एक ओर बसपा, काँग्रेस और सपा सभी मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे मे क्या ये प्रयास यूपी की राजनीति मे अलख जगाएगा ?
23 फरवरी 2017
एक ओर बसपा, काँग्रेस और सपा सभी मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे मे क्या ये प्रयास यूपी की राजनीति मे अलख जगाएगा ?
मुझे लगता है की इस बार मुस्लिम मतदाता थोड़ा भ्रमित रहेंगे| फलतः सपा एवं बसपा दोनों को ही नुकसान होगा| शायद खंडित जनादेश रहेगा| एक दिलचस्प बात उत्तर भारतीय चुनावों में देखने को मिलाती है | वह यह की मुस्लिमों को वोटबैंक के नजरिये से ही देखा जाता है और मुस्लिम समुदाय ने खुद को इस रूप में दिखाया भी है|क्या आपने कभी सिख , ईसाई, जैनी, बौद्ध वोटरों का नाम सुना है ? केवल मुस्लिमों को ही अहम मतदाता के तौर पर देखा जाता है | यह भी मुझे सच लगता है की मुस्लिम मतदाता के सामने केवल एक ही मुद्दा रहता है की कैसे मोदी/भाजपा को हराया जाए, गोया की भाजपा उसे कच्चा निगल जाएगी | ऐसे अनर्थ की संभावना मुझे दिखाती नहीं देती |
25 फरवरी 2017