तुम क्या चले गये
हम मुस्कुराना भूल गये
लोगो के बीच में
आना जाना भूल गये
जिस इश्क की दुहाई देते थे
उस इश्क को दोहराना भूल गए
10 जुलाई 2024
तुम क्या चले गये
हम मुस्कुराना भूल गये
लोगो के बीच में
आना जाना भूल गये
जिस इश्क की दुहाई देते थे
उस इश्क को दोहराना भूल गए
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मुझे कविता और कहानी लिखना और पढ़ना बहुत पसंद है। मन में कुछ भावनाएं और विचार आते है, उन्हें लिख लेती हूं । उम्मीद करती हूं मेरा लिखा हुआ आप लोगो को पसंद आए। यदि अच्छा लगे तो कमेंट करके मेरा प्रोत्साहन बढ़ाइएगा।D