आसमां पाकिस्तान से ज्यादा भारत में पॉपुलर थी।आसमां का एक वीडियो भारत में वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने पाकिस्तानी सेना को कब्जा करने वाला ग्रुप बता दिया था।
आसमा जहांगीर नहीं रहीं। | तस्वीर साभार: Twitter
नई दिल्ली : पाकिस्तान की जानी-मानी मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील असमां जहांगीर नहीं रहीं। रविवार को लाहौर में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। असमां पाकिस्तान से ज्यादा भारत में पॉपुलर थी। असमां वहीं वकील हैं जिन्होंने कूलभूषण जाधव के लिए काउंसल नियुक्त करने की मांग की थी। असमां का एक वीडियो भारत में वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने पाकिस्तानी सेना को कब्जा करने वाला ग्रुप बता दिया था।
पाकिस्तानी फौज को कहा सियासी डफर
असमां एक न्यूज चैनल के प्रोग्राम में बतौर गेस्ट बोल रही थीं। इस टीवी शो की एंकर ने पूछा कि क्या अपनी देशभक्ति का सबूत देने के लिए सेना का समर्थन करना चाहिए। इस पर आसमा ने कहा कि- मुझे सेना से देशभक्ति का तमगा लेने की जरूरत नहीं हैं। हमें वो बातें करनी चाहिए जो तल्ख भी हों और जो हकीकत में भी हों। जहांगीर ने कहा कि फौजी तो डफर हैं, सियासी डफर।
हालांकि, शो में आसमा ने आगे कहा- मैं सारे फौजियों को नहीं कहतीं। आम जवानों को नहीं कहतीं। ये फौजी जनरल जो गॉल्फ खेल ते हैं और ठट्ठे मारते हैं... ये वक्त आ गया है कि इन्हें कहा जाए कि हम हाथ जोड़ते हैं, अपने बैरकों में जाओ और हमारे बच्चों को जीने दो। जहांगीर यहां तक कह गईं कि फौज तो कब्जा ग्रुप है।
साभार https://shabd.in/post/61532/hajar-caror-jyada-ghotaala-