आज मौसम कितना खुश गंवार हो गया
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से
लगा जैसे आस्मां को ज़मी से प्यार हो गया...
ऐ बारिश मेरे अपनो को
यह पैगाम देना
खुशियों का दिन
हँसी की शाम देना,
जब कोई पढ़े प्यार से
मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर
प्यारी सी मुस्कान देना..
बारिश की बधाई हो बंधुओं