अपनी भौतिक और सांसारिक जरूरतों को पूरा करने के लिए आप रोज ही उपभोक्ता होते हैं। तमाम सेवाओं और चीजों के बदले आप अपनी जेब ढीली करते हैं। कल यानीएक जून से जो भी सेवा आप हासिल करेंगे, उसके बदले आपको ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। वित्त मंत्री द्वारा बजट में प्रस्तावित सेवा कर में वृद्धि कल से लागू हो रही है। वर्तमान में 12.36 फीसद सेवा कर की दर एक जून से बढ़कर 14 फीसद हो जाएगी। इससे रोजाना की तमाम सेवाओं के लिए आपकी जेब ज्यादा ढीली होगी।
घर खरीदना होगा महंगा
सेवा कर की नई दरें लागू होने से प्रॉपर्टी खरीदने पर भी जेब पर अधिक बोझ पड़ेगा। इसका असर निर्माणाधीन प्रॉपर्टी पर भी होगा। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने के साथ नए खरीदारों को घर खरीदने के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी। एक जून से एक करोड़ से कम कीमत की प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स 3.50 फीसद की दर से या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के 25 फीसद पर 12.36 फीसद सर्विस टैक्स चुकाना होगा। वहीं, एक करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स 4.2 फीसद की दर से या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के 30 फीसद पर 14 फीसद की दर से सर्विस टैक्स चुकाना होगा। इसके अलावा दूसरे चार्जेज भी बढ़ जाएंगे जैसे लीगल फीस, होम इंश्योरेंस व रजिस्ट्री फीस आदि।
सेवाएं जो होंगी महंगी
रेस्तरां में खाना, होटल में रहना, मनोरंजन, हवाई यात्रा, ट्रेनों के एसी क्लास के टिकट, माल ढुलाई, ईवेंट मैनेजमेंट, केटरिंग, सैलून, शराब, बीमा प्रीमियम, टिकट बुकिंग आदि।
प्रथम श्रेणी की रेल यात्रा महंगी
प्रथम श्रेणी और एसी श्रेणी के टिकटों पर अभी यात्रियों को 3.078 फीसद की दर से सेवा कर देना होता है। एक जून से यह दर बढ़कर 4.2 फीसद हो जाएगी। यानी इनके मुसाफिरों को 0.5 फीसद की दर से अधिक सेवा कर चुकाना होगा।
बीमा बिगाड़ेगा बजट
जीवन बीमा के पहले वर्ष के प्रीमियम पर सेवा कर की दर 3 फीसद से बढ़कर 3.5 फीसद हो जाएगी। इसके आगे के प्रीमियम पर अभी 1.5 फीसद का सेवा कर लग रहा है। एक जून से इसकी दर 1.75 फीसद हो जाएगी।
हवाई यात्रा होगी खर्चीली
नई सेवा कर की दरें लागू होने से घरेलू उड़ानों में सेवा कर की दरें 0.6 फीसद से बढ़कर 0.7 फीसद जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए सेवा कर की दरें 1.2 फीसद से बढ़कर 1.4 फीसद हो जाएंगी।