कारोबार करने की बुद्धि हो, तो बाजार में संभावनाओं का कभी अंत नहीं होता। गंजों के देश में कंघी बेचने की बात लोगों ने सुनी होगी, लेकिन कनाडा की एक कंपनी ने अब सर्वसुलभ हवा को भी बोतल में पैक कर बेचना शुरू कर दिया है। उसे यह मौका उपलब्ध कराया है वायु प्रदूषण ने। बोतलबंद पानी की तर्ज पर अब प्रदूषण से त्रस्त कई देशों के लोग बोतलबंद हवा को हाथोहाथ खरीद रहे हैं।1 लोगों की जरूरतों को भुनाते हुए कनाडा की कंपनी ‘वाइटैलिटी एयर बैंफ एंड लेक’ पहाड़ों की ताजी हवा बेचकर अच्छी खासी कमाई कर रही है। कंपनी ने ‘बैंफ एयर’ और ‘लेक लुईस’ नाम से हवा की दो श्रेणियां हवा बाजार में उतारी है। ‘बैंफ एयर’ की तीन लीटर की बोतल की कीमत 20 कनाडाई डॉलर यानी लगभग 952 रुपये और 7.7 लीटर बोतल की कीमत 32 कनाडाई डॉलर यानी 1,532 रुपये है। वैसे तो अमेरिका और मध्य पूर्व के कई देशों में बोतलबंद हवा का कारोबार चल रहा है, लेकिन चीन के वायु प्रदूषण से इसमें भारी उछाल आ गया है। 1 हालत यह है कि वहां पर लोग उपहार के तौर पर बोतलबंद हवा अपने प्रियजनों को देने लगे हैं। क्या यह बोतलबंद हवा भारत में भी कारगर हो सकती है? विश्व आर्थिक मंच ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दुनियाभर के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 18 एशिया में हैं। इनमें से 13 शहर तो सिर्फ भारत में हैं। सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली भी एक है। 1हाथोहाथ होने लगी बिक्री : कंपनी ने साल 2014 में प्रयोग के तौर पर हवा का पैकेट बेचना शुरू किया था। उस वक्त किसी को इसका अंदाजा नहीं था कि यह पहल भविष्य में कितनी कारगर होने वाली है। कंपनी के संस्थापक मोसेज लेक ने बताया कि हवा का पहला पैकेट तुरंत बिक गया। दूसरी खेप बिकने के बाद हौसला बढ़ा। उन्होंने इसे फुल टाइम कारोबार के रूप में स्थापित कर लिया। चीन में जबर्दस्त सफलता : कंपनी ने दो सप्ताह पहले ही चीन में बोतलबंद हवा बेचनी शुरू की है। यहां बिक्री शुरू होने के कुछ ही समय में 500 बोतल की पहली खेप हाथोहाथ बिक गई। कंपनी उत्तर अमेरिका से मध्य-पूर्व के देशों तक हवा बेच रही है, लेकिन चीन उसका सबसे बड़ा बाजार है। यहां लोग परिवार से लेकर दोस्तों एवं रिश्तेदारों को बोतलबंद हवा तोहफे के रूप में दे रहे हैं।नई दिल्ली, एजेंसियां : कारोबार करने की बुद्धि हो, तो बाजार में संभावनाओं का कभी अंत नहीं होता। गंजों के देश में कंघी बेचने की बात लोगों ने सुनी होगी, लेकिन कनाडा की एक कंपनी ने अब सर्वसुलभ हवा को भी बोतल में पैक कर बेचना शुरू कर दिया है। उसे यह मौका उपलब्ध कराया है वायु प्रदूषण ने। बोतलबंद पानी की तर्ज पर अब प्रदूषण से त्रस्त कई देशों के लोग बोतलबंद हवा को हाथोहाथ खरीद रहे हैं।1 लोगों की जरूरतों को भुनाते हुए कनाडा की कंपनी ‘वाइटैलिटी एयर बैंफ एंड लेक’ पहाड़ों की ताजी हवा बेचकर अच्छी खासी कमाई कर रही है। कंपनी ने ‘बैंफ एयर’ और ‘लेक लुईस’ नाम से हवा की दो श्रेणियां हवा बाजार में उतारी है। ‘बैंफ एयर’ की तीन लीटर की बोतल की कीमत 20 कनाडाई डॉलर यानी लगभग 952 रुपये और 7.7 लीटर बोतल की कीमत 32 कनाडाई डॉलर यानी 1,532 रुपये है। वैसे तो अमेरिका और मध्य पूर्व के कई देशों में बोतलबंद हवा का कारोबार चल रहा है, लेकिन चीन के वायु प्रदूषण से इसमें भारी उछाल आ गया है। 1 हालत यह है कि वहां पर लोग उपहार के तौर पर बोतलबंद हवा अपने प्रियजनों को देने लगे हैं। क्या यह बोतलबंद हवा भारत में भी कारगर हो सकती है? विश्व आर्थिक मंच ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दुनियाभर के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 18 एशिया में हैं। इनमें से 13 शहर तो सिर्फ भारत में हैं। सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली भी एक है। 1हाथोहाथ होने लगी बिक्री : कंपनी ने साल 2014 में प्रयोग के तौर पर हवा का पैकेट बेचना शुरू किया था। उस वक्त किसी को इसका अंदाजा नहीं था कि यह पहल भविष्य में कितनी कारगर होने वाली है। कंपनी के संस्थापक मोसेज लेक ने बताया कि हवा का पहला पैकेट तुरंत बिक गया। दूसरी खेप बिकने के बाद हौसला बढ़ा। उन्होंने इसे फुल टाइम कारोबार के रूप में स्थापित कर लिया। चीन में जबर्दस्त सफलता : कंपनी ने दो सप्ताह पहले ही चीन में बोतलबंद हवा बेचनी शुरू की है। यहां बिक्री शुरू होने के कुछ ही समय में 500 बोतल की पहली खेप हाथोहाथ बिक गई। कंपनी उत्तर अमेरिका से मध्य-पूर्व के देशों तक हवा बेच रही है, लेकिन चीन उसका सबसे बड़ा बाजार है। यहां लोग परिवार से लेकर दोस्तों एवं रिश्तेदारों को बोतलबंद हवा तोहफे के रूप में दे रहे हैं। |