सिंघानिया मँशन मे पार्टी की शानदार तैयारीयाँ की गई थी|
हर तरफ रौशनी, रंगबिरंगे फूल, रंगबिरंगे परदे!
सारा हॉल महमानो से भरा हुआ था| हर कोई विवेक जी और शालिनी जी को मुबारकबाद दे रहा था|
विवेक जी और शालिनी जी ही आज सारी पार्टी का सेंटर ऑफ अट्रैक्शन थे|
पर इस सब के बीच भी हर किसी की नजर बस सामने दीवार पर लगी विवेक जी और शालिनी जी पेंटिंग पर जा रही थी|
हर कोई पेंटिंग की और गौरी की बहुत ज्यादा तारीफ़ कर रहा था|
रुद्र तैयार होकर बाहर आया| वो आज सॉफ्ट पिंक कलर के फ्लोरल ब्लेज़र मे बहुत ही मोहक लग रहा था| उसके आते ही सारी लडकिया उसी को देख रही थी|
रुद्र सीधे विवेक जी और शालिनी के पास गया|
"रुद्र इस सब की क्या जरूरत थी? हमे पार्टी कैंसल कर देनी चाहिए थी| आज जो कुछ भी हुआ उसके बाद........" शालिनी जी बोली|
"माँ! गौरी नही चाहती थी की ये पार्टी कैंसल हो और आप तो जानते हैं कि अगर हम फिर भी पार्टी कैंसल कर देते तो उसे हमेशा ये ही लगता कि ये सब उसकी वजह से हुआ है और माँ-पापा! वो खुद कह रही थी की वो अब ठीक है| पार्टी के बहाने उसका मन भी बहल जायेगा| आप चिंता मत किजीए| " रुद्र उनकी बात बीच मे काटकर बोला|
उसकी बात से विवेक जी और शालिनी जी मान गए|
तभी रुद्र की नजर दरवाजें के पास पडी|
दरवाजे पर श्रेया थी| अपने सात साल के बेटे नीरव के साथ! उसे देखते ही रुद्र उसके पास गया और उसे विवेक जी और शालिनी जी के पास ले जाकर उनसे मिलवाया|
वो दोनो भी उनसे मिलकर बहुत खुश हुए|
रेवती आज खुद रिया को तैयार कर रही थी| रिया को उसने एक बहुत ही सुंदर ऑफ शोल्डर गाउन पहनाया था| डार्क मेकअप, डार्क रेड लिपस्टिक! रिया उस वेस्टर्न वियर मे भी बहुत सुंदर लग रही थ पर रिया का मन सुबह की बातो को लेकर बहुत उदास था| पर रेवती उसे समझा रही थी की रुद्र और गौरी के बीच ऐसा कुछ नहीं है| वो तो बस उसके मुंह मे साँस भर रहा था| रिया का मन तो फिर भी नही मान रहा था|
रेवती खुद रिया को लेकर हॉल मे आयी| सब लोगों की नजर रिया पर ही थी|
उस वक्त रुद्र श्रेया से बात कर रहा था| रुद्र श्रेया को सुबह की सारी बात बता चुका था| वो उससे कह रहा था कि वो सुबह जो कुछ भी हुआ उसके लिए बहुत अजीब महसूस कर रहा है|
"रुद्र! वो सब तो ठीक है पर मै ये जानना चाहती हू कि तुम सुबह गौरी को भैरवी कहकर क्यो पुकार रहे थे?" श्रेया ने पूछा|
भैरवी नाम सुनते ही रुद्र को कुछ अजीब एहसास होने लगा|
"भैरवी?" रुद्र ने पूछा|
"हाँ भैरवी! मेरी शालिनी आँटी से बात हुई तब वो बता रही थी!" श्रेया ने बताया~
" नही नही श्रेया! ऐसा कैसे?" रुद्र कह ही रहा था की उसकी नजर रिया पर पडी वो खुश हो गया| विवेक जी और शालिनी जी भी उसे देखकर खुश हुए|
रेवती रिया को सीधे रुद्र के पास लेकर आयी|
विवेक जी अपने दोस्तों से बात कर रहे थे और शालीनी जी भी वहा आ गई|
"रिया बेटा! आप बहुत प्यारी लग रही हो! है ना रुद्र? " शालिनी जी बोली|
रुद्र ने मुस्कुराते हुए हामी भर दी|
रिया रुद्र को देख मन ही मन शर्मा रही थी|
तभी अचानक सब लोग दूसरी तरफ देखने लगे|
रुद्र ने देखा तो गौरी सिढीया उतरकर नीचे आ रही थी|
आज गौरी ने बहुत ही सुंदर साडी पहनी थी|
हल्के गुलाबी रंग की चमचमाती साडी, व्हाइट ब्लाउज, खुले लंबे बाल, चेहरे पर हल्का सा मेकअप, होठो पर हल्की सी गुलाबी लिपस्टिक, हाथो मे चुनिंदा चुडिया, गले मे उसका हमेशा वाला लॉकेट, कानो मे बडे बडे चमचमाते झुमके जो उसके चलने के साथ साथ हिल रहे थे!
