एक भी बून्द साफ नहीं हुई है गंगा | 2014 लोकसभा के चुनव के मोदी जी ने कहा था न तो मैं आया हूं और न ही मुझे भेजा गया है। दरअसल, मुझे तो मां गंगा ने यहां बुलाया है। लोगों को तब लगा था की भारत को ऐसा प्रधानमंत्री मिलने वाला है जो गंगा माँ की सफाई कर के ही रहेगा और जल्दी ही गंगा भी नील नदी की तरह साफ हो जाएगी| पर सोमावर को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष ने कहा कि चार सालों में एक बूंद भी साफ नहीं हुई गंगा|
एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस स्वतंत्र कुमार ने कहा कि नमामि गंगे योजना के नाम पर केवल और केवल आम जनता के पैसे को बर्बाद किया गया है | आपको बता दे की मोदी सरकार ने नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सफाई के लिए आवंटित 2,000 crore से गंगा एक भी बून्द साफ नहीं हुई है |
जस्टिस स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली बेंच ने सरकारी एजेंसियों से सवाल खड़ा किया है कि आखिर किस वे नमामि गंगे परियोजना को लागू कर रहे हैं। सरकार और मंत्री दावा करते है कि वे गंगा की सफाई के लिए काम कर रहे है पर चार साल में एक बूंद भी साफ नहीं ।
एनजीटी द्वारा सरकार को जवाब देने के लिए चार दिन का समय दिया गया है |