आज के समय में घुटनों का दर्द बहुत आम हो गया है जो किसी को भी हो सकता है. एक समय था जब ये बुजुर्गों में पाया जाता था लेकिन अब इसे किसी भी उम्र में खासकर मोटे बच्चों में पाया जाता है. घुटनों के दर्द की खास दो वजहें होती हैं एक मोटापा और दूसरा कैल्शियम की कमी और दोनों का इलाज संभव है. अगर ऐसा होता है तो घुटनों का दर्द भी आसानी से जा सकता है. घुटनों का दर्द कोई बीमारी नहीं होती है मगर इसका कारण अक्सर आर्थराइटिस यानी गठिया भी होती है. Ghutno Ki Exercise से भी कई बार घुटनों का दर्द खत्म होता है और दवाईयों का सहारा लेने से अच्छा है कि कुछ कसरत कर ली जाए.
रामबाण है घुटनों की एक्सरसाइज
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि वजन को नियंत्रण रखने के लिए जिम जाने से बहुत वेट लिफ्टिंग, रनिंग या साइकिलिंग से बचना चाहिए इससे आपके घुटने खराब भी हो सकते हैं. हम कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिसमें आपको Ghutno Ki Exercise करनी है और आपका दर्द छूमंतर हो जाएगा.
साइकिल चलाना - हर दिन बस 15 से 20 मिनट तक साइकिल चलाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. अगर आपके घुटनों में बहुत दर्द रहता है तो आपको रोज साइकिल चलानी चाहिए और जैसे-जैसे आपकी प्रैक्टिस बढ़ती है साइकिल चलाने का समय भी आपको बढ़ा देना चाहिए. इससे घुटने का अस्थिरज्जु और मसल्ज मजबूत होते हैं जिससे चोट का दर्द भी धीरे-धीरे खत्म होता है.
कार्डियो एक्सरसाइज - स्टेपिंग या स्टेप अप्स एक कार्डियो एक्सरसाइज है जिसे घुटने में दर्द वालों को करना चाहिए. यह एक्सरसाइज दिल की धड़कन को बढ़ाता है और शरीर मे गर्मी को पैजा करके ऊर्जा से भर देता है. स्टेप अप करने के दौरान घुटना नहीं मोड़ना चाहिए, और अगर आप किसी चोट से ग्रसित हैं तो तुरंत इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं आराम मिलेगा.
स्ट्रेचिंग करें - घुटनों के दर्द में आराम पाने के लिए मसल्स स्ट्रेचिंग एक बेस्ट एक्सरसाइज होती है. ऐसी कई स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज है जिन्हें करना घुटने के लिए बहुत फायदेमंद होता है और ऐसा ही एक एक्सरसाइज हैम्स्टिंग स्ट्रैचिंग भी है, जिससे घुटनों के मसल्स ढीले होते हैं. इस एक्सरसाइड को करने के लिए आप एक और पैर आगे बढ़ा सकते हैं और दूसरे पैर को इतना मोड़ें कि वो दबाव महसूस करने लगे.
मैट एक्सरसाइज - इस एक्सरसाइज में लेग लिफ्ट और नी लिफ्ट घुटनों का मसल्स स्ट्रेच होता है और इससे घुटने का दर्द भी कम होता है. मैट एक्सरसाइज को आप घर में किसी भी समय कर सकते हैं. इसे करते समय अपने पैर को ऊपर की ओर उठाते समय घुटने को ना मोड़ें और उसे कुछ उठा हुआ रहने दें. घुटने की चोट के लिए ये एक्सरसाइज बहुत अच्छी होती है.
नी एक्सटेंशन - जोड़ों में रक्त संचार बढ़ाने और मसल्स के विकास में नी एक्सटेंशन एक्सरसाइज बहुत मददगार होती है. इसमें एक पैर पर खड़ा होकर दूसरे पैर को साइड में इतना उठाएं कि घुटना हिप के थोड़ा नीचे एक ही लाइन पर हो. ऐसी स्थिति में आपको करीब 10 सेकेंड रहना होगा और फिर घुटनों को मोड़ें फिर सीधा खड़े हो जाएं. ऐसा 8 से 10 बार करें और फिर दूसरे पैर की एक्सरसाइज करें.
आंशिक स्कावट्स - एक कुर्सी के सामने 12 इंच की दूरी पर खड़े रहें और फिर पैरों के साथ कूल्हों को चौड़ा करें और अपने पैर की उंगलियों को आगे की ओर करें. अब अपने कुल्हों को मोड़कर अपने आधे हिस्से को धीरे-धीरे कुर्सी के पास मोड़ें और इस एक्सरसाइज को करते समय अपने एब्स को भी तंग रखें और फिर जांच करें कि आपके घुटने पैर की उंगियों के पीछे हुआ या नहीं.