गौरी बहुत ज्यादा सुंदर लग रही थी|
हर कोई गौरी को देखता ही रह गया|
रुद्र की तो नजर ही नही हट रही थी गौरी से! आज उसने पहली बार गौरी को साडी मे देखा था और वो देखता ही रह गया|
वो उसकी तरफ देखते देखते ही उसकी ओर बढ़ने लगा|
सब लोग उसे ही देख रहे थे| ये देख रेवती को बहुत गुस्सा आया| रिया भी उसी को देख रही थी| उसे बूरा लग रहा था|
रुद्र गौरी मे खो गया| गौरी सीढीयो से नीचे आ रही थी| वो गौरी के पास पहुंचा और अपना हाथ आगे बढाया|
गौरी ने भी हलकेसे मुस्कुराते हुए अपना हाथ रुद्र को हाथ मे दे दिया|
"यू आर लुकिंग गॉर्जियस गौरी!" रुद्र बोला|
"थैंक यू!" उसने भी मुस्कराकर कहा|
विवेक जी ये देखकर शालिनी जी के पास आए| वो दोनो रुद्र और गौरी को साथ देखकर मन ही मन खुश थे|
रुद्र गौरी को लेकर उन्ही की तरफ आया|
"बेटा गौरी! आय मस्ट से आप बहुत ही ज्यादा सुंदर लग रही हो! क्यो शालिनी जी?" विवेक जी बोले|
" जी बेशक! हमारी गौरी है ही सुंदर! बेटा गौरी आप अब ठीक हो ना? " शालिनी जी बोली|
"जी ममा! मै अब ठीक हू| बस थोडी सी विकनेस है|" गौरी ने धीरे से कहा|
उसकी आवाज से ही लग रहा था कि वो वीक है|
रेवती गौरी को देख देख बहुत जल रही थी| रुद्र तो गौरी के ही इर्दगिर्द मंडरा रहा था| चोरी चोरी उसे ही देख रहा था|
गौरी ज्यादा तर श्रेया और उसके बेटे नीरव के साथ ही थी|
कुछ देर बाद विवेक जी और शालिनी जी ने केक कट किया| सब लोगो ने उन्हे मुबारकबाद दी, तोहफे दिये|
उसके बाद सब लोग डान्स फ्लोर पर डांस करने उतरे| रिया रुद्र के साथ डांस करने लगी| रुद्र डांस तो रिया के साथ कर रहा था पर उसका पूरा ध्यान गौरी पर था|
रिया रुद्र से चिपक रही थी| गौरी को ये पसंद नही आ रहा था| उसे हमेशा की तरह गुस्सा आ रहा था|
ये बात श्रेया के ध्यान मे आ गयी|
"क्या हुआ गौरी? आर यू ओके? " वो बोली|
"हाँ मै ठीक हू!" गौरी ने अपने चेहरे के भाव ठीक करते हुए कहा|
गौरी को रिया का रुद्र से चिपकता देख गुस्सा बढ रहा था|
इसलिए वो वहा से जाने लगी की तभी एक बहुत ही खुबसुरत नौजवान गौरी के सामने आकर खडा हो गया|
"हाय! वुड यू लाइक टू डान्स विथ मी प्लीज? अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो!" वो बडे ही प्यार से बोला|
