कुछ देर तो रुको
कुछ बात हो जाए
हमारी तुम्हारी फ़िर शायद
मुलाक़ात हो जाए
क्यों उलझे हो
तुम्हारी उलझन सुलझाऊं
कुछ देर तो बैठो
तुम्हें प्यार से बहलाऊं
तुम्हारी हथेली से
अपना हाथ मिलाऊं
तुम्हारी किस्मत में
अपना नाम लिखवाऊं
कुछ देर तो रुको
कुछ बात हो जाये
हमारी तुम्हारी फ़िर शायद
मुलाक़ात हो जाए