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hindi articles, stories and books related to Mudda


अस्तांचल की ओर दिख रहा आशाओं का सूरज अब, मेरी तेरी क्रोध अनल भी जागेगी तो आखिर कब? क्या गलती थी उस बिटिया की इस जग की बिटिया होने में, गूंज रही हैं जिसकी आहें निस्तब्ध निशा के कोने में। हे

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गाँव से १०वीं पास करने के बाद गर्मियों की छुट्टियों में जब महेश का मामा उसे पहली बार दिल्ली घुमाने के लिए अपने साथ लाया तो, उसे वहाँ अच्छा खाना-पीना और लत्ते-कपड़े पहनने को मिले। उसके मामा ने उसे द

18 फरवरी 2022      शुक्रवार    समय-11:52 (रात)मेरी प्यारी सखी,अगला इंसान कैसा है यह इस बात पर निर्भर नहीं करता कि उसका स्वभाव कैसा है। यह पूरी तरह से निर्भर करता है कि हम

अनु ने डिसाइड किया कि अब वह उस लड़के के बारे में ज्यादा नहीं सोचेगी उसे बस अपनी पढ़ाई पर फोकस करना । कुछ देर बाद उसे भी नींद आ गई। अगले दिन अनु नाश्ता कर रही थी तभी रितु बाहर से चिल्लाते हुए आ रही थी

आज सुबह-सवेरे जब मैं घर से बाहर निकलकर आँगन में टहल रही थी, तो  एक लड़का और एक अधेड़ उम्र का आदमी मोटर सायकिल से उतरकर मुझे हमारे बिल्डिंग में रहने वाले यादव जी के घर का पता पूछने लगे। वे बहुत हैरान-परे

रेमन अपनी छत के एक कोने में दीवार के सहारे बेठीहुई अपने अतीत की यादों में खोयी हुई।वो इस कदरयादों में डूबी हुई उसको ये भी भान नहीं कब शाम सेरात हो गई।रेमन अपने घर में सबकी दुलारी ओर बहनों की जान।रेमन

गलतियाँ करके नादान, समझता ही नहीं।दिल की अपनी पहचान, समझता ही नहीं।।जिसने किया खड़ा तुझे, झूठ बोलता उसे।फर्क करती रही जुबान, समझता ही नहीं।।उसको कहता है , करता हूँ काम नेकी से।तेरी सीरत में अभिमान, समझ

दिनाँक : 17.02.2022समय   : सुबह 7 बजेप्रिय डायरी जी,हेलो डायरी! नमस्कार ! कैसी हो?आज यूपी के एक गांव कुशीनगर का  दूखद समाचार देखा। बहुत दुख हुआ कि शादी समारोह में हल्दी की रस्म के दौरान

जिंदगी हंसती है ,हंसाती है ।जाने कितनी बार रुलाती है ,जब भी हार जाती हूं ,टूट कर बिखर जाती हूं ।हर बार मुझे जिंदा रहने की खुवैश दे जाती है ! जाने कितनी बार हारी मै ,टूट कर चकनाचूर हुई ।फूलों भरी

दिनाँक : 16.02.2022समय   :  रात 8 बजेप्रिय डायरी जी,कोई भी हिंदी का कार्यक्रम हो और आपको सरस्वती वंदना के लिए सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ये कविता सुनाई नॉय दे, ऐसा हो नहीं सकता। 

दिनाँक: 15.02.2022समय  :  रात 9 बजेप्रिय डायरी जी,चुनाव का मौसम खत्म होने की कगार पर है और साथ ही सर्दियां भी खत्म होने की कगार पर है। क्या है कि चुनावी एहसास वैसे ही लोगों के राजनीतिक जीवन

दिनांक : 14.02.2022समय : सुबह 8 बजे आपको क्या लगता है? मरते समय, हम क्या सोचते है? हमे खुशी होती है, दुख होता है या पछतावा होता है?ऑस्ट्रेलिया की एक रिटायर्ड नर्स हैं, ब्रॉनी वेयर। इनकी बेस्ट सेल

डायरी: 13.2.2022समय : रात 8 बजेप्रिय डायरी जी,क्या आपको पता है कि पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार क्यों बढ़ रहे है? लॉकडाउन में जब सब कुछ बंद था, सबसे पहले शराब की दुकान क्यों खोली गईं? क्या आपको यह भी पता

काश रोज "रोटी डे" होता...होते सब समर्थ, सम सारे,होते  दिल कुछ बड़े हमारे।सबको स्वास्थ्य,सहारा होता, कोई  न कहीं बेचारा होता।।कुछ टुकड़ों के इन्तजार में,कभी न कोई भूखा सोता।काश रोज "रोटी

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🌀अब क्या ढूंढते हो जले हुए राख पर🌀 🌀वह अफसाना ही जल गया जिस का unwon तुम थे🌀 Fake love p 🌀अगर है गहराई तो चल डूबा दे मुझको🌀 🌀समंदर तो नाकाम रहा अब तेरी आंखों की बारी है🌀 ⭕मुझे मंजूर है ...

दो दिनों के सुरमई बादलों की धूप-छांव के बाद आज खुला आसमान दिखाई दे रहा है।  फिलहाल ठंड आज छुट्टी पर है और सूर्यदेव डयूटी पर मुस्तैद हैं।  पर ये गुनगुनी धूप बहुत अच्छी लग रही है। ये खुला

दिनांनक 11.02.2022समय :  शाम 7 बजेप्रिय डायरी जी, एक बात बताऊं! आजकल मेरे बेड की साइड टेबल पर  अरुंधति रॉय की उपन्यास  "The God of small things"  रखी है, जिसे मैंने लाइब्रेरी

स्टाफ रूम में सभी हतभ्रमित सी श्रीविद्या को देखने लगे। श्रीविद्या डर कर पीछे हटने वालों में से नहीं थी। इस बात का भान था सभी को।वही इन सब से अनजान गांधारवी प्रेम के समुद्र में हिलोरें लेते हुए डुबकी ल

एक पत्र मतदाता के नाम                                                  &nbs

hum ladke hai yr Hume gyan ke path se Jada jimedaariyo ka path padya jata

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