गौरी ने एक बार रुद्र की तरफ देखा और उस लडके के हाथ मे अपना हाथ दे दिया|
वो गौरी को लेकर डांस फ्लोर पर गया और उसके साथ डान्स करने लगा| थोडी देर बाद रुद्र को भी गौरी को उस लडके के साथ डान्स करते देख जलन होने लगी|
वो बार बार मुड मुडकर उन्हें ही देख रहा था|
गौरी भी रुद्र को जलाने के लिए उस लडके के साथ ज्यादा फ्रेन्डली हो रही थी|
आखिर कार रुद्र से रहा नही गया और वो डान्स करना छोडकर चला गया| रिया उससे पूछ रही थी पर उसने कुछ नही बताया| वो सीधे गौरी के पास गया और गुस्से मे उसका हाथ पकड लिया और उसे पार्टी हॉल से दूर लेकर चला गया| गौरी उसके साथ जाना नही चाहती थी इसलिए वो उसका हाथ झटक रही थी पर रुद्र ने कसकर उसका हाथ पकड़ा और उसे वहा से दूर ले गया|
विवेक जी और शालिनी जी की उनपर पूरी नजर थी| शालिनी जी को चिंता हो रही थी इसलिए वो उनके पीछे जाने लगी पर विवेक जी ने उन्हें रोक लिया|
" शालिनी जी! जाने दिजीये उन्हे! ये तो प्यार के साइड इफेक्ट्स है!" वो हंसते हुए बोले|
"मतलब? मै समझी नही!"
"जेलेसी! जलन! ये वही तो है! लडने दिजीये इन्हे! ये जलन वाली लडाई भी जरूरी है!" विवेक जी बात से वो सहमत थी| दोनो ही हसने लगे|
रुद्र गौरी को लेकर किचन मे आ गया|
"रुद्र छोडिये मुझे! मेरा हाथ छोडिये! मैने कहा मेरा हाथ छोडिये! " गौरी कह रही थी|
रुद्र ने वहा आकर उसका हाथ छोड दिया|
" ये सब क्या है रुद्र?आप मुझे यहा क्यो लेकर आये हो? " गौरी ने गुस्सेमें पूछा|
"ये क्या कर रही थी तुम बाहर?"
" मै?मै क्या कर रही थी? " गौरी ने बनते हुए कहा|
"उस लडके से इतना चिपक चिपक कर डान्स क्यो कर रही थी तुम?" रुद्र ने गुस्सेमें कहा|
"अच्छा वो!
वाह!अगर आप उस रिया से चिपककर डान्स करो तो चलेगा और मैने ऐसा किया तो आपको गुस्सा आ गया? क्यो?" गौरी ने रुद्र की आँखों मे आँखे डालकर कहा|
रुद्र के पास कोई जवाब नही था|
"क्या हुआ रुद्र? कोई जवाब नही है ना आपके पास? तब तो बात ही खतम हो गई|" गौरी रुद्र से अब भी गुस्सा थी इसलिए वो गुस्से मे वहा से जाने लगी|
पर रुद्र ने उसका हाथ पकडा और उसकी बाहे पकडकर उसे दिवार के पास ले गया|
"मेरी बात अभी पूरी नही हुई हैं गौरी!
