💐💐 "एतवार पर एतबार" 💐💐 समेट पलकों को रखूँ कहाँ? पलकों को कैद तुमने जो कर रखा है। खुला है सदा- दरवाज़ा दिल का,दिल में एक कोना महफूज़ तेरा रखा है।।💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐काश हमें बाजू से--हर गुज़रने वालों की--अनसुनी धड़कनों का--जरा भी अहसास होता।दुजों के लबों पे--आए मुस्कान बस--ये हमारा मुक
भुला दिए गये फिरोज गांधी डॉ शोभा भारद्वाज 12 सितम्बर 1912 स्वर्गीय इंदिरा जी के पति ,राजीव गांधी,संजय गांधी के पिता , वरुण गाँधी ,राहुल एवं प्रियंका गांधी के दादा थे फिरोज गांधी का जन्मदिन था 8 सितम्बर 1960 को 48 वर्ष की उम्
.............................PITA............,.............JIS PED KI CHHAYA ME REHTA THA,AJ WAHI PATJHHAD KE BHAVAR ME PADA HAI.JISKI BAL SHALI TEHNIYON SE HUM KHELTE THE,AJ WAHI MURJHAYA HUA KHADA HAI,MAIN AAJ CHHOTA PODHA,KAL PED HO JAUNGA.YAHI WAQT KA CHAKKAR HE,KAL JISKO MAIN DORAUNGA.MAIN BHI
प्रेम की भूखविजय कुमार तिवारीसभी प्रेम के भूखे हैं।सभी को प्रेम चाहिए।दुखद यह है कि कोई प्रेम देना नहीं चाहता।सभी को प्रेम बिना शर्त चाहिए परन्तु प्रेम देते समय लोग नाना शर्ते लगाते हैं।प्रेम में स्वार्थ हो तो वह प्रेम नहीं है।हम सभी स्वार्थ के साथ प्रेम करते हैं।प्रेम कर
मुजरा करते दिख रही है लड़कियाँटिक - टाॅक के बाजार मे यू ही बदनाम है हम लड़के इस संसार मेलड़कियाँ नाचती दिख रही है टिक - टाॅक के बाजार मे फर्क क्या है उसमे और तुममे जो कोठे पर नाचती है संसार मेआज बड़े घरो के बेटियाँ नाचती हैटिक - टाॅक के बाजार मे कोई नाचती है पैसा के लिए सरेआम इस संसार मेकोई लाइक और शेयर
तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए ,फतह की ये है निशानी ,फ़लक पर आज फहराए ....रहे महफूज़ अपना देश ,साये में सदा इसके ,मुस्तकिल पाए बुलंदी फ़लक पर आज फहराए .....मिली जो आज़ादी हमको ,शरीक़ उसमे है ये भी,शाकिर हम सभी इसके फ़लक पर आज फहराए ....क़सम खाई तले इसके ,भगा देंगे फिरंगी को ,इरादों को दी मज़बू
शादियाँ आजकलहिन्दू शादी अजी सुनते हो, "कल बगल वाली भाभी जी कह रही थीं कि, अब तो बेटा जवान हो गया है शादी कब कर रही हो"। मैं तो कह रही हूँ कि, "देख -भाल शुरू कर दो अभी से , तब जाकर कुछ महीनों में कोई बात फाइनल हो पायेगी"।अजी मैं कब से कह रही हूँ कि, "बेटी अब जवान हो गई है, उस
सांझ ढलने को थी जब उसकी ऑख खुली थी । उसने अपनी नजर को कमरे के चारों ओर घुमाया, ये उसका कमरा नहीं था । सामने खिडकी खुली थी और सामने खूबसूरत पहाडियां नजर आ रही थी । आकाश में पंछियों के झॅुड अपने घरोंदो की ओर जा रहे थे । जिस बिस्तर पर वो लेटी थी वो शायद किसी अस्पताल का
वह ठसाठस भरी बस में तिल-तिल बढ़ता हुआ आखिर उस सीट तक पहुँच ही गया जिसके किनारे की साइड में एक पन्द्रह वर्षीय खूबसूरत लड़की बैठी थी। चंद पल वह स्थिर खड़ा रहा फिर आहिस्ता से अपना दाहिना हाथ सीट की पुश्त पर रख कर लड़की के बाएं कंधे को उंगलियों से स्पर्श किया। लड़की
भीड़ से घिरी लेकिनबिल्कुल अकेली हूं मैंहां, एक अबूझ पहेली हूं मैंकहने को सब अपने मेरेरहे सदा मुझको हैं घेरेपर समझे कोई न मन मेराखामोशियो ने मुझको घेराढूंढूं मैं अपना स्थान...जिसका नहीं किसी को ज्ञानक्या अस्तित्व है घर में मेरा?क्या है अपनी मेरी पहचान?अपने दर्द में बिल्कुल अकेलीहूं मैं एक अबूझ पहेली
