“अलवर जिले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने इनकी गाड़ियां रोक लीं. इन लोगों पर अवैध तरीके से गाय ले जाने का आरोप लगाते हुए. इन्हें बुरी तरह से पीटा.” बताया जा रहा है कि मारपीट करने वालों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है. पीड़ितों में से एक 22 साल के अज़मत ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ये लोग मेले से दूध देने वाले जानवर खरीद कर लाए थे. उनके पास सारे वैध कागज़ थे और ये किसी तरह से इन्हें छिपाने की भी कोशिश नहीं कर रहे थे. शाम 6 बजे के आस-पास गौरक्षों ने इनकी गाड़ी रुकवाई. सबका नाम पूछा. ड्राइवर अर्जुन को जाने दिया और बाकी लोगों को पीटना शुरू किया. आरोप ये भी है कि गौरक्षा के नाम पर मारपीट कर रहे लोगों ने 35,000 रुपए भी लूट लिए. पहलू खान के घर वालों ने बताया कि लोगों ने उसको पीटा, फिर भगाया और कहा, “तू बूढ़ा आदमी है, भाग” इसके बाद फिर पीटा. पुलिस ने हमलावरों पर हत्या की दफा 302 के साथ-साथ, 308, 309, 323 और 341 जैसी धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है. इसके साथ ही ट्रांसपोर्टर्स पर भी राजस्थान मवेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ है. गौरक्षा के नाम पर बर्बरता की ये एक और घटना है. इसमें भी बताया जा रहा है कि हमलावरों ने घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर शेयर किया. ऊना जैसे तमाम मामलों में हम पहले भी देख चुके हैं कि मारपीट करने वाले घटना को रिकॉर्ड करते हैं. इस प्रवृत्ति से लगता है कि इन लोगों की नज़र में ये मारपीट किसी अचीवेंट से कम नहीं. वे इसे दर्ज करके रखना चाहते हैं. क्या सरकार भी कुछ दर्ज कर रही है? एक बार फिर से देख लीजिए इन गौरक्षकों की कारस्तानियों को.
http://www.thelallantop.com/news/a-man-beaten-by-gaurakshaks-died-in-hospital/