ठीक है! मेरे पास कोई जवाब नही है पर क्या तुम्हारे पास कोई जवाब है कि जब भी रिया मेरे करीब आती हैं तो तुम्हे क्या हो जाता है? क्यो तुम इतनी गुस्सा हो जाती हो? क्यो तुम्हे जलन होने लगती है? " रुद्र उसके आँखो मे आँखें डालकर पूछ रहा था|
इस बार गौरी के पास कोई जवाब नही था| वो उससे नजरे चुराने लगी|
" बताओ गौरी! क्या हुआ? कोई जवाब नही है? कही ऐसा तो नही गौरी की तुम्हे मुझसे प्यार हो गया है?" रुद्र ने सीधे सीधे पूछ लिया|
ये सुनते ही गौरी की आँखे बडी हो गई|
" हाँ! कही ऐसा तो नही है ना? मेरे सवाल का जवाब दो|" रुद्र उसके करीब जाते हुए पूछ रहा था|
पर गौरी नजरे चुराने लगी|
"हटीये!" गौरी ने रुद्र को दूर धकेलते हुए कहा|
" आपने मेरे सवाल का जवाब दिया? नही ना! तो मै भी आपके सवाल का जवाब देना जरूरी नही समझती और हा आपको मुझसे बात करने की कोई जरूरत नही है| आप जाइये अपनी रिया के पास! वो आपके आसपास हो तो आपको तो मै दिखाई ही नही देती|.अच्छा हुआ कि हम एक ही घर मे रहते हैं वरना तो आपको मेरी याद तक ना आती| इसलिए यू जस्ट गो टू हेल! बाय!" गौरी ने बहुत गुस्से मे कहा और वहा से चली गई|
"अरे गौरी रुको तो! मेरी बात तो सुनो! " रुद्र उसे रोकने की कोशिश कर रहा था पर वो नही रुकी|
"अरे यार! क्या करू मै इस लडकी का? मेरी बात मानने को ही तैयार नही! इसे लगता है की मुझे इसकी याद ही नही आती| अब इसे कैसे समझाऊ कि अगर एक पल के लिए भी ये मेरी आँखों से ओझल हुई ना तो जान निकल जाती है मेरी!इससे इतना प्यार जो करता हूँ और ये याद की बात कर रही है!" रुद्र अपने आप से ही कह रहा था|
"ओहो! तो ये बात है हा? " वो श्रेया थी|
"शक तो मुझे पहले से ही था पर आज तुम्हारे मुह से सुनकर यकीन हो गया|" वो कह रही थी|
उसे देखते ही रुद्र डर गया|
"अरे! अरे! तुम्हें डरने की कोई जरूरत नही! मै कोई विलेन नही हू| मै तो तुम्हारी ही पार्टी मे हू| तुम चिंता मत करो| मै तुम्हारी पूरी मदद करूंगी|" उसने रुद्र के कंधे पर हाथ रखकर हसते हुए कहा|
ये सुनकर रुद्र के चेहरे पर हसी छा गई पर दूसरे ही पल उसका चेहरा उतर गया|
" क्या हुआ रुद्र? "
" वो सब तो ठीक है श्रेया पर गौरी बहुत ज्यादा गुस्सा है मुझसे! उसको कैसे मनाउ? " रुद्र बोला|
" हम्म्म्म्म ये भी है! पर एक आयडिया है मेरे पास!!" श्रेया पट् से बोली|
"क्या?"
"तुम डीजे वाले बाबू को फोन करो और कहो कि तुम्हारा गाना बजा दे|" श्रेया बोली|
पहले तो रुद्र को कुछ समझ नहीं आया पर बाद मे वो समझ गया|
उसने अपना फोन निकाला और किसी को कॉल किया|
"डीजे वाले बाबू मेरा गाना बजा दे!" वो बोला|
ये सुनकर श्रेया हसने लगी|
इधर गौरी गुस्से में पार्टी हॉल मे आ गई|
तभी अचानक लाइट्स ऑफ हो गई| सब लोग आपस में बाते करने लगे की लाइट को क्या हो गयाट
तभी स्पॉटलाइट गौरी पर पडा जिससे वो चौंक गई और फिर एक स्पॉटलाइट सामने रुद्र पर पडा| गौरी को कुछ समझ नहीं आ रहा था और पीछे से म्युजीक बजने लगा|
रुद्र गौरी के पास आया|
गौरी अब भी रुद्र को गुस्से से ही देख रही थी|
रुद्र गौरी के इर्दगिर्द डान्स करने लगा|
'तेरी याद याद.... तेरी याद याद....
तेरी याद याद.... तेरी याद याद......
बडे संजीदा है जज़्बात यार.....
कोई भाये ना तेरे बाद यार....
हर वक्त कम्बख्त तडपाये.....
तेरी याद याद.... तेरी याद याद...
