हर चीज़ का करो बाॅयकाॅट
अच्छी नहीं है दोस्तों ये बात
बाॅयकाट कल्चर का जब से
समाज में हुआ है बोलबाला
बुराई की जगह अच्छाई का
सब जगह मुंह हो रहा काला
बाॅयकाट करना है अगर ज़रुरी तो
दिलों से नफ़रत को अपनी मिटादो
जो फैलाए अराजकता समाज में
बाॅयकाट करो उसका सब साथ में
देखो, समझो, सोचो, और फिर विचारों
बाॅयकाट कल्चर को सही दिशा में डालो
सही दिशा में डालो,,,,
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
---------------🌹🌹🌹-------