कौन कहता है,
डेंगू मरता नहीं है. बस एक कोशिश ईमानदारी से होनी चाहिए. इन दिनों डेंगू, मलेरिया और वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकारी एवं निजी नर्सिंग होम मरीजों से अटे पड़े है। नर्सिंग होम वाले मरीजों से इलाज के नाम पर मनमाने रकम वसूल रहे हैं। लेकिन गरीब तबके के लोग इलाज के लिये भटक रहे है। जहां एक ओर
उत्तराखंड सरकार डेंगू से निपटने में नाकाम साबित हो रही है, वहीं दूसरी ओर सिस्टम को आइना दिखाते हुए ऋषिकेश के युवा व्यापारी प्रॉपर्टी डीलर और बिल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय गर्ग ने गरीब और असहाय लोगों की सहायता के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाएं हैं। उन्होंने निजी संसाधनों से राजकीय चिकित्सालय देहरादून रोड के समीप निशुल्क क्लीनिक खोला है। मंगलवार को संस्था के संरक्षक गंगाराम आडवाणी और अशोक अग्रवाल ने इस क्लीनिक का उद्घाटन किया।
स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक डॉ प्रेम प्रकाश गर्ग इस क्लीनिक में सेवाएं दे रहे हैं। क्लीनिक में सहयोग कर रहे दीपक जाटव ने बताया कि पहले दिन ही करीब 300 लोगों ने क्लीनिक में आकर उपचार कराया। क्लीनिक में प्रतिदिन सुबह 10 से दोपहर 2 और शाम 5 से रात्रि 8 बजे तक मरीजों की जांच की जायेगी। बताया कि गरीब लोगों की पैथोलॉजी जांच भी मात्र 30 से 40 प्रतिशत खर्च पर करने को एक लैब से करार किया गया है। इस मौके पर मुनिकीरेती के पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, पूर्व दायित्व धारी संदीप गुप्ता, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, मनोज सेठी, पार्षद मनीष शर्मा, संदीप मल्होत्र, ओम प्रकाश पंत आदि मौजूद रहे।