तेरी याद याद ..... तेरी याद याद "
गौरी रुद्र से दूर दूर जा रही थी पर वो उसे भी अपने साथ डान्स करवा रहा था|
रुद्र ने गौरी की कमर मे हाथ डाला और उसके साथ डांस करने लगा|
उसकी छूहन से गौरी के रोंगटे खडे हो गए|
' जहां भी गया मैं सनम तुझको पाया....
मेरे संग हमेशा रहा तेरा साया....
आँखों में ख्वाब.....सीने में दर्द.....
होठों पे सिर्फ है तेरी बात.....
होठों पे सिर्फ है तेरी बात....
होठों पे सिर्फ है तेरी बात.....'
रुद्र ये सब उसकी आँखों मे आँखे डालकर कह रहा था....
' बडे संजीदा है जज़्बात यार....
कोई आये न तेरे बाद यार...
हर वक़्त कम्भख्त तड़पाये तेरी याद याद .......'
रुद्र फिरसे डांस करने लगा|
रुद्र की आँखों की सच्चाई देखकर गौरी का दिल पिघल गया और वो भी खुश होकर उसके साथ थिरकने लगी|
'फलक पे चाँद जब आता है......
तेरा ही....तेरा ही....तसव्वुर लाता है......
दिल की दीवार पे तू ही तू......
रग रग में तू बहे मेरे साथ.......
रग रग में तू बहे मेरे साथ......
रग रग में तू बहे मेरे साथ......
बडे संजीदा है जज़्बात यार....
कोई आये न तेरे बाद यार.....
हर वक़्त कम्भख्त तड़पाये....
तेरी याद याद तेरी याद याद तेरी याद याद....."
गौरी भी रुद्र ने पूरी तरह डूबकर डान्स कर रही थी|
दोनो एक दूसरे मे इसकदर खो गए थे कि गाना कब खत्म हो गया उन्हे पता तक नही चला|
सबने इस डान्स मे उनकी मीठी नोंकझोक के साथ साथ बेहद सारा प्यार भी देखा|
पर ये देखकर रिया का दिल टूट गया| वो रोते हुए पार्टी से चली गईट ये देखकर रेवती का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया| वो भी रिया के पीछे पीछे चली गई|
सबने गौरी और रुद्र को बहुत सराहा|
पार्टी बहुत अच्छे से हुई|
रात को श्रेया गौरी के साथ बैठी थी|
"मैने कहा नही पर आज तुम सच मे बहुत सुंदर लग रही थी गौरी! पार्टी मे सब लोगो की नजर सिर्फ तुमपर ही थी!" श्रेया की ये बात सुनकर गौरी ने शरमाकर अपनी पलकें झुका ली|
"खासकर रुद्र की!" ये सुनते ही गौरी ने चौंककर श्रेया की तरफ देखा|
"हाँ गौरी! क्या तुम्हे नही लगता कि तुम दोनो एक साथ बहुत अच्छे लगते हो? एक-दूसरे को इतना समझते हो! एक-दूसरे पर जान छिडकते हो! "
" ये आप क्या कह रही है श्रेया? " गौरी ने उसकी बात काटते हुए चौंककर पूछा|
" मै सच कह रही हू गौरी! तुम्हारा तो पता नही पर मुझे लगता है कि रुद्र तुम्हें बहुत पसंद करता है और तुम भी तो करती हो पर मानोगी नही!" श्रेया बोली|
"ये आप क्या कह रही है श्रेया! ऐसा कुछ भी नही है|" गौरी नजरे चुराते हुए बोली|
"मैने कहा था ना कि तुम नही मानोगी! अगर ऐसा नही है गौरी तो पार्टी मे रुद्र को रिया के साथ देखकर इतना गुस्सा क्यो हो गई तुम? देखा था मैने पार्टी मे! रुद्र से भी बात हुई है मेरी! उसने बताया कि ये सब एक बार नही कई बार हो चुका है%
