राम मंदिर आन्दोलन के इतिहास में छह दिसम्बर की तिथि पक्ष व विपक्ष के लिए जितनी महत्वपूर्ण है, उससे कम महत्वपूर्ण 30 अक्तूबर व दो नवम्बर की तिथि नहीं है। यह वही तिथि है जब तत्कालीन प्रदेश सरकार की यह घोषणा कि अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता, के दावे को कारसेवकों ने झुठलाते हुए सारे सरकारी प्रतिबंधों को ध्वस्त कर दिया था। यही नहीं देश के विभिन्न प्रांतों से पैदल यात्र कर अयोध्या पहुंचे कारसेवकों ने रामजन्मभूमि पहुंच कर विवादित ढ़ांचे पर भगवा झंडा फहरा दिया था। कारसेवकों ने अपने संकल्प को पूरा करने से पहले अपने कई साथियों को खोया। इस दौरान पुलिस की गोली का शिकार होने वाले कारसेवकों में अयोध्यावासी भी शामिल थे।फिर भी अयोध्यावासी इस मंजर को करीब-करीब भूल चुके हैं। वह भी तब जबकि सरयू तट से लेकर हनुमानगढ़ी, न्यू बाजार होते हुए रामजन्मभूमि के दर्शन मार्ग तक इन्हीं तिथियों में कारसेवकों के उल्लास का दृश्य दिखाने वाले सीडी की दुकानों की भरमार है। इन दुकानों पर मंदिर आन्दोलन का इतिहास लाइव दिखाया जाता है और पाश्र्व में ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे’। इस बीच नयाघाट निवासी स्वर्गीय कारसेवक वासुदेव गुप्त के आवास पर परम्परागत ढंग से परिजनों की ओर से प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।इस दौरान सुदरकांड व हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया। इस मौके पर विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के अलावा विहिप कार्यकर्ता कमल प्रसाद, रामजी शास्त्री, व्यापार मंडल के महामंत्री नंदलाल गुप्त, दीपक गुप्त व जगदीश गुप्त के अतिरिक्त अन्य मोहल्ले वासियों ने हुतात्मा कारसेवक श्री गुप्त को पुष्प अर्पित कर नमन किया और श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर हुतात्मा कारसेवक के पुत्र संदीप गुप्त व उनके परिजनों ने मृतात्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उधर आन्दोलन के दौरान पुलिस की गोलियों को शिकार हुए कोलकाता के रामकुमार कोठारी व शरद कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी की ओर से पहली बार आयोजित कार्यक्रम एवं विहिप की स्थानीय ईकाई की ओर की राहें जुदा-जुदा दिखाई दे रहीं हैं। पूर्णिमा कोठारी ने प्रस्तावित कार्यक्रम में अध्यक्षता विहिप सुप्रीमो अशोक सिंहल की दर्शाई है। वहीं विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा का कहना है कि वह अस्वस्थ हैं, इसलिए अयोध्या नहीं आ सकेंगे। उन्होंने बताया कि दो नवम्बर को परम्परागत श्रद्धांजलि सभा पूर्वाह्न् नौ बजे दिगम्बर अखाड़ा में कारसेवकों के स्मारक पर होगी। इसके अलावा बजरंग दल की ओर से उसी तिथि पर पूरे देश में रक्तदान शिविर लगाया जाएगा। इसी कड़ी में दो नवम्बर को जिला अस्पताल में पूर्वाह्न् 11 बजे से रक्तदान शिविर लगेगा।