4 जुलाई 2015
बहुत ही सटीक टिप्पणी की है ओम प्रकाश जी धन्यवाद
7 जुलाई 2015
आशीष जी, अत्यंत जागरूक कलम के सिपाही हैं आप सभी मित्र। ऐसी घटनाओं और व्यथा को साझा करना बहुत ज़रूरी होता है। एक जत्था अगर विनाशकारियों का है तो हमारी आपकी फौज के भी दो चार सिपाही ऐसे लोगों से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हो रहे हैं। ये मान सकता हू कि अभी और देर लग सकती है, लेकिन तस्वीर बदल कर रहेगी। मुश्किल ये है कि जिनके हाथों में असली ताकत है वही तमाशबीन बने रहते हैं। लेख के लिए धन्यवाद आशीष जी !
7 जुलाई 2015
जी मंजीत भाई
6 जुलाई 2015
सच आशीष जी , वो लोग क्या समझेंगे उस लड़की की तकलीफ को ... उसके माँ पिता से पूछो की कैसा लग रहा होगा अपनी ही पाली हुई बेटी को ऐसे मरते देखना ... जब उन लोगों के साथ भी कुछ ऐसा ही होगा न तब समझ में आएगा ...क्योंकि ऊपर वाले की लाठी में आवाज़ नहीं होती ... और सबको अपने कर्मो का फल यही भोग के जाना होता है .....
6 जुलाई 2015
जी मंजीत भाई .उनको परमेश्वर ही सजा देंगे ..क्योंकि उनको किसी ने देखा नहीं
5 जुलाई 2015
मुझे इस बारे में नहीं पता था ... जब इसे पढ़ा तो इतना गुस्सा आया की ऐसे लोगों के साथ भी कुछ ऐसा ही होना चाहिए ... क्या इनके परिवार में बेहेन बेटियां नहीं होती ... कैसे ये इतनी नीचता पे उत्तर सकते है .... बाकी .. आशीष जी , मेरा तो यही मानना है की एक दिन सबको अपने कर्मो की सजा मिलती है .... भगवान रति को हिम्मत दे ...
5 जुलाई 2015
जी कल ही ये समाचार समाचार पत्र में पढ़ा तो लगा इस संगठन में भी साझा होना चाहिए
5 जुलाई 2015
rati kee himmat ko dekhte hue ham sab uske sath hain aur aisa fir kisi ke sath n ho iske liye apni taraf se poori tarah prayasrat .thanks to share here this post ashish ji
4 जुलाई 2015
rati sheeghr theek hokar mata=pita ke sare aansoon pochh de yahi prabhu se kamna hai .
4 जुलाई 2015