वो बूढ़ी औरत बड़ी देर से व्याकुल सी स्टेशन पर किसी को ढूंढ रही थी। मालती बड़ी देर से उसे देख रही थी ,उसकी ट्रेन एक घंटा लेट थी । उसने महसूस किया कि वृद्धा का मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था ।दुबली-पतली, झुर्रियों से भरा चेहरा,उलझे हुए से बाल ,अजीब सी चोगे जैसी पोशाक पहने ,हाथ में एक पोटली थामे जमीन पर
गर्मियों में बच्चों की स्कूल की छुट्टियाँ लगते ही सुबह-सुबह की खटरगी कम होती है, तो स्वास्थ्य लाभ के लिए सुबह की सैर करना आनंददायक बन जाता है। यूँ तो गर्मियों की सुबह-सुबह की हवा और उसके कारण आ रही प
लोकसभा में उदासीन सांसद राहुलगांधी डॉ शोभा भारद्वाज संसद राजनीति की सर्वोत्तमपाठशाला है पहले सांसद तैयारी से आते थे उनके भाषण सांसद एवं दर्शक मन्त्र मुग्धहो कर सुनते थे संसद की कार्यवाही ,भाषण रिसर्च स्कालर के लिए प्राथमिक सोर्स मानेजाते हैं अक्सर उन्हें संसद की लायब्रेरी में संसद में होने वाली चर्च
क्या कहूँ, कि ज़िन्दगी क्या होती है कैसे यह कभी हँसती और कभी कैसे रो लेती है हर पल बहती यह अनिल प्रवाह सी होती है या कभी फूलों की गोद में लिपटीखुशियों के महक का गुलदस्ता देती हैऔर कभी यह दुख के काँटो का संसार भी हैहै बसन्त सा
Pathri Ka Ilaj Hindi- बहुत से लोगों को अक्सर पेट में दर्द की शिकायत होती है और जब वे डॉक्टर्स को दिखाते हैं तब उन्हें अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी जाती है. उसमें जो भी निष्कर्ष निकलता है तो कभी-कभी तो पेट का दर्द किसी दूसरी वजह से होता है लेकिन ज्यादातर मामलों में पेट की पथरी निकल जाती है जो सेहत क
आज के समय में घुटनों का दर्द बहुत आम हो गया है जो किसी को भी हो सकता है. एक समय था जब ये बुजुर्गों में पाया जाता था लेकिन अब इसे किसी भी उम्र में खासकर मोटे बच्चों में पाया जाता है. घुटनों के दर्द की खास दो वजहें होती हैं एक मोटापा और दूसरा कैल्शियम की कमी और दोनों का इलाज संभव है. अगर ऐसा होता है त
रंग की एकादशी – कुछ भूली बिसरी यादेंकल रविवार 17मार्च को फाल्गुन शुक्ल एकादशी है | यों आज रात्रि ग्यारह बजकर चौंतीस मिनट के लगभग वणिजकरण, शोभन योग और पुनर्वसु नक्षत्र में एकादशी तिथि का आगमनहो जाएगा, किन्तु उदया तिथि होने के कारण कल एकादशी का उपवासरखा जाएगा | इस प्रकार जैसी कि मान्यता है कि द्वादशी
सर्वप्रथमसभी को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ | नारी सदा से सशक्त रहीहै शारीरिक,मानसिक तथा आध्यात्मिक स्तरों पर, और आज की नारी तो आर्थिक स्तर पर भी पूर्ण रूप से इतनी सशक्त औरस्वावलम्बी है कि उसे न तो पुरुष पर निर्भर रहने की आवश्यकता है न ही वह किसी रूपमें पुरुष से कमतर है |हमसभी ज
प्यार का दंश या फर्ज तुलसीताई के स्वर्गवासी होने की खबर लगते ही,अड़ोसी-पड़ोसी,नाते-रिश्तेदारों का जमघट लग गया,सभी के शोकसंतप्त चेहरे म्रत्युशैय्या पर सोलह श्रंगार किए लाल साड़ी मे लिपटी,चेहरे ढका हुआ था,पास जाकर अंतिम विदाई दे रहे थे.तभी अर्थी को कंधा देने तुलसीताई के पति,गोपीचन्दसेठ का बढ़ा हाथ,उनके बे