाने लगी। ऐसा लग रहा था मानो किसी बात से वह बहुत दुःखी है। भारत जैसे देश म