रुद्र का तो दिल शीशे की तरह साफ है| उसके दिल मे जो होता है वो उसके चेहरे पर भी दिखाई देता है| वो तुम्हें बहुत पसंद करता है गौरी! कितनी बार उसने अपनी जान पर खेलकर तुम्हारी जान बचायी है| आज जब सुबह तुम्हारी साँसे बंद हो गई थी ना गौरी तो रुद्र के शरीर मे भी जान नही बची थी| वो कह रहा था कि अगर तुम्हे कुछ हो गया ना गौरी तो वो भी मर जायेगा| क्यो कहा उसने ऐसा? जिस लडके ने आज तक किसी लडकी को हाथ तक ना लगाया हो उसने तुम्हे किस क्यो किया गौरी? " श्रेया गौरी की बाहे पकडकर कह रही थी|
"क़्या?" ये सुनकर गौरी की तो चींख ही निकल पडी| उसे इस बारे मे पता नही चला था क्योंकि वो बेहोश थी| उसकी आँखे बडी हो गई|
" हाँ गौरी! वो तुमसे बहुत प्यार करता है गौरी! मेरी बात पर गौर करना! किस्मत हर किसी को दूसरा मौका नही देती| तुम्हें मिला है| इसे खोना मत|" श्रेया बोली|
"कैसा मौका? किस मौके के बारे मे बात हो रही हो?" तभी रुद्र नीरव को लेकर वहाँ पहुंचा|
" ममा! देखो मुझे अंकल ने आइसक्रीम दिलायी और पाज़्ता भी खिलाया| हम दोनो दूर तक घूमे|" नीरव श्रेया के पास जाते हुए कह रहा था| वो बहुत खुश था|
" रुद्र! ये तो तुमने ठीक नही किया| इसकी आदते बिगाड रहे हो तुम|" श्रेया बोली|
"कोई बात नही| कभी कभी ये भी ज़रूरी होता है|" रुद्र नीरव को पास लाते हुए कह रहा था|
गौरी रुद्र से नजरे चुरा रही थी|
" अच्छा गौरी! रुद्र! मै चलती हूँ! बहुत देर हो गई है! मुझे चलना चाहिए!" श्रेया बोली|
"मैने ड्राइवर को बोल दिया है| वो आपको घर छोड देगा ओके!" रुद्र बोला|
उनसे विदा लेकर श्रेया चली गई|
गौरी भी उसके पीछे पीछे रुद्र से नजरे चुराते हुए बाहर जाने लगी पर रुद्र ने उसका हाथ पकड लिया और उसे रोक लिया|
उसने गौरी को अपनी तरफ किया और उसकी कमर मे हाथ डालकर उसे अपनी ओर खींचा|
"रुद्र! ये आप क्या कर रहे हो?"
"तुम क्या कर रही हो? कबसे देख रहा हू| मुझसे नजरे क्यो चुरा रही हो? क्या बात है? " रुद्र पूछ रहा था|
" नही तो! ऐसा कुछ भी नहीं है! " गौरी सहम कर बोली|
" कुछ तो है! किसी ने कुछ कहा तुमसे? बताओ!"
"वो.... वो.... श्रेया ने....बताया कि....... सुबह..... " गौरी नजरे चुराते हुए बोली|
वो रुद्र से कुछ छूपा भी नही पा रही थी|
ये सुनते ही रुद्र भी जरा हडबडा गया| उसे सब समझ आ गया|
" वो.... वो कह रही थी की..... आप..... आप मुझसे......"
"तुमसे क्या?" रुद्र ने पूछा|
" की.....आप.....आप.... मुझसे........." गौरी ने जवाब देने की बहुत कोशिश की पर वो कुछ कह नही पायी|
इसलिए उसने खुदको रुद्र से छुडाया और वहा से जाना लगी पर रुद्र ने पीछे से उसका हाथ पकड लिया|
"की मै तुमसे प्यार करता हूँ?" वो बोला|
ये सुनते ही गौरी चौंक गई| उसने मुड़कर रुद्र की तरफ अचंभे से देखा|
" रुद्र!" वो कुछ बोले इससे पहले ही रुद्र ने उसे फिर से अपने करीब खींच लिया और उसकी कमर पकडकर उसे अपने करीब कस लिया| इससे गौरी सहम गई|
"इतना क्यो चौंक रही हो गौरी?
क्या मै नही कर सकता तुमसे प्यार?
तुम कितनी खुबसुरत हो!
ये नीली गहरी आँखे! नाजूक गाल!
गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होठ!
