सुरभित सुशोभित रंग से,
शब्दों में है जीवन भरा,
जो रचे हर मायने,
जीवन भरी जैसे धरा,
☺️☺️ अजी हां हम सही कह रहे हैं हमको जिंदगी के इस संध्या बेला में तुम
( अबतक आपने पढ़ा है कि सीता और प्रशांत कि शादी हुई फिर कुछ महीने बाद ही प्रशांत और उसके चाचा सूर्
"यह कहानी काल्पनिक है और इसका किसी दूसरे व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नहीं है अतः आप इस कहानी को अप