काश कभी आप,
मेरे दिल की बात समझ पाते,
मेरी खामोशियों को सुन पाते,
कभी कहते मै खड़ा हूं, तुम्हारे कदम से कदम मिलाएं,
कभी छुपा लेते मेरे उदास चेहरे को,
अपनी हथेलियों से।
मैं थाम लूंगा तुम्हारा हाथ,
तुम हाथ बढ़ाकर तो देखो।
गिरने से बचा लूंगा,
एतबार करके तो देखो।
मैं मुस्कुरा देती,
चल देती साथ तुम्हारे,
सारा जग, सारे ग़म भुला कर ।