खम्मामि सव्व जीवेषु मित्रों ! भाद्रपद कृष्ण द्वादशी से भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी त
जीवन छोटा सही
नसीबा खोटा सही।
हम फिर भी जिंदादिली
दिखाएं
गणपति बप्पा मोरया डॉ शोभा भारद्वाज कई वर्षों तक हम ईरान में
आत्मबोध
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कुछ झिलमिल कुछ -कुछ कुहासे सी,
शारदे वर दे और जगा दे मुझे
बहुतों की नैया सवारी तूने
मुझ पापी पर इतना
तुलसीदास का परिचय काव्य रूप मे
राजापुर गाव मे था जन्मा 1589 सन वो था
जब प्रभु ने
महामन्त्र प्रणव और अध्यात्म चिकित्सा आज का लेख आरम्भ करें उससे पूर्व सभी को पर
मानव शरीर में तीन अंग महत्वपूर्ण और प्रमुख हैं__
मस्तिष्क, हृदय औ
ॐ गं गणपतये नमः हिन्दू धर्म में कोई भी मंगल कार्य करते समय सर
दशलाक्षण पर्व भाद्रपद कृष्ण एकादशी – जिसे अजा एकादशी के नाम से भी जाना जाता ह