गीत : पापा , तुमनेमुझे कहाँ जा फंसाया
पैसा, शोहरत कुछ काम ना आया ।
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
तुमने कहा था कि नशा करो , कर लिया
लड़कियों के संग मजा करो , कर लिया
क्रूज पे क्या शानदार सा मजमा लगाया ।
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
हम तो खुद को देश से बड़ा समझते थे
तुम्हारे नाम का रसूख हमेशा रखते थे
NCB पर जादू क्यों नहीं चल पाया ।
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
जानता हूँ, तुमने बड़े बड़े वकील किये
बॉलीवुड ने भी दिन रात एक कर दिये
मीडिया ने भी "बच्चा राग" खूब गाया ।
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
नेताओं ने बयान देने में कसर नहीं छोड़ी
NCB पर लांछन लगाने की मची होड़ा होड़ी
फिर भी मैंने खुद को सींखचों में पाया ।
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
"किंग" बने फिरते हो, नकली हीरो निकले
जनता में तो हो रहे समीर वानखेड़े के हल्ले
असली नकली का फर्क आज जान पाया
पापा , तुमने मुझे कहाँ जा फंसाया ।।
हरिशंकर गोयल "हरि"
20.10.21