ये सब ही काफी है किसी को भी तुम्हारे प्यार मे पडने के लिए!" रुद्र ने अपनी एक उँगली गौरी के माथे से लेकर होठो तक घुमाई| रुद्र के छूने से गौरी सहम सी गई|
"पर इस सबसे बढकर भा कुछ है और वो है तुम्हारा साफ दिल जो कभी किसी के बारे मे बूरा नही सोच सकता|
तो अब तुम ही बताओ कि कोई तुमसे प्यार करने से खुद को कैसे रोक सकता है?" रुद्र गौरी की आँखो मे आँखें डालकर बडे ही प्यार से कह रहा था|
"रुद्र आप पागल हो गए हैं! छोडिये मुझे! मजाक करना बंद किजीये! ये सब क्या.............." गौरी खुदको छुडाते हुए कह रही थी की तभी रुद्र ने उसके होठो पर अपना उँगली रख दी|
"श्श्श्श........मै मजाक नही कर रहा हूँ!
अगर यकीन ना हो तो सुबह जैसे अपने प्यार का इजहार किया था वैसे ही फिर से कर देता हूँ| इससे हमे ये भी पता चल जायेगा कि तुम्हारे दिल मे क्या है!" रुद्र कह रहा था|
रुद्र ने अपने दोनो हाथ उसके कानो पर रखे और अपनी आँखे बंद कर ली| वो अपने होठ गौरी के होठो के करीब ले जाने लगा| देखते ही देखते उसने अपने होठ गौरी के होठो मे घोल दिये| गौरी की भी आँखे अपने आप बंद हो गई| गौरी ने रुद्र को कसकर पकड लिया और उसमे खो गयी| कुछ देर बाद रुद्र गौरी से अलग हो गया|
तभी गौरी को अपने पिछले जनम की कुछ धुंधली धुंधली सी बाते दिखाई देने लगी|
रुद्र ने जब गौरी की तरफ देखा तो उसके होठ अब भी थरथरा रहे थे और अब भी उसकी आँखें बंद थी| वो गर्दन झुकाये खडी थी|
उसने अपने हाथ से गौरी की गर्दन अपने तरफ की|
"गौरी! अपनी आँखें खोलो!" वो बोला|
पर रुद्र के कई बार कहने पर गौरी अपनी आँखे खोल ही नही रही थी|
फिर धीरे से गौरी ने अपनी आँखे खोली|
जैसे ही उसने अपनी आँखे खोली उसकी आँखों से आँसू बहने लगे|
"गौरी! तुम रो रही हो! अगर मैने कुछ गलत किया हो तो मुझे प्लीज माफ कर दो गौरी!" रुद्र कह ही रहा था की तभी गौरी अचानक उसके गले लग गयी|
वो उससे लिपटकर बहुत रोने लगी|
अब रुद्र के कुछ भी समझ मे नही आ रहा था|
"हे! गौरी! मत रो! लुक एट मी! मेरी तरफ देखो!
आय रियली लव्ह यू! आय रियली लव्ह यू सो मच गौरी! जिस दिन तुम्हें पहली बार देखा था ना! उसी दिन से तुमसे बहुत प्यार करता हूँ मैं! ट्रस्ट मी और मै जानता हूँ कि तुम भी मुझसे बहुत प्यार करती हो पर कभी जताती नही! मै सच कह रहा हूँ ना गौरी? कुछ तो बोलो गौरी! कुछ तो कहो!" रूद्र उसकी आँखों में आखे डालकर कहने लगा|
"मुझे वक्त चाहिये रुद्र! मै फिरसे धोखा नही खाना चाहती!मुझे कोई डिसीजन लेने के लिए वक्त चाहिए! क्या आप मुझे वो दे सकते हो?"
ये सुनकर रुद्र हसने लगा|
" तुम्हारे लिए मै अपनी जान तक दे सकता हूँ और तुमने मुझसे माँगा भी तो क्या?" रुद्र की ये बात सुनकर गौरी बहुत खुश हो गई|
वो फिर से रुद्र से लिपट गई|
"थैंक यू सो मच रूद्र! थैंक यू सो मच! मुझे समझने के लिए!" गौरी बोली|