पहले हर अच्छी बात का मज़ाक बनता है, फिर विरोध होता है और फिर उसे स्वीकार लिया जाता है ।
—स्वामी विवेकानन्द
28 अक्टूबर 2015
—स्वामी विवेकानन्द
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D