कह दो कि लौट आओगे,
प्यार से हमारे गालों को सहलाओगे
उमर भर साथ निभाओगे,
कह दो कि लौट आओगे।
उन गलियों में फिर साथ चलेंगे,
हाथो में लेकर हाथ चलेंगे,
कह दो कि वादा निभाओगे,
कह दो कि लौट आओगे।
31 मई 2024
कह दो कि लौट आओगे,
प्यार से हमारे गालों को सहलाओगे
उमर भर साथ निभाओगे,
कह दो कि लौट आओगे।
उन गलियों में फिर साथ चलेंगे,
हाथो में लेकर हाथ चलेंगे,
कह दो कि वादा निभाओगे,
कह दो कि लौट आओगे।
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मुझे कविता और कहानी लिखना और पढ़ना बहुत पसंद है। मन में कुछ भावनाएं और विचार आते है, उन्हें लिख लेती हूं । उम्मीद करती हूं मेरा लिखा हुआ आप लोगो को पसंद आए। यदि अच्छा लगे तो कमेंट करके मेरा प्रोत्साहन बढ़ाइएगा।D
बहुत खूबसूरत लिखा है आपने बहन 😊 कृपया होम पेज पर मेरी कहानी कचोटती तन्हाइयां के सभी भागों पर अपना लाइक देकर आभारी करें 😊🙏
31 अगस्त 2024